कुर्द पर लष्करी कारवाई के लिए इराक एवं तुर्की की गतिविधियां शुरू

बगदाद / अंकारा: इराक के उत्तर मे कुर्द लोगों ने कुर्दिस्तान के सार्वमत के बाद, इराकी सरकार और तुर्की मे आक्रामक गतिविधियां शुरू की है। कुर्द के भाग मे सेना घुसाकर लष्करी कारवाई करने की एवं यहां के ईंधन भांडार को कब्जे मे लेने की अनुमति इराक की संसद ने अपने सरकार को दी है। उस समय तुर्की ने इराक सरकार को समर्थन दिया है और कुर्द के कब्जे मे रहनेवाले ईंधन भांडार को ईंधन अन्य देशों को निर्यात नहीं करने देंगे ऐसा सूचित किया है।

कुर्दस्वतंत्र कुर्दिस्तान के लिए कुर्दों ने लिए सार्वमत के बाद इराक सरकार की चिंता बढ़ी है। कुर्द के कब्जे मे रहे भूभाग से प्रतिदिन साढ़े छह लाख बैरेल्स ईंधन की निर्यात की जा रही है। इराक के सम्पूर्ण ईंधन निर्यात से १५ प्रतिशत ईंधन इस भाग से हो रहा है। इससे व्यतिरिक्त सन २०१४ मे ‘आयएस’ विरोधी संघर्ष मे कुर्दने ‘किरकुक’ शहर को कब्जे मे लिया था। पिछले ३ वर्षों मे कुर्द के नियंत्रण मे होनेवाले ‘किरकुक’ से प्रतिदिन १० लाख बैरेल्स ईंधन बाहर निकाला जा रहा है। इसकी वजह से ‘किरकुक’ अगर कुर्द के कब्जे मे जाता है तो इससे इराक सरकार के सामने आर्थिक समस्या बढ़ सकती है।

इस पृष्ठभूमि पर इराक के संसद ने बुधवार के लिए तत्काल इराकी प्रधानमंत्री हैदर अल-अबादी ने किरकुक शहर के ईंधन भांडार का कब्जा लेने के लिए आवश्यक कारवाई की अनुमति दी है। इराकी सरकार ने किरकुक का ईंधन प्रकल्प इराक के ईंधन मंत्रालय के नियंत्रण मे लाना ही होगा, ऐसे आदेश संसद ने दिए है। इसके लिए किरकुक के साथ अन्य विवादग्रस्त विभाग मे सेना तैनात करने का अधिकार इराक के संसदने दिए है।

कुर्दउसके बाद इराक के प्रधानमंत्री अबादी ने गुरुवार के दिन अध्यादेश जारी किया है और कुर्द भागों मे सभी सीमारेखा बंद की गई है। इराक के पड़ोसी देश इसका पालन करें, ऐसा आवाहन प्रधानमंत्री अबादी ने किया है। तथा उनके विभाग से होनेवाले ईंधन निर्यात पर इराकी सरकार का अधिकार होकर, अन्य देश कुर्द से ईंधन व्यवहार ना करें ऐसा प्रधानमंत्री अबादी ने घोषित किया।

इस बारे मे इराक के प्रधानमंत्री ने तुर्की के प्रधानमंत्री बिनाली यिल्दिरीम से संपर्क किया था। कुर्द भाग से प्रतिदिन बाहर निकलने वाले साढ़े छह लाख ईंधन का निर्यात तुर्की के ‘सिहान’ पाइप लाइन द्वारा की जाती है। तुर्की और कुर्द मे इस बारे मे सीधा व्यवहार हुआ है और अब तक इसमे इराक सरकार को कहीं स्थान नहीं मिला है। पर कुर्द के स्वतंत्र कुर्दिस्तान के सार्वमत के बाद तुर्की ने कुर्द के साथ हुए इस व्यवहार से पीछे आने के संकेत दिए है और इराक के प्रधानमंत्री अबादीने लिए इस निर्णय का स्वागत किया है। इसके साथ कुर्द के भाग मे सेना तैनात करने का इराकी सरकार के निर्णय को अपना समर्थन होने की बात तुर्की ने घोषित की है।

दौरान, दो दिनों पहले इराक के राष्ट्रपति एर्दोगन ने इराक के उत्तर के कुर्द भाग मे सेना और तोंफ घुसाने का इशारा दिया था। इराक की सीमा के पास तैनात रहे अपने तोंफ तैयार होने की बात एर्दोगनने घोषित की थी। तुर्की की सीमा के पास किए युद्धाभ्यास मे इराक के लश्कर शामिल हुआ था।

Leave a Reply

Your email address will not be published.