ईरान ने दिया ‘आयएईए’ के निरीक्षकों को निष्कासित करने का इशारा

तेहरान – अमरीका के भावी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने सरकार स्थापित करने से पहले ही ईरान ने उन्हें चेतावनी दी है। अमरीका ने ईरान पर लगाए सभी प्रतिबंध उचित समय पर नहीं हटाए तो ‘अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग’ (आयएईए) के निरीक्षकों को ईरान से निष्कासित किया जाएगा, इसके लिए अमरीका को २१ फ़रवरी की ‘डेडलाईन’ रहेगी, ऐसा बयान ईरान ने किया है। तभी आयोग के निरीक्षकों को रोकने का अधिकार ईरान को नहीं है, ऐसी फटकार अमरीका के विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने लगाई है।

ईरान में वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक फखरीज़ादेह की बीते महीने हत्या की गई थी। फखरीज़ादेह की हत्या के लिए ईरान ने अमरीका और इस्रायल को ज़िम्मेदार ठहराया था। साथ ही परमाणु वैज्ञानिक की हत्या के बाद ईरान की संसद में परमाणु कार्यक्रम की पृष्ठभूमि पर कुछ अहम निर्णय किए गए थे। इसमें फोर्दो परमाणु केंद्र में युरेनियम संवर्धन शुरू करना एवं वर्ष २०१५ के परमाणु समझौते का उल्लंघन करके युरेनियम संवर्धन बढ़ाकर २० प्रतिशत करने का निर्णय किया गया था। इसके अलावा परमाणु ऊर्जा आयोग के निरीक्षकों को परमाणु प्रकल्प में प्रवेश नहीं मिलेगा, यह ऐलान भी किया गया था।

ईरान ने फोर्दो परमाणु प्रकल्प में युरेनियम सप्ताह बढ़ाकर २० प्रतिशत करने की प्रक्रिया शुरू होने का ऐलान इसी सप्ताह में किया। साथ ही १,००० सेंट्रीफ्यूजेस पर भी काम शुरू करने का ऐलान ईरान के वरिष्ठ अधिकारी ने किया था। बीते महीने से जारी ईरान की ऐसी गतिविधियां वर्ष २०१५ में किए गए परमाणु समझौते का उल्लंघन हैं, ऐसी आलोचना अमरीका के साथ ही ब्रिटेन, फ्रान्स और जर्मनी ने की थी। साथ ही ईरान परमाणु समझौते की मर्यादा में ही रहे, यह इशारा भी यूरोपिय देशों ने दिया था।

लेकिन, ईरान की शर्तें मंजूर किए बगैर युरेनियम संवर्ध नहीं रुकेगा, यह बात ईरान ने ड़टकर स्पष्ट की है। साथ ही अमरीका ने ईरान के आर्थिक, बैंकिंग और ईंधन क्षेत्र पर लगाए सभी प्रतिबंध नहीं हटाए तो अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग के निरीक्षकों को ईरान से निष्कासित किया जाएगा, ऐसा इशारा ईरान के सांसद अहमद अमिराबादी फराहानी ने दिया है। ईरान की माँग पूरी करने के लिए अमरीका के हाथ में २१ फ़रवरी तक की अवधि होने का बयान फराहानी ने किया।

इसी बीच अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ईरान की माँगों को अहमियत भी नहीं देते, इसकी जानकारी ईरान को है। इसी वजह से ईरान ने अमरीका के भावी राष्ट्राध्यक्ष और परमाणु समझौते का समर्थन कर रहे ज्यो बायडेन के लिए २१ फ़रवरी तक की अवधि दी है, यह दावा भी किया जा रहा है। लेकिन, अमरीका में सत्ता परिवर्तन हो रहा है और २० जनवरी के दिन ज्यो बायडेन अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे। बायडेन की सरकार बनने के बाद एक महीने की अवधि में ईरान पर लगाए गए प्रतिबंध हटाना काफी कठिन होने की बात विश्‍लेषक कह रहे हैं। इस वजह से ईरान ने डेडलाईन देकर बायड़ेन के सामने मुश्‍किलें खड़ी करके उनकी घेराबंदी की हुई दिख रही है।

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