अमरीका के साथ ड्रोन सहयोग को मना करने के बाद इस्राएल प्रधानमंत्री की रशियन राष्ट्राध्यक्ष से फोन पर चर्चा

जेरूसलेम/मॉस्को, दि. २४ (वृत्तसंस्था) – अमरीका द्वारा ‘ड्रोन्स’ के इस्तेमाल के मामले में तैयार की गयी नियमावली पर हस्ताक्षर करने से इस्राएल ने मना कर दिया है| इस नियमावली की वजह से ‘ड्रोन्स’ का बाज़ार में प्रभाव कम होगा, इस डर से इस्राएल ने हस्ताक्षर करने से मना किया है, ऐसा कहा जाता है| इस पृष्ठभूमि पर, इस्राएल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू और रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के बीच फोन पर चर्चा हुई होने की ख़बर सामने आयी है| अमरीका के साथ बढ़ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर, रशिया-इस्रायल में बढ़ते सहयोग का संकेत देनेवाली यह चर्चा ग़ौरतलब साबित हुई है|

इस्राएलअमरीका के विदेश मंत्रालय द्वारा कुछ दिन पहले, ड्रोन्स का इस्तेमाल और बिक्री के नियमों का समावेश रहनेवाला एक विधेयक तैयार किया गया है| ‘जॉईंट डिक्लरेशन फॉर द एक्सपोर्ट ऍण्ड सबसिक्वेन्ट युज ऑफ आर्मड् ऑर स्ट्राईक एनेबल्ड् अनमॅन्ड् एरिअल व्हेईकल्स (युएव्हीज्)’ ऐसा इस विधेयक का नाम है| युरोप के प्रमुख देशों समेत लगभग ४० देशों ने इसपर हस्ताक्षर किये है| लेकिन इस्रायल ने अभी तक इस विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं किये हैं| यही मसला अमरीका और इस्राएल के बीच नयें तनाव का कारन बना है|

इस्रायल में सेना के अधिकारियों तथा विशेषज्ञों ने अमरीका के विदेशमंत्रालय ने तैयार किए विधेयक पर सवाल उठाये हैं| यह विधेयक आंतर्राष्ट्रीय नियमावली तैयार करने के लिए नहीं, बल्कि इस्रायल के ‘ड्रोन बाज़ार’ को रोकने के लिए बनाया गया है, ऐसा दावा किया जा रहा है| पिछले कुछ महीनों से अमरीका कंपनी द्वारा इस्रायली ड्रोन्स को रोकने के लिए की गयीं कोशिशें और भारत को दी गयीं सुविधाएँ इसकी ओर इस्रायली अधिकारियों ने ध्यान खींचा है|

इस्राएलइस्राएल ने यदि विधेयक पर हस्ताक्षर करके उसे मान्यता दी, तो देश की ड्रोन कंपनियों का मार्केट ख़तरे में आ सकता है, ऐसा दावा इस्राएल विशेषज्ञों ने किया है| इसलिए इस्राएल ने इसपर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया है| लेकिन इस वजह से इस्राएल ने अमरीका की नारा़ज़गी मोलली है, ऐसा कहा जाता है| पिछले सालभर में इस्राएल ने सीरिया, ईरान, पैलेस्टाईन जैसे मसलों पर अमरीका के खिलाफ़ भूमिका अपनायी थी|

इस पृष्ठभूमि पर, रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने इस्राएल के प्रधानमंत्री से फोन पर चर्चा की होने की बात सामने आयी है| रशिया-इस्राएल संबंधों की पुनर्स्थापना के २५ साल पूरे होने पर तथा प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू को जन्मदिन की शुभकामनाएँ देने के लिए यह फोन किया गया था, ऐसी जानकारी सूत्रों ने दी| फोन पर द्विपक्षीय सहयोग के साथ कई आंतर्राष्ट्रीय मसलों पर चर्चा हुई होने की ख़बर है|

इस सालभर में दोनों नेताओं के बीच फोन पर चर्चा होने का यह छठा अवसर है| पिछले ड़ेढ साल में, पुतिन और नेत्यान्याहू के बीच चार बार ठेंठ मुलाक़ात भी हुई है| वहीं, रशिया के प्रधानमंत्री दिमित्रि मेदवेदेव्ह अगले महीने इस्राएल की यात्रा पर भी आनेवाले हैं| ये घटनाएँ, दोनो देशों के बीच का सहयोग नये पड़ाव पर पहुँचा होने के संकेत देनेवालीं दिखायी दे रही हैं|

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