सीरिया के लताकिया बंदरगाह में ईरान नौसेना अड्डे का निर्माण करेगा – सीरियन अभ्यासक का दावा

Third World Warबैरुत: सीरिया में अपने पैर मजबूत करनेवाले ईरान ने अस्साद प्रशासन के साथ महत्वपूर्ण करार किया है| इस करार के अनुसार जल्द ही ईरान सीरिया के लताकिया बंदरगाह का कबजा लेकर अपनी नौसेना का अड्डा निर्माण करेगा, यह जानकारी सामने आ रही है| सीरिया में प्रसिद्ध अभ्यासक ने एक दैनिक से बोलते हुए यह दावा किया है| ऐसा हुआ तो सीरिया में इस्रायल के हवाई हमलों में बढ़ोतरी होगी और इससे बड़ा संघर्ष शुरू होने की आशंका जताई है|

पिछले महीने में इराक और सीरिया के वरिष्ठ नेताओं में तत्काल बैठक हुई| इस बैठक में ईरान को पश्चिम सीरिया के किनारे पर लताकिया बंदरगाह दीर्घ समय के लिए किराए पर देने की बात अस्साद प्रशासन ने मंजूर की है| सीरिया में भड़के हुए गृहयुद्ध की वजह से लताकिया बंदरगाह बंद होनेवाले भागों में २३ गोदाम ईरान को दिए जाने की खबर हांगकांग स्थित अखबार ने प्रसिद्ध की है| आनेवाले १ अक्टूबर के रोज सिरियन सरकार यह बंदरगाह ईरान के कब्जे में देने वाला है| जिसकी वजह से ईरान प्रतिवर्ष ८० लाख मैट्रिक टन से अधिक कच्चे माल का भंडार कर सकता है| लताकिया बंदरगाह से होनेवाला व्यापार ईरान की वित्त व्यवस्था के लिए सहायक होगा, ऐसा अखबार का कहना है|

सीरिया, लताकिया बंदरगाह, ईरान नौसेना अड्डे, निर्माण, सीरियन अभ्यासक, दावा, बैरुतपर लताकिया बंदरगाह के बारे में ईरान और सीरिया में हुआ यह करार व्यापारी ना होकर उसे सामरिक महत्व होने का दावा सीरिया में वरिष्ठ अभ्यासक सामी मोबायेद ने किया है| इस करार की वजह से ईरान सीरिया में पैर मजबूत करने का दावा सिरियन अभ्यासक ने किया है| सीरिया में लताकिया बंदरगाह इस्रायल के सागर किनारे से केवल ३०० किलोमीटर दूरी पर है| जिसकी वजह से ईरान को इस्रायल के पास खुद का नौसेना अड्डा प्रस्थापित करने का अवसर मिलने की बात मोबायेद ने कही है| व्यापारी अड्डे के लिए प्राप्त की जगह का उपयोग ईरान नौसेना अड्डे के लिए करनेवाला है| इससे पहले भी ईरान ने सिरियन लष्कर के अड्डे का इस्तेमाल अपनी सेना और शस्त्र भंडार की तैनाती के लिए करने की घटनाएं उजागर होने की बात अभ्यासक ने कही है|

पिछले कुछ महीनों में इस्रायल ने सैटलाइट फोटोग्राफ्स की सहायता से सीरिया में ईरान के लष्करी अड्डे होने की जानकारी उजागर की थी| तथा ईरान के इन लष्करी अड्डों पर इस्राइल ने हवाई हमलें भी किए थे| इन हवाई हमलों में ईरान का लष्करी अड्डा एवं शस्त्रास्त्र के गोदाम का बड़ा नुकसान हुआ था| इसका एहसास मोबायेद ने दिलाया है| जिसकी वजह से ईरान ने सीरिया में नौसेना अड्डा निर्माण किया तो इस्रायल इन नौसेना अड्डों पर भी हमलें करेगा, ऐसा दावा मोबायेद ने किया है|

पर इस्रायल के साथ सीरिया में ईरान का नौसेना अड्डा रशिया के लिए भी सिर दर्द हो सकता है, ऐसा मोबायेद ने इस अखबार से बोलते हुए कहा है| पिछले कुछ वर्षों में खेमिम हवाई अड्डे पर रशियन लड़ाकू विमान तैनात है| रशिया और सीरिया के लष्कर ने इस संदर्भ में करार किया है और इस हवाई अड्डे का उपयोग करके रशिया ने सीरिया में आतंकवादियों के ठिकानों पर हवाई हमले किए थे| तथा विमान और ड्रोन्स द्वारा गश्ती के लिए भी इस हवाई अड्डे का उपयोग किया था| लताकिया बंदरगाह से खेमिम हवाई अड्डा पास है|

लताकिया में ईरान के नौसेना का अड्डा बना तो रशिया के गश्ती तथा अन्य लष्करी कार्रवाई पर मर्यादा आ सकती है, ऐसा दावा सिरियन अभ्यासक ने किया है| तथा रशिया की हवाई सुरक्षा यंत्रणा खतरे में आकर खेमिम हवाई अड्डे पर लड़ाकू विमान और नौसेना कि सुरक्षा संकट में आएगी, ऐसी आशंका मोबायेद ने जताई है| इसकी वजह से सीरिया में ईरान के नौसेना अड्डे इस्रायल की तरह रशिया के लिए भी चुनौती हो सकते है, ऐसा सिरियन अभ्यासक का कहना है|

दौरान ईरान और सीरिया लताकिया बंदरगाह करार के बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी उजागर करने से दूर रहे है|

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