इस्रायल पर हमला करने की तैयारी में है ईरान – इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

जेरूसलम – ‘इराक और येमन के लष्करी अड्डे से इस्रायल पर राकेटस् और मिसाइलों के हमलें करने का प्लैन ईरान ने तैयार किया है| इसके अलावा इस क्षेत्र में घुसपैठ करने की कोशिश भी ईरान कर रहा है| पर, ईरान का कोई भी इरादा इस्रायल पुरा नही होने देगा’, यह ऐलान इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने किया है| पिछले हफ्ते में, इस्रायली सेना ने सीरिया में हमलें करके ईरान के लष्करी अड्डे तबाह किए थे| इसके बाद दोन दिन पहले ही येमन में हौथी बागियों ने इस्रायल पर हमलें करने की धमकी दी| इसी बीच इस्रायलने अपनी सेना को तैयार रखने के आदेश दिए है|

इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू और रक्षामंत्री नफ्ताली बेनेट ने गोलान पहाडियों की सीमा की जांच की| इस दौरान माध्यमों से बातचीत करते समय ईरान से इस्रायल को बने खतरे में बढोतरी होने का एहसास इस्रायली प्रधानमंत्री ने दिलाया| ‘इस्रायल के साथ इस क्षेत्र के देशों के विरोध में ईरान की आक्रामकता प्रति दिन बढ रही है| पर, ईरान की इस आक्रामकता को रोकने के लिए इस्रायल जरूरी सभी कार्रवाई करेगा| इसमें ईरान से सीरिया पहुंच रहे हथियारों की तस्करी भी रोक दी जाएगी| वह भी हवां या समुद्री मार्ग से होनेवाली तस्करी भी रोकने के लिए इस्रायल की सेना तैयार है’, यह दावा नेत्यान्याहू ने किया|

इसके अलावा इराक और येमन के लष्करी ठिकानों का भी इस्रायल पर राकेट और मिसाइल हमलें करने के लिए ईरान इस्तेमाल करेगा, ऐसा नेत्यान्याहू ने कहा है| इराक और येमन में होनेवाले हमलों को इस्रायल जवाब देगा, यह भी नेत्यान्याहू ने स्पष्ट किया| कुछ दिन पहले इराक में ईरान के लष्करी ठिकानों पर लगातार दो दिन हमलें हुए थे| इस्रायल पर हमलें करने की तैयारी में होनेवाले इन ठिकानों पर इस्रायल के लडाकू विमानों ने हमलें किए थे, यह आरोप इराक ने किया था| इस पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने दी इस चेतावनी की बडी गंभीरता है|

दो दिन पहले सीरिया से इस्रायल के गोलान पहाडियों पर चार राकेट हमलें हुए थे| सीरिया से ईरान और ईरान से जुडे लष्करी ठिकानों से यह हमलें हुए थे, यह आरोप करके इस्रायल ने सीरिया में बडी कार्रवाई की थी| इस कार्रवाई में इस्रायली लडाकू विमानों ने सीरिया के दस से भी अधिक जगहों को लक्ष्या किया था| इन हमलों में ईरान की रिव्होल्युशनरी गार्डस्, अल कुदस् फोर्सेस के १५ सैनिकों समेत कुल २५ लोग मारे गए थे|

इसी बीच खाडी क्षेत्र की इन गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर अमरिका के संयुक्त सुरक्षादल प्रमुख जनरल मार्क मिले ने इस्रायल की यात्रा करके इस्रायल के रक्षादल प्रमुख जनरल अवीव कोहावी से भेंट की थी|

Leave a Reply

Your email address will not be published.