तालिबान पर जीत हासिल होने तक लड़ते रहें – अफ़गानिस्तान के प्रभावी नेता अब्दुल रशिद दोस्तम

काबुल – ‘तालिबान के सामने शरणागत होने के बजाय जीत हासिल होने तक लड़ते रहें। तालिबान ने कब्ज़ा किए हर एक घर की भेड़िये की तरह जाँच करें। बंदुक की एक गोली भी जाया जाने ना दे। हर एक गोली से तालिबानीयों को लक्ष्य करना ही चाहिये’, ऐसें आदेश अफ़गानिस्तान के पूर्व उप-राष्ट्राध्यक्ष और प्रभावी गिरोह के प्रमुख अब्दुल रशिद दोस्तम ने दिए। तालिबान के कड़े विरोधी के तौर पर पहचान प्राप्त करनेवाले दोस्तम की इस संघर्ष में वापसी होने से अफ़गान सेना और अन्य गिरोह का मनोबल बढ़ने का दावा किया जा रहा हैं।

afghan-victory-taliban-1तालिबान ने अफ़गानिस्तान के जिलों पर कब्ज़ा करना शुरू करने के साथ ही दोस्तम अपनी नीजि सेना के साथ तालिबान विरोधी संघर्ष में शामिल हुए थे। जनवरी महीने में फरयाब प्रांत के काराम्काल जिले में हुए संघर्ष के दौरान अफ़गान सुरक्षा यंत्रणा ने दोस्तम के नेतृत्व में भी जंग लड़ी थी। तालिबान के कड़े शत्रु होनेवाले दोस्तम को जून महीने में ज़हर देकर नुकसान पहुँचाने की कोशिश भी हुई थी।

अफ़गानिस्तान के शत्रुओं ने ही यह ज़हर देने की कोशिश की थी, यह आरोप उनकी बेटी ‘राहिला दोस्तम’ ने लगाया था। इसके बाद दोस्तम पर तुर्की में इलाज़ हो रहे थे। लेकिन, दो दिन पहले ही दोस्तम अफ़गानिस्तान लौट आए हैं और उन्होंने राष्ट्राध्यक्ष गनी से मुलाकात भी की। इसके बाद अफ़गान जनता, हथियारबंद गिरोह और सेना को संबोधित करते समय दोस्तम ने तालिबान विरोधी संघर्ष में एकजुट करने का निवेदन किया। दोस्तम रशिया, ईरान और भारत के भी मित्र समझे जाते हैं। उन्होंने बीते वर्ष भारत का दौरान करके भारतीय विदेशमंत्री एस.जयशंकर से भी मुलाकात की थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.