ईरान की ‘ऑईल रिफाइनरी’ में भड़की आग – ११ घायल

Iran-refinery-fire-300x169तेहरान – आग भड़कने से नौसेना का ‘खर्ग’ जहाज़ डूबने के कुछ ही घंटे बाद, ईरान की राजधानी तेहरान में ‘ऑईल रिफाइनरी’ में आग भड़कने की घटना हुई है। मात्र कुछ ही घंटे बाद भड़की इस आग ने ईरान को दहला दिया है। बुधवार की रात तक धधकती रही इस आग को गुरुवार सुबह नियंत्रित करने का दावा स्थानीय यंत्रणा ने किया। लेकिन, अभी तक वहाँ से धुँआ उठ रहा है, ऐसा स्थानीय लोगों का कहना है।

ईरान की राजधानी तेहरान के दक्षिणी ओर स्थित ‘तोंदगुयान पेट्रोकेमिक कंपनी’ के प्रकल्प में बुधवार के दिन आग भड़की। शाम करीबन ७.३० बजे यह आग लगने की बात एक अफसर ने कही है। यह एक हादसा होने की बात भी इस अधिकारी ने स्पष्ट की। प्रकल्प में ‘लिक्विफाईड गैस लाईन’ से रिसाव होने के बाद विस्फोट हुआ। लेकिन, इस रिसाव का कारण इस अधिकारी ने स्पष्ट नहीं किया है।

Iran-refinery-fire-01-225x300गुरुवार की सुबह इस आग को काबू करने में सफलता हासिल होने का ऐलान स्थानीय यंत्रणाओं ने किया है। लेकिन, इस दावे को खारिज़ करनेवाले फोटो पश्‍चिमी माध्यम एवं स्थानीय नागरिकों ने सोशल मीडिया पर जारी किए हैं। गुरुवार दोपहर तक इस प्रकल्प से धुआँ उठ रहा था, ऐसा माध्यम और स्थानीय लोगों ने कहा है। इस दुर्घटना में एक व्यक्ति घायल होने की जानकारी ईरानी यंत्रणा ने प्रदान की थी। लेकिन, गुरुवार दोपहर तक घायलों की संख्या बढ़कर ११ हुई और चार लोगों को अस्पताल में दाखिल किया है, यह जानकारी ईरानी यंत्रणा ने प्रदान की।

वर्ष १९६८ से कार्यरत इस कंपनी से प्रतिदिन ढ़ाई लाख बैरल्स र्इंधन खनन होता है। राजधानी तेहरान के बाहर स्थापित इंडस्ट्रियल झोन में इस कंपनी का निर्माण किया गया था। इस वजह से सभी नियमों का पालन किया गया था, ऐसा सरकारी यंत्रणा कह रही है। लेकिन, बीते कुछ महीनों से ईरान के र्इंधन और रासायनिक कंपनियों में विस्फोट होने की घटनाएँ बढ़ रही हैं और इंडस्ट्रियल झोन में हो रहें ऐसें हादसों की संख्या बड़ी होने की चिंता व्यक्त की जा रही है।

Iran-refinery-fire-02-300x197दस दिन पहले, ईरान में पटाखे बनानेवाली कंपनी में हुए विस्फोट से नौ लोगों के मारे जाने की जानकारी स्थानीय माध्यमों ने प्रदान की थी। लेकिन, यह कंपनी पटाखे बनानेवाली नहीं, बल्कि ‘ड्रोन्स’ का निर्माण करनेवाली थी, यह दावा ब्रिटेन के अखबार ने किया था। बीते महीने में इस्रायल और हमास के बीच हुए संघर्ष के दौरान, इसी कंपनी ने बनाए ड्रोन्स का इस्तेमाल इस्रायल पर हमला करने के लिए किए जाने की खबर ब्रिटीश अखबार ने प्रकाशित की थी। इस घटना के तीन दिन बाद ही ईरान की अन्य पेट्रोकेमिकल कंपनी में विस्फोट हुआ और इस हादसे में एक की मौत हुई।

अब, बुधवार के दिन तेहरान में स्थित र्इंधन कंपनी में आग भड़कने के कुछ ही घंटे पहले, ओमान की खाड़ी में ईरानी नौसेना का बड़ा जहाज़ आग भड़कने से डूब गया था। इस जहाज़ पर विस्फोट हुआ था। इस विस्फोट का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है, यह जानकारी ईरानी नौसेना के माध्यम प्रमुख बेहझाद जहानियन ने प्रदान की।

बीते वर्ष से ईरान की र्इंधन, रासायनिक, सरकारी एवं सेना से संबंधित कंपनियाँ, स्थान एवं जहाज़ों पर संदिग्ध विस्फोट होने के बाद आगें भड़क रहीं हैं। इनमें बकरशहर, झेरगान, बुशहेर की कंपनियाँ, प्रकल्प एवं सेना से संबंधित नातांज़, पारचिन प्रकल्प एवं भंड़ारों में संदिग्ध विस्फोट हुए। इसके अलावा रेड सी के क्षेत्र में ईरानी नौसेना का साविझ जहाज़ और सिरिया की समुद्री सीमा में र्इंधन टैंकर पर विस्फोट हुए थे। ऐसें एक दर्जन से भी अधिक विस्फोट की घटनाएँ हुई हैं।

सिर्फ नातांज़ प्रकल्प में ही एक वर्ष के दौरान तीन विस्फोट हुए। लेकिन, इनमें से केवल अप्रैल महीने में नातांज़ परमाणु प्रकल्प में हुए विस्फोट के लिए ईरान ने इस्रायल को ज़िम्मेदार बताया था। हमारे परमाणु कार्यक्रम को नुकसान पहुँचाने के लिए इस्रायल ने इस विस्फोट को अंजाम दिया है, यह आरोप ईरान ने लगाया था। इसके अलावा ईरान ने भी इस्रायल के मालवाहक एवं लष्करी जहाज़ों पर विस्फोट करने की खबरें प्रसिद्ध हुई थी। यह विस्फोट यानी इस्रायल और ईरान के भी हो रहा अघोषित युद्ध ही है, यह दावा किया जा रहा है। लेकिन, इनमें से सभी विस्फोटों के लिए इस्रायल ज़िम्मेदार होने का आरोप ईरान ने लगाया नहीं है।

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