सौदी की ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों में हुआ ईरान के हथियारों का प्रयोग – प्राथमिक जांच का रपट

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तररियाध: ‘शनिवार के दिन सौदी अरब की ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों में इस्तेमाल किए गए हथियार ईरान के बनाए थे, यह बात प्राथमिक जांच से स्पष्ट हुई है| अब सिर्फ यह हमलें किसने किए, यह तय करना है| हौथी बागियों ने किए दावे के अनुसार यह हमलें येमन से किए गए नही है, यह बात स्पष्ट हुई है’, ऐसा सौदी की सेना के प्रवक्ता कर्नल तुर्की अल मिलिकी ने स्पष्ट किया|

‘अबकैक’ इस दुनिया की सबसे बडी परियोजना पर हुए आतंकी हमलों की जांच का प्राथमिक रपट सौदी ने सोमवार के दिन सामने रखा| सौदी अरब और अरब मित्रदेशों ने किए संयुक्त जांच में हमलों की जगह से बरामद किए गए हथियारों के टुकडे और हमलें की जगह पर लगे ढेर का निरिक्षण किया गया| पहले स्तर की जांच में सामने आयी जानकारी में इस हमलें में कौने से हथियारों का प्रयोग हुआ, यह स्पष्ट हुआ है| लेकिन, इन हथियारों की जानकारी देने से कर्नल तुर्की दूर रहें| लेकिन, यह हथियार ईरान के बनाए थे, यह स्पष्ट होने की बात सौदी के सेना प्रवक्ता ने कही|

अब यह हमलें कहां से किए गए, इसकी जांच अभी होनी है, यह भी कर्नल तुर्की ने कहा| कुछ दिन पहले येमन के हौथी बागियों ने सौदी के ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों की जिम्मेदारी स्वीकारी थी| साथ ही इसके आगे भी ऐसे हमलें होते रहेंगे, यह धमकी भी उन्होंने दी थी| लेकिन, येमन से यह हमलें नही हुए है, ऐसा कर्नल तुर्की ने डटकर कहा| इससे पहले अमरिका ने भी हौथी बागियों के पास सौदी के ईंधन परियोजनाओं पर हमला करने के लिए जरूरी तकनीक एवं हथियार ना होने का दावा किया था|

येमन के हौथी बागियों के नियंत्रण का क्षेत्र और सौदी की अबकैक ईंधन परियोजना के बीच करीबन हजार किलोमीटर से भी अधिक अंतर है| इतनी दूरी पर हमलें करने के लिए जरूरी ड्रोन तकनीक और मिसाइल हौथी बागियों के पास नही है, ऐसा अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा ने कहा था| ईरान या इराक से सौदी की ईंधन परियोजनाओं पर हमलें हुए है, यह दावा अमरिकी गुप्तचर यंत्रणाओं ने किया था|

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