इस्रायल ने की सीरिया में घुसकर कार्रवाई

जेरूसलेम – सीरिया ने गोलान की पहाड़ियों पर स्थापित ‘डिमिलिटराईज्ड ज़ोन’ में निर्माण की हुई दो सुरक्षा चौकियां इस्रायल की सेना ने तहाब की हैं। इस्रायली सेना के स्पेशल फोर्सेस के सैनिकों ने सीमा रेखा लांघकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया। इस्रायली सेना ने ही इस कार्रवाई की जानकारी सार्वजनिक की और साथ ही यह इशारा भी दिया है कि, आवश्‍यकता महसूस होने पर इस्रायली सेना दुबारा ऐसी कार्रवाई करेगी। यह कार्रवाई यानी डिमिलिटराईज्ड ज़ोन में सुरक्षा चौकियां एवं सेना की तैनाती करनेवाली सीरिया की अस्साद हुकूमत के लिए संदेश था, यह दावा इस्रायली माध्यम कर रहे हैं।

इस्रायली सेना के ‘नहाल ब्रिगेड’ और ‘यहालोम युनिट’ की स्पेशल फोर्सेस के सैनिकों ने २१ सितंबर की रात में उत्तरी गोलान पहाड़ियों की सीमा से प्रवेश करके इस कार्रवाई को अंजाम दिया। सीरियन सेना ने संयुक्त राष्ट्रसंघ के नियमों का उल्लंघन करके इस सरहदी क्षेत्र में निर्माण की गई सीरियन सेना की दो चौकियां तबाह की हैं और इस कार्रवाई के बाद सभी इस्रायली सैनिक अपनी सीमा में सुरक्षित लौट आए हैं, यह जानकारी इस्रायली सेना के प्रवक्ता ने सोशल मीडिया के ज़रिये साझा की। सीरियन सेना इन दोनों सुरक्षा चौकियों का इस्तेमाल इस्रायल के गोलान पहाड़ियों पर जारी गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए कर रही थी, यह आरोप इस्रायली सेना ने किया। इस कार्रवाई में सीरियन सेना का कितना नुकसान हुआ, यह स्पष्ट नहीं हो सका है। इस्रायली सेना के प्रवक्ता ने इससे संबंधित जानकारी सार्वजनिक करने के बाद नहाल ब्रिगेड़ के सेना अधिकारियों ने इस कार्रवाई की जानकारी साझा की। ईरान एवं लेबनान स्थित हिज़बुल्ला से सहयोग कर रहे सीरिया को गोलान पहाड़ियों की सीमा पर रोकने के लिए इस्रायली सेना इसके आगे भी ऐसी कार्रवाई करेगी, यह इशारा इस्रायली सेना ने दिया है। साथ ही दक्षिणी सीरिया का अब दक्षिणी लेबनान होने नहीं देंगे, यह कहकर सीरिया के दक्षिणी इलाकों में बढ़ रही आतंकी संगठनाओं की गतिविधियों पर अपनी नज़र होने का इशारा भी इस्रायली सेना ने दिया।

संयुक्त राष्ट्रसंघ के नियमों के अनुसार इस्रायल और सीरिया के डिमिलिटराईज्ड ज़ोन में दोनों देशों को या उनसे संबंधित हथियारी गुटों को किसी भी तरह की लष्करी गतिविधियां करने की अनुमति नहीं है। इस सरहदी क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्रसंघ के शांति सैनिक तैनात करने की बात तय हुई है। इसके बावजूद सीरिया ने इस क्षेत्र में दो सुरक्षा चौकियों का निर्माण किया है, यह आरोप इस्रायल कर रहा है। इसके साथ ही बीते महीने में इसी क्षेत्र के सीरियन सेना के साथ ही ईरान के रिवोल्युशनरी गार्ड्स के सैनिक, ईरान से जुड़े हिज़बुल्लाह एवं अन्य आतंकी संगठनों की गतिविधियां बढ़ने के समाचार प्रसिद्ध हुए थे। तभी, सीरियन राष्ट्राध्यक्ष बाशर अल अस्साद ने भी गोलान की पहाड़ियां दुबारा प्राप्त किए बिना इस्रायल के साथ चर्चा संभव ना होने का ऐलान किया था। इस पृष्ठभूमि पर इस्रायली सेना ने इस कार्रवाई को अंजाम देकर सीरिया की अस्साद हुकूमत को इशारा दिया है, यह दावा किया जा रहा है।

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