‘आयएस’ ने युरोप में आतंकी हमलें करने की तैयारी जुटाई – ब्रिटेन के पूर्व गुप्तचर अफ़सर का दावा

लंदन – आतंकी ‘आयएस’ संगठन अगले कुछ दिनों में ब्रिटेन समेत युरोप में आतंकी हमलें करने की तैयारी में होने का दावा ब्रिटेन के पूर्व गुप्तचर अधिकारी ऐमन डीन ने किया है। सीरिया और लीबिया में मौजूद ‘आयएस’ के गुट ये हमलें करने की साज़िश कर रहे हैं, यह बात डीन ने अपने दावे मे कही है। बीते दो महीनों में ‘आयएस’ ने फ्रान्स एवं ऑस्ट्रिया में आतंकी हमलें किए थे। इस पृष्ठभूमि पर, ब्रिटीश गुप्तचर अधिकारी ने दी यह चेतावनी ध्यान आकर्षित करनेवाली साबित हो रही है।

युरोप में आतंकी हमलें

लंदन में हुई सुरक्षा विषयक बैठक के दौरान ब्रिटेन के ‘एमआय६’ इस गुप्तचर संगठन के पूर्व अधिकारी रहें डीन ने संभावित आतंकी हमलों को लेकर चेतावनी दी हैं। ‘आयएस’ का वरिष्ठ कमांडर ओमर अल शिसानी, युरोपिय देशों में आतंकी हमलें करने की तैयारी में जुटा है। इन हमलों के लिए तुर्की एवं उत्तर अफ्रिकी देशों के माध्यम से, युरोप में आतंकी रवाना किए जाएंगे। इनसे ब्रिटेन, फ्रान्स और जर्मनी में हमलें हो सकते हैं। इन देशों में ख्रिसमस की पृष्ठभूमि पर लॉकडाऊन शिथिल करने के संकेत दिए गए हैं और आतंकी इसी का लाभ उठाएंगे’, यह चेतावनी डीन ने दी है।

युरोप में आतंकी हमलें

इराक और सीरिया में ‘आयएस’ को परास्त करने में भले ही सफलता प्राप्त हुई हो, फिर भी युरोप में ‘लोन वुल्फ’ आतंकी हमलें हुए थे, इस ओर ब्रिटीश गुप्तचर अफसर ने ग़ौर फ़रमाया। उत्तरी सीरिया एवं लीबिया में अभी भी ‘आयएस’ के आतंकी सक्रिय हैं और युरोप में होनेवाले हमलों के पीछे इसी क्षेत्र के गुट होंगे, यह दावा डीन ने किया है। अगले कुछ दिनों में इस क्षेत्र से युरोप में आतंकियों की लहर पहुँचती दिखाई देगी, यह ड़र भी उन्होंने इस दौरान व्यक्त किया।

युरोप में आतंकी हमलें

अक्तूबर एवं नवंबर महीने में फ्रान्स और ऑस्ट्रिया में ‘आयएस’ ने चार आतंकी हमलें किए थे। इन हमलों में १० से भी अधिक लोग मारे गए हैं और इसपर युरोपिय देशों में तीव्र प्रतिक्रियाएँ प्राप्त हो रही हैं। युरोप आतंकवाद के सामने कभी भी झुकेगा नहीं, यह वादा करके युरोपिय नेताओं ने, चरमपंथी गुट एवं आतंकियों के विरोध में आक्रामक मुहिम शुरू करने का ऐलान किया है। फ्रान्स और ऑस्ट्रिया में व्यापक तौर पर यह मुहिम शुरू है और आतंकी संगठनों के सैकड़ों कट्टरपंथी समर्थकों को हिरासत में लिया गया है।

फ्रान्स और ऑस्ट्रिया समेत ब्रिटेन ने आतंकवाद विरोधी मुहिम तीव्र करने के संकेत दिए हैं। ब्रिटेन की सरकार ने आतंकी हमलों का खतरा बढ़ा होने का इशारा भी जारी किया है। युरोपिय देशों में बीते छह वर्षों में आतंकवादी हमलों की मात्रा में बढ़ोतरी होती दिख रही है। इसके पीछे खाड़ी एवं अफ्रिकी देशों से हो रहीं शरणार्थियों की घुसपैठ, यह प्रमुख कारण है, ऐसे आरोप किए जा रहे थे। युरोपिय नेतृत्व ने घुसपैठ को लेकर नरमाई से भरी भूमिका अपनाकर सुरक्षा को अनदेखा किया है, यह आरोप भी पत्रकार एवं विश्‍लेषकों ने किया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published.