१७६ लोगों से भरा विमान ईरान ने ही गिराया – राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प समेत कनाडा और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने जताई आशंका

वॉशिंग्टन/तेहरान/टोरंटो: ईरान ने इराक स्थित अमरिका के लष्करी अड्डों पर हमलें करने के बाद बुधवार के दिन तेहरान में यात्री विमान गिरकर १७६ लोग मारे गए थे| यह विमान दुर्घटनाग्रस्त नही हुआ है बल्कि मिसाइल हमला करके इसे गिराया गया है, यह दावे हो रहे है| यह हमला अन्य किसी दुसरें ने नही, बल्कि ईराने ने ही किया है, ऐसी आशंका अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने व्यक्त की है| ईरान ने यह दावा ठुकराया है और दुर्घटना की जांच में कनाडा के साथ अमरिकी यंत्रणा को भी शामिल होने के लिए प्रस्ताव दिया है|

बुधवार के दिन अमरिका की बोईंग कंपनी का ७२७ विमान ईरान की राजधानी तेहरान से युक्रैन की राजधानी किव्ह जाने के लिए उडान भरने के बाद गिरा था| रनवे से उडान भरने के बाद महज कुछ ही मिनिटों बाद यह परांद इलाके में विमान गिरा था| तकनीकी खराबी के कारण यह दुर्घटना होने के दावे किए गए थे| पर, इससे पहले ईरान ने इराक में अमरिकी लष्करी ठिकानों पर मिसाइल हमलें किए थे| इस वजह से यह दुर्घटना नही, बल्कि यह विमान गिराया गया होगा, ऐसी कडी संभावना माध्यमों ने व्यक्त की थी| यह विमान ईरान ने ही गिराया होगा, यह दावा भी कुछ लोगों ने किया था| पर, इससे संबंधित सबुत सामने आए नही थे|

ईरान की सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इस विमान को लक्ष्य करनेवाले रशियन मिसाइल के टुकटों के फोटो भी प्रसिद्ध किए थे| साथ ही मिसाइल हमले की वजह से इस विमान का हुआ नुकसान दिखानेवाले कुछ फोटो भी सामने आ रहे थे| इससे इस विमान पर मिसाइल हमला होने की बात साबित हो रही है| तभी इससे जुडा एक वीडियो भी व्हायरल हुआ है और इसमें इस यात्रि विमान को मिसाइल ने लक्ष्य करने की बात स्पष्ट दिख रही है| इस वजह से राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प और कनाडा एवं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने व्यक्त की हुई आशंका की अहमियत बढी है|

यह बदकिस्मत घटना है, पर इसकी दुसरी ओर किसी ने की गलती जिम्मेदार हो सकती है’, यह बात राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कही है| ‘गुप्तचर विभागों को उनके अलग अलग सूत्रों ने प्राप्त जानकारी के अनुसार यह यात्री विमान ईरान ने ही गिराने की बात साबित होती है| संभव हो पुरे प्लैन से यह हमला किया गया ना हो और यह विमान गलती से गिराया हो| पर, इस बारे के सभी सवालों के जवाब कनाडा को प्राप्त होना आवश्यक है’, ऐसा प्रधानमंत्री ट्रुडो ने कहा है| इस विमान में कनाडा के ६३ और ब्रिटेन के ३ यात्री थे|

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने और भी आगे जाकर इस दुर्घटना के लिए ईरान पर आरोप रखा| ‘जमीन से हवां में हमला करने के लिए प्रयोग हो रहे मिसाइल के हमले की वजह से यह विमान गिरा है| यह बात हमें प्राप्त हुई जानकारी से साबित होती है| यह हमला गलती से हुआ होगा| पर फिर भी इसकी पारदर्शि जांच जरूरी है’, यह मांग प्रधानमंत्री जॉन्सन ने की|

यह विमान ईरान के ही मिसाइल से गिरने का हमें विश्‍वास हुआ है, यह बयान अमरिकी अफसर माध्यमों को दे रहे है और इसके सबुत हाथ में होने का दावा भी यह अफसर कर रहे है| पर ईरान ने यह सभी आरोप ठुकराए है और इस विमान दुर्घटना की जांच में शामिल होने का प्रस्ताव अमरिका और कनाडा को दिया है| ईरान से यह प्रस्ताव प्राप्त होने की बात अमरिकी यंत्रणा ने घोषित की है| इससे पहले संबंधित विमान का ब्लैक बॉक्स बोईंग कंपनी एवं अमरिका के हाथ देने से ईरान ने स्पष्ट शब्दों में इन्कार किया था| पर, अब ईरान की भूमिका में बदलाव हुआ है और अमरिका की बोईंग कंपनी को भी इस दुर्घटना की जांच में शामिल करने के लिए ईरान तैयारी दिखाता दिख रहा है|

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