ईरान के हमलों को जवाब देने के लिए इस्रायल हवाई सुरक्षा यंत्रणा का निर्माण करेगी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरजेरूसलम – सौदी अरब के ईंधन परियोजनाओं पर ड्रोन्स और मिसाइल हमलें होने के बाद अलर्ट हुए इस्रायल ने हवाई सुरक्षा यंत्रणा का निर्माण करने की तैयारी की है| इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू की अध्यक्षता में रविवार के दिन हुई पहली ‘सिक्युरिटी कैबिनेट’ बैठक में यह निर्णय किया गया| कुछ घंटे पहले ही प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने ईरान का मुकाबला करने के लिए इस्रायल को अरबों शेकेल्स की जरूरत होगी, यह निवेदन इस्रायली संसद में किया था|

इस्रायल ने गाजापट्टी, लेबनान और सीरिया की सीमा के निकट ती प्रगत हवाई सुरक्षा यंत्रणा का निर्माण किया है| इनमें ‘आयर्न डोम’, ‘एरो’ और ‘डेव्हिडस् स्लिंग’ इन हवाई सुरक्षा यंत्रणा का समावेश है| इनमें से आयर्न डोम यह यंत्रणा गाजा की हमास के छोटी दूरी के रॉकेटस् रोकने में कामयाब साबित हुई है| पर, पिछले महीने में सौदी के ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों के बाद इस हवाई सुरक्षा यंत्रणा की क्षमता बढाने की जरूरत नए से सामने आयी है|

अमरिका ने भी सौदी के लिए नई हवाई सुरक्षा यंत्रणा और ड्रोन विरोधी यंत्रणा की तैनाती करने का ऐलान किया है| इस पृष्ठभूमि पर इस्रायल की हवाई सुरक्षा यंत्रणा मजबूत करने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू की कैबिनेट में निर्णय होने की खबर प्राप्त हुई है|

सौदी के ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों के बाद इस्रायल के एटमी एवं अन्य संवेदनशील ठिकानों पर हमलें होने की संभावना बढी है, यह दावा इस्रायली विश्‍लेषक कर रहे है| इस पृष्ठभूमि पर इस्रायल अपनी हवाई सुरक्षा मजबूत करें, यह मांग विश्‍लेषक कर रहे है|

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