ईरान रासायनिक, परमाणु एवं जैविक हमलों के लिए तैयार रहे – ईरान के रक्षामंत्री आमिर हातामी

तेहरान – ‘ईरान के शत्रु कभी भी हम पर रासायनिक, परमाणु एवं जैविक हमले कर सकते हैं। मानवता के शत्रु देश अपने लष्करी उद्देश्‍य हासिल करने के लिए ईरान के खिलाफ सभी विकल्पों का इस्तेमाल करेंगे। ऐसे में ईरान को किसी भी हमले के लिए तैयार रहना होगा’, ऐसा इशारा ईरान के रक्षामंत्री आमिर हातामी ने दिया। साथ ही इन हमलों का सामना करने के लिए ईरान के रक्षा मंत्रालय ने पूरी तैयारी की है, यह बयान भी हातामी ने किया है।

iran-warइराक के कुर्दिस्तान प्रांत के हलाबा शहर पर उस समय के तानाशाह सद्दाम हुसेन ने किए ‘मस्टर्ड गैस’ के रासायनिक हमले को हाल ही में ३३ वर्ष पूरे हुए। इस अवसर पर ईरान में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते समय रक्षामंत्री हातामी ने यह इतिहास दोहराकर ईरान की जनता को रासायनिक एवं परमाणु और जैविक हमलों के लिए भी तैयार रहना होगा, यह इशारा भी दिया। शत्रु देश ईरान पर हमले करने के लिए इनमें से किसी भी एक या सभी विकल्पों का इस्तेमाल कर सकते हैं, ऐसा इशारा हातामी ने दिया। साथ ही चौकन्ना ईरान के रक्षा मंत्रालय ने इन हमलों का सामना करने के लिए आवश्‍यक तैयारी कर ली है, ऐसा बयान रक्षामंत्री हातामी ने किया।

जैविक क्षेत्र एक युद्ध का मोर्चा ही है, यह बात हातामी ने ड़टकर रखी। ‘फिलहाल विश्‍व ऐसी ही एक महामारी का सामना कर रहा है। बीते वर्ष हुए हमले में मारे गए ईरान के वैज्ञानिक फखरीज़ादेह ने कोरोना प्रतिबंधक टीका तैयार करने में बड़ा योगदान दिया था। फखरीज़ादेह ने बीते वर्ष फ़रवरी में ही हमसे बातचीत करते समय इस महामारी का अहसास कराया था। और इसके बाद यह महामारी विश्‍वभर में फैली’, यह दावा भी हातामी ने किया। ईरान ने कोरोना प्रतिबंधक टीका तैयार किया है और इसे फखरीज़ादेह के नाम से ‘फखरवैक’ नाम दिया गया है।

iran-warरक्षामंत्री हातामी के बाद ईरान के रक्षाबल के प्रमुख मेजर जनरल मोहम्मद बाघेरी ने इस्रायल को धमकाया। इस्रायल को उधेड़ने की ताकत आज का ईरान रखता है, ऐसा इशारा बाघेरी ने दिया। कुछ दिन पहले ही ईरान के नेताओं ने इस्रायल के विनाश एवं इस्रायल के हैफा, तेल अवीव शहर को तहस नहस करने की धमकियाँ दीं थी।

इसी बीच, इस्रायल को धमका रहे ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग ने चिंता व्यक्त की है। ईरान ने अपने नातांज़ परमाणु प्रकल्प में नए प्रगत सेंट्रिफ्युजेस का इस्तेमाल करके युरेनियम का संवर्धन शुरू किया है, ऐसा आयोग ने अपनी रपट में कहा है।

ईरान के परमाणु प्रकल्प में जारी यह गतिविधियां वर्ष २०१५ में किए गए परमाणु समझौते का उल्लंघन होने का दावा किया जा रहा है। इसके अलावा ईरान ने कुवैत की सीमा के करीब बैलेस्टिक मिसाइलों का नया अड्डा स्थापित करने की जानकारी अमरीका के शीर्ष समाचार चैनल ने प्रसिद्ध की है।

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