वायुसेना के अड्डे पर हुए हमले का प्रत्युत्तर दिया जाएगा – रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

कानपुर – जम्मू स्थित वायुसेना के अड्डे पर ‘ड्रोन’ के ज़रिये किए गए विस्फोट का प्रत्युत्तर दिया जाएगा। इससे संबंधित निर्णय भारतीय सेना करेगी, ऐसा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है। ‘लश्‍कर ए तोयबा’ और ‘द रेज़िस्टन्स फ्रंट-टीआरएफ’ जैसे पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकी संगठन ही जम्मू में हुए इन विस्फोटों के पीछे होने की बात स्पष्ट हो रही है। इस वजह से इस हमले पर प्रत्युत्तर देने का रक्षामंत्री का इशारा पाकिस्तान के उद्देश्‍य से ही होने की बात सामने आ रही है। साथ ही सीमा के उस ओर से पहुँच रहे ‘ड्रोन्स’ तलाशकर उन्हें नष्ट करने की यंत्रणा जल्द ही सक्रिय होगी, यह बात भी रक्षामंत्री ने स्पष्ट की। इस मोर्चे पर देश सुरक्षित है और भारतीय सेना ऐसे हमलों का जवाब देने का सामर्थ्य रखती है, यह गारंटी रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने देशवासियों को दी।

कानपुर में एक समारोह में बोलते समय रक्षामंत्री ने जम्मू में स्थित वायुसेना के अड्डे पर ड्रोन के ज़रिये किए गए विस्फोटों की गंभीरता से संज्ञान लिया होने के संकेत दिए। भारतीय सेना ऐसे हमलों का सामना करने की ताकत रखती है। अगले दिनों में सीमा के उस ओर से आनेवाले ड्रोन्स पर कार्रवाई करने की यंत्रणा जल्द ही सक्रिय की जाएगी, यह जानकारी भी रक्षामंत्री ने साझा की। लेकिन, क्या जम्मू स्थित वायुसेना के अड्डे पर हमला करनेवाले पाकिस्तान पर और एक सर्जिकल स्ट्राईक किया जाएगा, इस सवाल पर रक्षामंत्री ने सूचक शब्दों में जवाब दिया। भारतीय सेना पूरी तरह से चौकन्नी है और देश की सीमा सुरक्षित है। सेना देश की सुरक्षा के सामने खड़ी किसी भी चुनौती का मुकाबला करने के लिए तैयार है। ड्रोन हमलों को कब और कैसे प्रत्युत्तर देना है इसका निर्णय पूरी तरह से सेना के द्वारा ही किया जाएगा, ऐसा राजनाथ सिंह ने कहा। 

इसी बीच वायु सेना के अड्डे पर ड्रोन के ज़रिये किए गए विस्फोटों के पीछे ‘लश्‍कर ए तोयबा’ और ‘द रेज़िस्टन्स फ्रंट-टीआरएफ’ नामक आतंकी संगठन होने की बात स्पष्ट हो रही है। इसके लिए डेढ़ किलो आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया था। साथ ही यह ड्रोन्स जीपीएस यंत्रणा की सहायता से संचलित किए जा रहे थे, यह जानकारी भी स्पष्ट हुई है। इस वजह से इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने का भरोसा सुरक्षा बलों को होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी.किशन रेड्डी ने इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ हो सकता है, यह आशंका कुछ दिन पहले व्यक्त की थी। जम्मू-कश्‍मीर के पुलिस महासंचालक दिलबाग सिंह ने भी ‘ड्रोन्स’ का निर्माण सड़कों पर नहीं हो सकता, ऐसा कहकर इस मामले में पाकिस्तान के खिलाफ ही आरोप लगाए थे।

भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए जम्मू-कश्‍मीर की नियंत्रण रेखा के साथ ही पाकिस्तान ने पंजाब की सीमा पर भी ‘ड्रोन्स’ के ज़रिये विस्फोटक और नशीले पदार्थों की तस्करी की थी, इस ओर दिलबाग सिंह ने ध्यान आकर्षित किया है।

इसी बीच, पाकिस्तान के खिलाफ भारत जम्मू में हुए इस हमले के सबूत इकठ्ठा कर रहा है और तभी पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ आतंकवाद के आरोप लगाए हैं। भारत आतंकियों को पैसे दे रहा है, यह आरोप लगाकर पूरे विश्‍व के सामने यह बात रखी जाएगी, ऐसा बयान पाकिस्तान के विदेशमंत्री शाह महमूद कुरेशी ने किया है। लाहौर में आतंकी नेता हाफिज सईद के घर के करीब हुए बम विस्फोट के पीछे भारत का हाथ होने का पाकिस्तान आरोप लगा रहा है। लेकिन, इन आरोपों की वजह से पाकिस्तान की मुश्‍किलें अधिक बढ़ने की संभावना बनी है।

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