अफ़गान राजदूत की बेटी का पाकिस्तान में हुआ अपहरण – प्रताड़ना करके कुछ घंटे बाद की गई रिहाई

इस्लामाबाद/काबुल – पाकिस्तान में नियुक्त अफ़गान राजदूत नजिबुल्लाह अलीखिल की बेटी का अपहरण करके उसकी क्रूरता से प्रताड़ना की जाने की दहलानेवाली घटना सामने आयी है। अफ़गान सरकार ने इस घटना की तीखे शब्दों में निंदा की है और पाकिस्तान में मौजूद अफ़गान अधिकारी और उनके परिवारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है। तालिबान के मुद्दे पर अफ़गानिस्तान पर दबाव ड़ालने के लिए यह हरकत की गई होगी, ऐसा दावा विश्‍लेषक कर रहे हैं।

afghan-embassy-islamabad-1शुक्रवार की दोपहर तकरीबन ढ़ाई बजे अफ़गान राजदूत नजिबुल्लाह अलीखिल की बेटी सिलसिला लापता होने की बात सामने आयी। २६ वर्ष उम्र की सिलसिला अलीखिल सुपर मार्केट से घर लौट रही थी तभी यह घटना हुई, ऐसा कहा जा रहा हैं। कुछ घंटे बाद अज्ञात लोगों ने सिलसिला को रिहा किया। लेकिन, रिहाई के बाद सिलसिला को तुरंत अस्पताल में दाखिल करना पड़ा।

पाकिस्तानी अपहरणकर्ताओं ने अफ़गान राजदूत की बेटी से बड़े क्रूरता से बर्ताव करके उसकी काफी भयंकर प्रताड़ना करने की बात सामने आयी हैं। उसके शरीर पर कई घाव देखें गए हैं। अफ़गानिस्तान की सरकार ने इस घटना की निर्भत्सना करके पाकिस्तान की सरकार के सामने निषेध भी दर्ज़ किया हैं। अपहरण की हरकत बड़ी निंदनीय घनटा हैं और अफ़गान राजनीतिक अधिकारी और उनके परिजनों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा हुआ हैं, इन शब्दों में अफ़गान सरकार ने पाकिस्तान को सुनाया है।

afghan-embassy-islamabad-2पाकिस्तान सरकार तुरंत ही अपहरणकर्ताओं की खोज़ करें और अफ़गान दूतावास और अन्य दफ्तरों की सुरक्षा के लिए तुरंत कदम उठाए, ऐसी माँग अफ़गान सरकार ने की है। विदेशी राजनीतिक अधिकारियों का अपहरण एवं उनके परिवारों को तंग करने की हरकतें पाकिस्तान में लगातार हो रही हैं। इससे पहले भारतीय राजनीतिक अधिकारियों को कई बार ऐसीं घटनाओं का सामना करना पड़ा था। ऐसी कायराना हरकतों के लिए पाकिस्तान सरकार और सेना का ही बढ़ावा होने की बात समझी जाती है।

अफ़गानिस्तान और पाकिस्तान के बीच फिलहाल तालिबान के मुद्दे पर काफी तनाव निर्माण हुआ है। उज़बेकिस्तान के ताक्शंत में हुई बैठक के दौरान अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी ने यह आरोप लगाया था कि, पाकिस्तान से दस हज़ार आतंकियों ने अफ़गानिस्तान में घुसपैठ की है। इतना ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान की मौजूदगी में ही राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी ने आतंकियों पर लगाम कसने में पाकिस्तान सरकार नाकाम होने का आरोप भी लगाया।

इसके बाद इस्लामाबाद से अफ़गानिस्तान के राजदूत की बेटी का अपहरण हुआ। यह बात ध्यान आकर्षित करती हैं। पाकिस्तान इस मामले में अब स्थिति से निपटने की कोशिश कर रहा है। लेकिन, पाकिस्तान को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे, ऐसी चिंता पाकिस्तान के पत्रकार व्यक्त कर रहे हैं। इस वजह से पहले ही बदनाम हुए पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक बदनामी होगी, यह ड़र इस देश के पत्रकारों को सता रहा हैं।

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