ईरान-अमरीका की धमकियों और षडयंत्रों से डरते नहीं – ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी

तेहरान: ‘अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प की ओर से दी जानेवाली धमकियाँ और अपने खिलाफ रचे जाने वाले षडयंत्रों से ईरान नहीं डरेगा। अमरीका के इन षडयंत्रों का ईरान जोरदार मुकाबला करेगा’, ऐसी घोषणा ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने की है। ईरान पर नए प्रतिबन्ध लगाकर अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु अनुबंध से बाहर पड़ने के संकेत अमरीका की ओर से दिए जा रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने यह इशारा दिया है, ऐसा दिखाई दे रहा है।

दो महीनों पहले ही ईरान के राष्ट्राध्यक्ष पद के लिए चुने जाने के बाद, रोहानी ने रविवार को दूसरी बार राष्ट्राध्यक्ष पद की शपथ ली है। यह शपथ लेने के बाद रोहानी ने अमरीका पर अपना जोरदार टीकास्त्र छोड़ा। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की ओर से ईरान के खिलाफ षडयंत्र रचे जाने का आरोप रोहानी ने किया है। लेकिन अमरीका के इन षडयंत्रों में ईरान नहीं फंसने वाला, ऐसा दावा भी रोहानी ने किया है।

राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी‘इन विदेशी षडयंत्रों को ईरान एक होकर मात दे सकता है, ऐसी सीख ईरान के इस्लामी क्रांति के जनक इमाम खोमेनी ने हमें दी है। १९८० के दशक में इराक ने आठ साल का युद्ध लादने के बाद ईरान ने जिस तरह से संकटों का सामना किया था, वैसा ही ईरान अमरीका की धमकियों के खिलाफ करेगा’, ऐसी घोषणा राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने की है।

पिछले कुछ दिनों से परमाणु अनुबंध के मुद्दे को लेकर अमरीका और ईरान एक दूसरे को इशारे दे रहे हैं। कुछ माह पहले ईरान ने मिसाइल परिक्षण किया था।  इसके बाद दो सालों पहले के परमाणु अनुबंध का उल्लंघन करने का आरोप राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प प्रशासन कर रहा है। इस मिसाइल परिक्षण का निषेध करके दो हफ़्तों पहले अमरिकन सीनेट ने ईरान पर नए प्रतिबन्ध लगाए। साथ ही अमरीका ईरान के साथ किए हुए परमाणु अनुबंध को तोड़ भी सकता है, ऐसे संकेत अमरीका ने दिए हैं।

अमरीका ने लगाए इन प्रतिबंधों पर ईरान ने धमकी दी है। अमरीका ने अपने ऊपर प्रतिबन्ध लगाना जारी रखा, तो ईरान इस परमाणु अनुबंध से पीछे हटकर परमाणु कार्यक्रम शुरू कर सकता है, ऐसी घोषणा राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने की थी। परमाणु कार्यक्रम शुरू करने के बाद अगले पांच दिनों में ही ईरान आवश्यक संवर्धित युरेनियम की संख्या तक पहुंचेगा, ऐसी घोषणा करके राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने ईरान का परमाणु कार्यक्रम पहले जैसा जारी होने होने का संकेत दिया है।

अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय ईरानी राष्ट्राध्यक्ष की इस धमकी की तरफ गंभीरता से देखे, ऐसा आवाहन भी अमरीका ने किया था। साथ ही ईरान की ओर से परमाणु अनुबंध का उल्लंघन जारी होने की आशंका जताकर अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग ने ईरान के लष्करी अड्डों की जाँच करनी चाहिए, ऐसी माँग संयुक्त राष्ट्रसंघ अमरीका के राजदूत निकी हैले ने कि थी।

दौरान, अमरीका के यूरोपीय मित्र देश ईरान के साथ किए परमाणु अनुबंध का समर्थन कर रहे हैं। लेकिन इस्राइल और सऊदी अरेबिया और अरब मित्र देश इस परमाणु अनुबंध के खिलाफ ट्रम्प प्रशासन को समर्थन दे रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.