जम्मू-कश्‍मीर में २०२२ तक ५१ हज़ार करोड़ का निवेश होगा – केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा

  • केंद्रीय गृहमंत्री ने किया जम्मू की सीमा चौकियों का दौरा
  • सीमा पर स्थित ग्रामस्थों से भी की बातचीत
  • पूँछ में हुई मुठभेड़ में एक आतंकी ढ़ेर

श्रीनगर – जम्मू-कश्‍मीर का दौर कर रहे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा ने रविवार के दिन जम्मू में सरहदी चौकियों का दौरा किया। वहां पर ‘बीएसएफ’ के बंकर में कुछ समय बिताने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा ने सरहदी गांवों के नागरिकों से भी संवाद किया। जम्मू-कश्‍मीर की शांति किसी को भंग करने नहीं देंगे। आतंकवाद की वजह से एक भी व्यक्ति को अपनी जान गँवानी ना पड़े, ऐसा माहौल तैयार करने की मंशा सरकार रखती है, यह बयान भी केंद्रीय गृहमंत्री ने किया। इससे पहले एक सभा को संबोधित करते समय केंद्रीय गृहमंत्री ने जम्मू-कश्‍मीर में अब तक १२ हज़ार करोड़ का निवेश होने की बात रेखांकित की। अब २०२२ के अन्त तक राज्य में तकरीबन ५१ हज़ार करोड़ रुपयों का निवेश होने की उम्मीद होने की बात भी उन्होंने स्पष्ट की। इसकी वजह से पांच लाख नए रोज़गार उपलब्ध होंगे, यह दावा केंद्रीय मंत्री शहा ने किया।

५१ हज़ार करोड़ का निवेश केंद्रीय मंत्री ने रविवार के दिन जम्मू में २१० करोड़ रुपयों की लागत से निर्माण किए गए ‘आयआयटी कैम्पस्‌’ का उद्घाटन किया। साथ ही अलग अलग प्रकल्पों का भूमि पूजन भी किया। इस दौरान उन्होंने यह ऐलान भी किया कि, अगले दो वर्षों में जम्मू और श्रीनगर जैसे प्रमुख शहरों में मेट्रो सेवा शुरू होगी। दो वर्ष पहले जम्मू-कश्‍मीर की धारा ३७० हटाने के बाद लाखों लोगों को अधिकार भी प्राप्त हुए हैं, यह बात भी उन्होंने रेखांकित की। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने ऐलान किए हुए ५५ हज़ार करोड़ रुपयों के पैकेज में से ३५ हज़ार करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं और इससे २१ योजना पूरी होने का बयान शहा ने किया।

इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्‍मीर में हो रहे निवेश की जानकारी भी साझा की। जम्मू-कश्‍मीर के अलग अलग क्षेत्रों में बड़ा निवेश हो रहा है और प्रदेश में निजी क्षेत्र ने अब तक १२ हज़ार करोड़ से अधिक निवेश किया है। साथ ही वर्ष २०२२ के अन्त तक जम्मू-कश्‍मीर में ५१ हज़ार करोड़ रुपयों का निवेश हुआ होगा, यह विश्‍वास केंद्रीय गृहमंत्री ने व्यक्त किया। इस निवेश से पांच लाख युवाओं को रोज़गार प्राप्त होगा, यह बयान भी गृहमंत्री ने किया।

रविवार के दिन केंद्रीय गृहमंत्री ने ‘बीएसएफ’ और ‘आयबी’ के उच्च स्तरीय अधिकारियों से मुलाकात की। इससे पहले उन्होंने जम्मू के सरहदी क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने वहां की तीन सीमा चौकियों पर पहुँचकर बंकर्स का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने नज़दिकी गांवों के लोगों से संवाद करके पाकिस्तान को चेतावनी दी है।

इससे पहले आयोजित एक समारोह में बोलते समय जम्मू-कश्‍मीर की स्थिति में सुधार हुआ है। यहां पर आतंकी हमलों में मारे जानेवालों की संख्या कम होने की बात भी शहा ने रेखांकित की। फिर भी हर वर्ष लगभग ३० लोग मारे जा रहे हैं। यह संख्या कम होने के बावजूद संतोषजनक नहीं है। जब तक एक की भी मौत नही होगी, ऐसी स्थिति निर्माण नहीं होती तब तक सरकार और सुरक्षा यंत्रणा स्वस्थ नहीं बैठेगी। आतंकवाद का पूरी तरह से सफाया किया जाएगा, यह बात केंद्रीय गृहमंत्री ने ड़टकर कही।

इसी बीच, पूँछ-राजौरी में ऑपरेशन का रविवार के दिन १४ वां दिवस था। रविवार के दिन इस ऑपरेशन में तीन सैनिक घायल हुए और एक आतकी मारा गया। इसी मुठभेड़ के दौरान एक नागरिक की गोली लगने से मौत हुई है।

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