चीन की धमकी के बावजूद भी जापान ने ताइवान को की, कोरोना प्रतिबंधक टीके की सप्लाई

Japan-Taiwan-vaccine-300x169तैपेई – कोरोना की महामारी का फायदा उठाकर कोई भी देश चीन के अंदरूनी मामलों में दखलअंदाज़ी ना करें, ताइवान को स्वतंत्र रूप में किसी भी प्रकार की वैद्यकीय सहायता प्रदान ना करें, ऐसी धमकी चीन ने दी थी। लेकिन चीन की इस धमकी को तिनके जितनी भी क़ीमत ना देते हुए, जापान ने ताइवान को १२ लाख से अधिक कोरोना प्रतिबंधक टीकों की सप्लाई की है। साथ ही, यह सहायता जापान के ताइवान के साथ होनेवाले सहयोग का महत्व और मित्रता अधोरेखांकित कर रही है, ऐसी घोषणा जापान के विदेश मंत्री तोशिमित्सू मोतेगी ने की।

पिछले महीने में दुनिया भर में कोरोना की दूसरी लहर हाहाकार मचा रही थी, उस समय ताइवान में भी कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती चली जा रही थी। इस महामारी को नियंत्रण में लाने के लिए ताइवान ने अपनी जनता के टीकाकरण को अहमियत दी। साथ ही, यह आवाहन भी किया था कि सहयोगी और मित्र देश ताइवान को कोरोनाप्रतिबंधक टीकों की सप्लाई करें। ताइवान के इस आवाहन को जापान ने प्रतिसाद देने के बाद गुस्सा हुए चीन ने जापान को धमकाया था।

Japan-Taiwan-vaccine-01-300x170अन्तर्राष्ट्रीय रोग प्रतिबंधक मुहिम में चीन ने हमेशा ही बड़ा योगदान दिया है। इस कारण अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय भी, हाल की इस महामारी का राजनीतिक फायदा उठाना अथवा चीन के अंदरूनी मामलों में दखलंदाजी करना टालें, ऐसा चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वँग वेंबिन ने जताया था। वहीं, अपनी ही जनता को कोरोना प्रतिबंधक टीके की आपूर्ति करने में असफल साबित होनेवाला जापान, ताइवान की सहायता करनी ना दौड़ें, ऐसी चेतावनी वेंबिन ने दी थी।

Japan-Taiwan-vaccine-02-300x169ताइवान की जनता को कोरोनाप्रतिबंधक टीका ना मिलें, इसके लिए चीन अड़ियल रवैया अपना रहा होने का आरोप ताइवान की राष्ट्राध्यक्षा त्साई इंग-वेन ने किया था। जापान की तरह जर्मनी के साथ होनेवाला सहयोग भी तोड़ने के लिए चीन दखलअंदाजी कर रहा है, ऐसी तीखी आलोचना राष्ट्राध्यक्षा इंग-वेन ने की थी। वहीं, जापान ने भी चीन की धमकी को बिल्कुल महत्व न देते हुए, ताइवान के लिए कोरोनाप्रतिबंधक टीकों का भंडार रवाना किया।

शुक्रवार को १२ लाख ४० हज़ार कोरोनाप्रतिबंधक टीकें तैवान के तौयुआन अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दाखिल हुए। पिछले महीने में ताइवान के पास महज सात लाख डोस थे। अपनी सारी जनता का टीकाकरण करने के लिए ताइवान ने ऍस्ट्राझेंका, मॉर्डना और कोवॅक्स के साथ समझौते किए हैं। लेकिन चीन अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके, ताइवान को टीका ना मिलें इसके लिए जोरदार कोशिश कर रहा है।

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