इंटरनेट बगैर फेसबुक

facebookफेसबुक के उपयोगकर्ताओं की संख्या दिनों दिन बढ़ती ही चली जा रही है। कई बार वृत्तवाहिनियों की अपेक्षा अधिक गतिपूर्वक समाचार लोगों तक पहुँचाने में फेसबुक ख्याति प्राप्त कर चुका है। विज्ञापन, बॉन्डिंग, रोज़गार प्राप्ति से लेकर व्यावसायिक कार्यों तक, आप्त मित्रों के साथ संपर्क स्थापित कराने से लेकर रिश्तेदारों के संपर्क में रहना इस तरह के प्रेमपूर्ण रिश्तों को बनाये रखने तक एवं बिलकुल राष्ट्रीय धरातल के आंदोलन संचालित करने के लिए भी फेसबुक आज अत्यधिक उपयुक्त साबित हो रहा है। इस इतने विस्तृत व्यासपीठ का महत्त्व तो सभी लोग कम अधिक प्रमाण में जानते ही हैं और अनेकों ने तो, विभिन्न उम्र के लोगों ने फेसबुक पर अपना अस्तित्व भी बना रखा है। परन्तु अधिकतर लोगों के अस्तित्व का कोई मतलब ही नहीं है क्योंकि उनके इस अस्तित्व को बनाये रखने के लिए, उसे बढ़ाने के लिए एवं बहुआयामी बनाने के लिए उनकी ओर से अधिक प्रयास नहीं किया गया। बच्चों ने ज़िद की इसलिए फेसबुक पर खाता खोलने वाले अनेक अभिभावक नजर आते हैं और ‘फेसबुक तो केवल टाईम-पास है’, ऐसी गलतफहमी रहनेवाले भी कई हैं। इसीलिए आज के लेख के माध्यम से हम इस प्रकार के फेसबुक के अल्प-उपयोग-कर्ताओं को फेसबुक में छोटी सी ही सही पर एक डुबकी मारने पर मजबूर करेंगे।

फेसबुक ही क्या परन्तु इंटरनेट की किसी भी साईट पर, ऍप आदि का उपयोग न करने के पीछे भय होता है और वह है इंटरनेट का इस्तेमाल करने से आनेवाले बिल का। ‘मैंने इंटरनेट का उपयोग अधिक प्रमाण में कभी भी नहीं किया, इंटरनेट का उपयोग करते समय साथ में किसी का होना ज़रूरी है, गलती से कहीं क्लिक कर दिया तब कोई भी ग़लत जानकारी ‘पब्लिश’ हो सकती है, अपने खाते से पैसे यूँ ही व्यर्थ में ऑनलाईन पर खर्च तो नहीं होंगे ना?’ इस प्रकार की एक नहीं बल्कि अनेक शंकाएँ अधिकतर उपयोगकर्ताओं के मन में इंटरनेट का उपयोग करते समय होती हैं। आज कम से कम फेसबुक के मामले में तो इस भय को निकालने का प्रयास हम करेंगे।

हमारे खाते के ‘अकाऊंट सेटिंग्ज्’ में ‘मोबाईल’ इस टॅब पर क्लिक करने पर हमारे लिए फेसबुक हमारे मोबाईल के ज़रिये ही और वह भी जीपीआरएस के उपयोग बगैर ही उसका दरवाजा हमारे लिए खुल जाता है।

) ‘मोबाईल’ सेक्शन में जाने पर उस में दिखाई देने वाले पृष्ठ पर हमें अपना फोन नंबर डालना चाहिए, क्योंकि हम उसका इस्तमाल करनेवाले हैं। इसके पश्‍चात हमारे मोबाईल पर ही फेसबुक की ओर से एक एसएमएस भेजा जाता है जिसे हमें इसी फेसबुक के पृष्ठ पर टाईप करके अपने फोन नंबर को दर्ज करना होता है। इसके अलावा भारत के उपयोगकर्ता ९२३२२३२६६५ इस क्रमांक पर ‘fb’ इस तरह से एसएमएस भेजकर भी अपने मोबाईल नंबर को दर्ज कर सकते हैं।

) हमारा मोबाईल नंबर दर्ज हो जाने पर हम अपने फ़ोन पर भी अपने फेसबुक के मित्र को ‘मेसेज’ भेज सकते हैं, अपने किसी भी मित्र के ‘प्रोफाईल’ को देख सकते हैं, अपने खाते से ‘नोट’ पोस्ट कर सकते हैं, किसी भी व्यक्ति को फोन से ‘फ्रेंड रिक्वेस्ट’ भेज सकते हैं, किसी व्यक्ती की प्रोफाईल अथवा कोई ‘फेसबुक पेज’ आदि फॉलो कर सकते हैं। इन सभी विशेषताओं का उपयोग करने के लिए हम अब कुछ फेसबुक कमांड्स देखेंगे। ये कमांड्स एवं उसमें होने वाले लेख हमें ऊपर उल्लेखित किए नुसार अर्थात ९२३२२३२६६५ इस नंबर पर भेजना होता है।

) हमारे मित्र को उसके फेसबुक पर मेसेज भेजने के लिए : ‘msg’ और फिर  ‘मित्र का फेसबुक पर का नाम’ एवं  ‘भेजने वाला मेसेज’ उदा.: ‘msg Krishna Yadav How are you?’

) किसी व्यक्ति को फेसबुक पर ढूँढ़ने के लिए  ‘search’  एवं मित्र का फेसबुक पर होनेवाला नाम उदा.: ‘Search Govind Singh’
‘note This information will help you to communicate with your friends………’

) मित्र के ‘वॉल’ पर लिखने के लिए ‘wall’ और फिर  ‘मित्र का नाम’ एवं ‘संदेश का लेख’ उदा.: wall ‘Chirs Joseph Hello Chris……. Whats up?’

) किसी व्यक्ती को ‘फ्रेंडरिक्वेस्ट’ भेजने के लिए  ‘add’ एवं ‘मित्र का नाम’ उदा. ‘add Govind Singh’

) किसी व्यक्ति का नाम अथवा फेसबुक पेज का ‘फॅन बनने के लिए’ : ‘fan’ एवं ‘पेज का नाम’ उदा.:‘fan Institute of Geriatrics’

ऊपर लिखित कमांड्स एवं उसमें दिए गए लेख हमारे द्वारा दिये जाने वाले फेसबुक के नंबर पर एसएमएस करने पर हमें फोन पर जो चाहिए वह जानकारी पहुँचाने का कार्य फेसबुक की ओर से भेजा किया जाता है। एसएमएस भेजने का खर्च हमें ही उठाना पड़ता है। फेसबुक जानकारी एसएमएस पर भेजने का पैसा हमसे नहीं लेता है, परन्तु कुछ गिने-चुने प्रकरणों में ही मोबाईल कंपनी हमसे पैसों की उम्मीद करती है।

फेसबुक का विषय चल ही रहा है तो फेसबुक की कुछ अन्य सुविधाओं के बारे में हम जानकारी हासिल करेंगे, लेकिन वह अगले लेख में।

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