सिरिया मे ईरान को रोकने के लिए इस्रायल कारवाई करेगा- इस्रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू

जेरूसलम: आवश्यकता महसूस होने पर इस्रायल अकेला ही ईरान पर कारवाई करेगा ऐसा कड़ा इशारा इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने दिया है। सीरिया में ईरान की लष्करी तैनाती वैध है, ऐसा रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लॅवरोव्ह ने कहा था। उसके बाद सीरिया में ईरान की लष्करी तैनाती सहन नहीं की जाएगी, ऐसा सूचित करने वाले इस्रायली प्रधानमंत्री ने सीधे कारवाई का इशारा दिया है।

कारवाई

इराक सीरिया में लष्करी तल प्रस्थापित करने की खबरें कुछ दिनों पहले प्रसिद्ध हुई थी। साथ ही इस्रायल के गोलन पहाड़ियों की सीमा के पास ईरान का लष्कर दाखिल होने का दावा किया जा रहा है। सीरिया में ईरान के इन गतिविधियों पर इस्रायली प्रधानमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की थी। तथा सीरिया में ईरान की लष्करी गतिविधियां अगर नहीं रोकी गई तो इस्रायल के सीरिया में हमले शुरू रहेंगे, ऐसा भी नेत्यान्याहू ने २ दिनों पहले सूचित किया था।

पर रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लॅवरोव्ह ने सीरिया में ईरान के लष्करी गतिविधियों का समर्थन करके इस्रायल की चिंता ठुकराई है। तथा इस्रायल के गोलन पहाड़ियों के पास ईरानी लष्कर की तैनाती को पीछे लेने के लिए कोई वचन नहीं दिया था, यह कहकर इस्रायली मांग भी रशियन विदेश मंत्रीने ठुकराई है। उसके बाद इस्रायली प्रधानमंत्री नेत्यान्याहूने अधिक आक्रामक भूमिका स्वीकार कर ईरान के बारे में कड़ा इशारा दिया है।

लॉस एंजेलिस में आयोजित किए ‘ज्यूइश फेडरेशन ऑफ नार्थ अमरिका’ के सर्व साधारण बैठक में वीडियो कॉन्फरेंसिंग द्वारा संबोधित करते हुए इस्रायली प्रधानमंत्री ने सीधे कारवाई का इशारा दिया है।ईरान शातिर रूप से सीरिया में मोर्चा बना रहा है। इस्रायल को नष्ट करने के लिए इराक सीरिया में हमेशा के लिए तल ठोककर सीरिया से इस्रायल पर हमले करने की तैयारी कर रहा है, ऐसा आरोप नेत्यान्याहू ने किया है।

अगर अंतरराष्ट्रीय समुदाय संगठित हुआ, तो ईरान को रोका जा सकता है। अन्यथा ईरान को रोकने के लिए अकेला इस्रायल कारवाई करेगा। चाहे कुछ भी हो ईरान को परमाणु शस्त्र नहीं प्राप्त करने देंगे। तथा इस्रायल विरोधी कारवाईयों के लिए सीरिया के लष्करी तल का उपयोग नहीं होने देंगे, ऐसी घोषणा इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने की है। पाश्चात्य देशोंने ईरान के साथ किए परमाणु करार यह बहुत बड़ी गलती होकर, ईरान द्वारा यूरेनियम का संवर्धन नहीं रोकने का आरोप भी नेत्यान्याहू ने उस समय किया है।

दौरान, रशिया ने इस्रायल के सीमा के पास ईरान के लष्कर की तैनाती वैध ठहराने के बाद, इस्रायल के रक्षामंत्री एविग्दोर लिबरमन ने गोलन पहाड़ियों का दौरा किया था। यहां तैनात हुए इस्रायली सैनिकों के चौकियों को लिबरमन ने भेंट दी थी। तथा अपने देश की और जनता की सुरक्षा के लिए इस्रायल सीरिया पर सीधी कारवाई करेगा, ऐसा इशारा इस्रायल के रक्षा मंत्रीने दिया है। तथा सीरिया को इस्रायल विरोधी कारवाई के लिए तल नहीं बनाने देंगे, ऐसा लिबरमन ने सूचित किया है।

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