पर्शियन खाडी में ईरान की उकसानेवाली हरकतें जारी रहेंगी – अमरिकी नौसेनाप्रमुख थॉमस मॉड्ली

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंग्टन: ‘पर्शियन खाडी में फिलहाल शांति का माहौल दिखाई दे रहा हो, फिर भी भविष्य में यह स्थिति नही रहेगी| अमरिका और मित्रदेशों को उकसानेवाली ईरान की हरकतें आगे भी जारी रहेगी, यह इशारा अमरिकी नौसेना के प्रमुख थॉमस मॉड्ली ने दिया है| ईरान की हुकूमत का तख्तापलट हुआ तो ही ईरान की यह हरकतें बंद होगी, यह भी नौसेनाप्रमुख मॉड्ली ने कहा| अंतरराष्ट्रीय वृत्तसंस्था को मुलाकात देते समय अमरिकी नौसेनाप्रमुख ने यह बयान किया|

इस महीने के शुरू में ईरान की २० गश्ती पोतों ने पर्शियन खाडी में तैनात यूएसएस अब्राहम लिंकनइस विशाल अमरिकी विमानवाहक युद्धपोत को घिराव किया था| अंतरराष्ट्रीय समुद्री यातायात पर नजर रखनेवाली वेबसाईट ने यह जानकारी और इसके सैटेलाईट फोटो जारी किए थे| अमरिका ने अबतक इस विषय में अधिकृत स्तर पर पुष्टी या इन्कार नही किया था| पर, ईरान की गश्तीपोतों ने अमरिकी युद्धपोत की दिशा में खतरनाक तरिके से सफर करने की जानकारी शुक्रवार के दिन अमरिकी नौसेना अफसर ने साझा की|

इस पृष्ठभूमि पर पर्शियन खाडी में हो रही व्यापारी यातायात में ईरान से कब बाधा निर्माण होगी, यह सवाल इस वृत्तसंस्था ने अमरिकी नौसेनाप्रमुख मॉड्ली से किया| इसपर जवाब देते समय अमरिकी नौसेनाप्रमुख ने पर्शियन खाडी में सब कुछ शांत दिखाई दे रहा हो फिर भी ईरान से बना खतरा अभी टला नही है, यह स्पष्ट किया| ‘ईरान किसी भी क्षण पर्शियन खाडी में उकसानेवाली हरकत कर सकता है| इसके लिए ईरान प्राप्त होनेवाली किसी भी अवसर का गलत इस्तेमाल करेगा, इसका एहसास नौसेनाप्रमुख मॉड्ली ने कराया|

ईरान में पुरी हुकूमत बदल दी गई और नए नेतृत्व ने अलग स्वर लगाया तो फिर पर्शियन खाडी में जारी ईरान की उकसानेवाली हरकतें बंद होगी| नही तो ईरान की हरकतें बंद नही हो सकेगी, यह दावा अमरिकी नौसेनाप्रमुख ने किया| पर, ईरान में हो रहे प्रदर्शन और अंदरुनि गतिविधियों पर बातचीत करने से मॉड्ली दूर रहे|

पर, ईरान ही अमरिका की प्राथमिकता नही है, यह भी नौसेनाप्रमुख ने स्पष्ट किया| ‘ईरान ने पर्शियन खाडी में कुछ उकसानेवाली हरकत की तो अमरिका तुरंत दस महीनों के लिए इस क्षेत्र में अपनी विमानवाहक युद्धपोत तैनात किए| पर, ईरान के लिए विमानवाहक युद्धपोत तैनात करने से चीन से बनते खतरे को जवाब देने की प्राथमिकता की ओर अनदेखी होती है, यह कहकर मॉड्ली ने ईरान से भी अधिक चीन ही अमरिका की प्राथमिकता होने की बात स्पष्ट की|

इसी बीच, पर्शियन खाडी के दक्षिणी ओर पर ईरान, चीन और रशिया के विध्वंसकों का युद्धाभ्यास शुरू हुआ है| इस युद्धाभ्यास की पृष्ठभूमि पर अमरिकी नौसेनाप्रमुख ने ईरान से इस समुद्री क्षेत्र को बना खतरा आगे भी बरकरार रहने की बात कही| साथ ही अमरिका और अमरिका के मित्रदेशों की हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए अमरिका तैयार होने कीबात भी मॉड्ली ने स्पष्ट की| इसके लिए अमरिका ने पर्शियन खाडी में मित्रदेशों के नौसेना का मोर्चा बनाया है और ब्रिटेन, सौदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात समेत जापान भी अपने युद्धपोत इस क्षेत्र की ओर भेज रहे है| पर, अमरिका पर्शियन खाडी में यह तैनाती कर रही हो, फिर भी अमरिका के लिए ईरान प्राथमिकता नही है, बल्कि चीन होने की बात नौसेनाप्रमुख मॉड्ली ने रेखांकित की|

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