जापान और फिलिपाईन्स के बिच साझेदारी का सुनहरा युग शुरू होने जा रहा है – फिलिपिनी राष्ट्राध्यक्ष रोड्रिगो दुअर्ते

टोकियो: ‘जापान और फिलिपाईन्स ने जो कुछ भी हासिल किया है और सफलता पाई है, उसे देखते हुए मै निश्चित रूपसे कहता हूँ की दोनों देशों के बिच सामरिक साझेदारी का सुनहरा युग शुरू हुआ है’, इन शब्दों में फिलिपिनी राष्ट्राध्यक्ष रोड्रिगो दुअर्ते ने दोनों देशों के बिच सहकारिता मजबूत होने का प्रमाण दिया है। राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते सोमवार से दो दिनों के जापान दौरे पर हैं। पिछले दो सालों में जापान के प्रधानमंत्री शिन्झो एबे और दुअर्ते की यह तीसरी मुलाकात है। एबे ने फिरसे जापान की सत्ता पाने के बाद उनसे मुलाकात करने वाले दुअर्ते पहले अंतर्राष्ट्रीय नेता बन गए हैं।

साझेदारीफिलिपिन्स के राष्ट्राध्यक्ष ने पिछले साल भर में चीन और रशिया के साथ द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने के लिए प्रयास किए थे। लेकिन उसी समय अमरिका और जापान जैसे देशों के साथ सहकारिता को कायम रखने की नीति का पालन करना शुरू किया है। कुछ महीनों पहले अमरिका पर टीका करने वाले दुअर्ते ने ‘मारावी सिटी’ की ‘आईएस’ के खिलाफ मुहीम के बाद फिर एक बार अमरिका के साथ नजदीकियां बढ़ाना शुरू किया है। उसी दौरान चीन पर पूरी तरह से निर्भर न रहते हुए जापान जैसे देश के साथ संबंध मजबूत करने पर दुअर्ते का जोर है, ऐसा इस नए दौरे से दिखाई दे रहा है।

सोमवार को जापान में दाखिल होने के बाद राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने जापान के प्रधानमंत्री शिन्झो एबे के साथ जापान के वरिष्ठ नेता, अधिकारी और उद्योजकों के साथ मुलाकात की। इस समय दोनों देशों के बिच उच्चस्तर की द्विपक्षीय बैठक भी पूरी हुई। जापानी उद्योजकों के साथ हुई चर्चा में दुअर्ते ने उनको ‘मारावी सिटी’ में निवेश करने के लिए आगे आने का आवाहन किया। इस दौरान दोनों देशों के बिच लगभग ६ अरब डॉलर्स के २५ अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए गए।

इन अनुबंधों में उत्पाद, जहाज निर्माण, खेती, खनिज प्रसंस्करण, ऊर्जा, परिवहन, बुनियादी सुविधाएँ, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, रिटेल जैसे क्षेत्रों के अनुबंधों का समावेश है। जापान के प्रधानमंत्री एबे ने इस दौरान ‘मारावी सिटी’ के पुनर्निर्माण के लिए जापान सर्वाधिक और पूरी मदद करेगा, ऐसा आश्वासन दिया है। जापान की ओर से फिलिपाईन्स को दिए जाने वाले ९ अरब डॉलर्स की आर्थिक मदद का पुनरुच्चार करके परियोजना जल्द ही शुरू करने का आश्वासन दिया। उसके अलावा फिलिपाईन्स में चल रहे नशीली दवाइयों की तस्करी के खिलाफ मुहीम को सहायता दी जाएगी, ऐसा भी स्पष्ट किया है।

फिलिपिनी राष्ट्राध्यक्ष का जापान दौरा प्रधानमंत्री एबे की ‘आशिया’ नीति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। एबे ‘साऊथ चायना सी’ के साथ अन्य मुद्दों पर एशियाई देशों का सहकार्य प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हों, जिसमें फिलिपाईन्स का स्थान महत्वपूर्ण माना जा रहा है। एबे ने इस साल की शुरुवात में फिलिपाईन्स का दौरा करके दोनों देशों के बिच संबंध को अधिक मजबूत करने की कोशिश की थी। अर्थसहाय्य और तकनीक क्षेत्र की सहायता के बल पर एशियाई देशों के साथ नजदीकी बढाने की एबे की कोशिश है और फिलिपिनी राष्ट्राध्यक्ष की भेंट, इस नीति को सफलता प्राप्त होने का संकेत माना जाता है।

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