अमरीका के प्रतिबंधों पर ईरान का पलटवार; अमरीका की प्रमुख १५ कंपनियों पर प्रतिबंध जारी

तेहरान, दि. २७ : खाड़ी देशों का आतंकवाद, दमनतंत्र और पैलेस्टिनियों के इलाके पर इस्रायल का कब्ज़ा इनका समर्थन करनेवाली अमरीका की १५ कंपनियों पर ईरान ने प्रतिबंध जारी किए हैं| अमरीका ने यदि ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्ड्स को ‘आंतकी संगठन’ क़रार दिया, तो फिर अमरीका की खुफिया एजन्सी ‘सीआयए’ और अमरिकी सेना को भी ‘आतंकवादी’ घोषित करने की धमकी ईरानी संसद सदस्य ने दी| कुछ दिनों पहले अमरीका ने ईरान पर लगाये हुए प्रतिबंधों के लिए ईरान का यह पलटवार है, ऐसा ईरानी समाचार एजन्सी ने कहा है|

कंपनियों पर प्रतिबंधअमरीका की हथियार निर्माण करनेवाली अग्रसर कंपनी ‘रेथॉन’ समेत ‘युनायटेड टेक्नॉलॉजिस’, ‘आयटीटी कॉर्पोरेशन’, ‘डेन्वर्स री/मॅक्स होल्डिंग्स इंक.’, कार निर्माण कंपनी ‘ओशकोश कॉर्पोरेशन’ ऐसी मुख्य कंपनियों पर प्रतिबंध डालने की घोषणा ईरान के विदेश मंत्रालय ने की| अमरीका में कारोबार करनेवालीं इन पंद्रह कंपनियों के ईरान स्थित व्यवहार बंद किये होने की जानकारी ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ‘हुसैन जाबेरी अन्सारी ने दी| ईरान की कंपनियाँ इन प्रतिबंधित कंपनियों से किसी भी प्रकार के संबंध ना रखें, ऐसी चेतावनी अन्सारी ने दी है| साथ ही, इन अमरिकी कंपनियों के उच्चपदस्थ अधिकारियों और रिटायर हो चुके अधिकारियों को ईरान का विसा और अनुमति नहीं मिलेगी, ऐसा भी अन्सारी ने कहा|

ईरान ने प्रतिबंधित की हुईं इन अमरिकी कंपनियों से इस्रायल के साथ अच्छे संबंध हैं, ऐसा आरोप ईरान कर रहा है| इस्रायल ने पैलेस्टिनी नागरिकों पर प्रतिबंध डाले होकर, उन्हें दबाव में रखा जाता है| साथ ही, पैलेस्टिनीयों के इलाके पर इस्रायल जिन बस्तियों का निर्माण कर रहा है, उन्हें भी इन्हीं कपनियों से सहायता मिलती है, ऐसा ईरान के विदेश मंत्रालय ने जारी की जानकारी में कहा है| इस्रायल की इस कार्रवाई का विरोध करने के लिए ईरान ने इन अमरिकी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाये हैं, ऐसा खुलासा ईरान ने किया|

कंपनियों पर प्रतिबंधअमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने कुछ महीनों पहले ईरान पर नये प्रतिबंध लगाये थे| ईरान द्वारा किये गये बैलेस्टिक प्रक्षेपास्त्र के परीक्षण आंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों का उल्लंघन करनेवाले हैं, ऐसा कहते हुए अमरीका ने ईरान पर प्रतिबंध लगाये थे| इसके साथ, सीरिया के संघर्ष में शामिल हुए और पर्शियन खाड़ी से सफर करनेवाले अमरीका के युद्धपोत का पीछा करनेवाले ‘रिव्होल्युशनरी गार्डस्’ को ‘आतंकी संगठन’ घोषित करने के संकेत भी अमरीका ने दिए हैं| वहीं, इस्रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू से हुई मुलाक़ात में, ईरान पर लगाये प्रतिबंध और तीव्र करने का आश्‍वासन राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने दिया था|

अमरीका के इन प्रतिबंधो का जवाब देने के लिए ईरान ने इन प्रतिबंधो को घोषणा की| साथ ही, ईरान की संसद की ‘विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा समिती’ के प्रमुख ‘अल्लाद्दिन बोरोजेर्डी’ ने ठेंठ अमरिकी सेना और खुफिया एजन्सी को ‘आतंकी’ घोषित करने की धमकी दी है| ‘सीआयए’ और अमरिकी सेना खाड़ी के आतंकी संगठनो की सहायता कर रहे हैं, ऐसा इल्ज़ाम बोरोजेर्डी ने लगाया है| इस कारण अमरीका की इन दोनो रक्षा एजन्सियों को ‘आतंकी संगठन’ घोषित किया जा सकता है, ऐसा दावा ईरान के वरिष्ठ नेता ने किया है|

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