जापान पर हमला मतलब अमरीका पर हमला – अमरीका के रक्षा दल प्रमुख जनरल डनफोर्ड का इशारा

टोकियो: ‘उत्तर कोरिया अथवा एशिया-प्रशांत इलाके के अन्य किसी भी देश ने जापान पर हमला किया, तो उसे जापान के साथ साथ अमरीका पर हमला माना जाएगा। प्रतिस्पर्धी देशों को जवाब देते समय यह बात सर्वाधिक महत्वपूर्ण है’, इन शब्दों में अमरीका के रक्षा दल के प्रमुख ने अमरीका मजबूती से जापान के पीछे खड़ा है ऐसा आश्वासन दिया है। अपने एशिया-प्रशांत दौरे के आखरी चरण में अमरीका के रक्षा दल प्रमुख जनरल डनफोर्ड ने जापान को भेंट दी। उत्तर कोरिया का परमाणु परिक्षण और चीन की ओर से दी जाने वाली धमकियों की पृष्ठभूमि पर यह भेंट महत्वपूर्ण साबित हुई है।

जापान पर हमला

अमरीका के रक्षा दल प्रमुख जनरल जोसेफ डनफोर्ड ने शुक्रवार को जापान के प्रधानमंत्री शिन्झो एबे से मुलाकत की। इस मुलाकात में उत्तर कोरिया की गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर अमरीका और जापान में सहकार्य और भी मजबूत बनाने का निर्णय लिया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री एबे ने अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के मुद्दे पर अपनाए हुए रवैये की प्रशंसा की है। ट्रम्प ने अमरीका के सहकारी देशों की रक्षा के लिए पूरी तरह से प्रयास किए जाएंगे, ऐसा आश्वासन दिया है।

प्रधानमंत्री एबे की मुलाकात से पहले जनरल डनफोर्ड ने जापान के रक्षा दल प्रमुख एडमिरल कात्सुतोशी कावानो से भी मुलाकत की। इस दौरान जापान को मिसाइल भेदी यंत्रणाओं से सज्जित करने के मुद्दे पर चर्चा होने की बात सूत्रों ने कही है। जापान ने उत्तर कोरिया के मिसाइलों का मुकाबला करने के लिए ‘एजिस अशोर’ यह अमरिकी मिसाइल यंत्रणा तैनात करने के संकेत दिए थे। इस पृष्ठभूमि पर यह चर्चा महत्वपूर्ण मानी जाती है।

दौरान, जापान के विदेश मंत्री और वरिष्ठ लष्करी अधिकारी अमरीका में हैं, इस मुलाकात में उत्तर कोरिया के साथ अन्य मुद्दों पर ‘टू प्लस टू’ बैठक का आयोजन करने पर एकमत होने की बात कही जा रही है। दूसरे महायुद्ध के बाद अमरीका ने जापान पर लादे प्रतिबन्ध वापस लें और जापान को परमाणु सज्ज करें, ऐसा अमरीका के निवृत्त लष्करी अधिकारी और विश्लेषकों ने इससे पहले भी सुझाया था। इस पृष्ठभूमि पर यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जाती है।

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