इराक ने किया रशिया के साथ लष्करी सहयोग बढाने का ऐलान

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबगदाद: ‘आयएस’ विरोधी संघर्ष में इराक को अहम सहायता कर रही रशिया के साथ लष्करी सहयोग बढाने का ऐलान इराक की सेना ने किया है| इराक के सेना प्रमुख लेफ्टनंट जनरल ओथमन अल घनिमी ने कुछ घंटे पहले इराक में नियुक्त रशियन राजदूत मैक्सिम मैक्सिमोव्ह से भेंट की| इस भेट के बाद इराक की सेना ने यह ऐलान किया| इस दौरान, पिछळे महीने में अमरिका ने कासेम सुलेमानी पर की कार्रवाई के बाद इराक के साथ बने संबंधों में तनाव बना है|

राजदूत मैक्सिमोव्ह ने हाल ही में इराक में रशियन दूतावास का नियंत्रण हाथ में लिया है| इस पृष्ठभूमि पर इराक के सेनाप्रमुख लेफ्टनंट जनरल अल घमिनी ने मैक्सिमोव्ह से भेंट करके दोनों देशों के लष्करी सहयोग पर बातचीत करने की जानकारी सेना ने प्रसिद्ध की है| ‘‘आयएस’ के विरोध में एवं अन्य संघर्ष के लिए रशिया ने इराकी सेना को प्रगत हथियार प्रदान किए थे| इराक और रशिया का यह लष्करी सहयोग और बढाना एवं ‘आयएस’ फिर से सीर ना उठाए, इसके लिए समन्वय करने’पर घमिनी और मैक्सिकोव्ह के बीच बातचीत होने की जानकारी इराकी सेना ने साझा की है|

रशियन राजदूत मैक्सिकोव्ह ने इस दौरान इराकी सेनाप्रमुख को रशिया आने का न्यौता दिया है| साथ ही इराकी सेनाप्रमुख के साथ हुई यह भेंट दोनों देशों में सहयोग बढाएगी, यह उम्मीद मैक्सिकोव्ह ने व्यक्त की है| पिछले महीने में ही इराक सरकार ने रशिया से हाई सुरक्षा यंत्रणा खरीद करने के बारे में बातचीत की थी| अपने देश की हवाई सुरक्षा यंत्रणा मजबूत करने के लिए रशिया सहायता प्रदान करेगी, यह भरोसा इराक की सरकार ने जताया था| रशियान ने अबतक इराक सरकार के इस प्रस्ताव पर जवाब नही दिया है| पर, रशिया के साथ सहयोग बढाने के लिए इराक से हो रही कोशिश अमरिका के लिए चेतावनी होने का दावा किया था|

पिछले महीने में अमरिका ने इराक में हवाई हमलें किए थे| ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् के प्रमुख कासेम सुलेमानी एवं इराक में स्थित ईरान से जुडे गुट के नेता अबु महदी अल मुहानदिनस इस हमले में मारे गए थे| अमरिका के इस हमले के बाद इराक में काफी तेज प्रतिक्रिया उमडी थी| ईरान के प्रभाव में होनेवाली इराक की माहदी सरकार ने इस हमले के लिए अमरिका पर आलोचना की और साथ ही अमरिकी सेना को देश छोडकर जाने को कहा है| तभी, अमरिका ने इराक से पीछे हटना मुमकिन नही है, यह इशारा दिया था| अमरिका ने इराक से पीछे हटना रशिया के लिए फायदे का रहेगा, इराक में रशिया अपना प्रभाव बढाएगा, यह इशारा अमरिका के लष्करी विश्‍लेषकों ने दिया था|

इसी दौरान, दोन दिन पहले मोहम्मद तौफिक अलावी ने इराक के प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली है| मोहम्मद तौफिक अलावी यह ईरान के ‘रिव्होल्युशनरी गार्डस्’ (आयआरजीसी) और हिजबुल्लाह के कडे समर्थक जाने जाते है| उनका चयन होने के बाद कुछ ही घंटों में अमरिका की ‘सेंटकॉम’ के वरिष्ठ अधिकारी जनरल केनिथ मैकेन्झी ने इराक की यात्रा करके अमरिकी सैनिकों से भेंट की थी| इसके बाद इराक के सेना प्रमुख ने रशियन राजदूत से की भेट अहम सबित होती है|

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