हॉंगकॉंग में शुरू चीन के हस्तक्षेप पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आलोचना

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरलंदन/वॉशिंगटन: हॉंगकॉंग के प्रदर्शन रोकने के लिए चीन की हुकूमत ने हस्तक्षेप करने के संकेत दिए है और इस पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने आलोचना करना शुरू किया है| अमरिका के आर्थिक विश्‍लेषक जिम क्रेमर ने यह डर व्यक्त किया है की, हॉंगकॉंग के प्रदर्शन और इसमें होनेवाला चीन का हस्तक्षेप ‘व्यापारयुद्ध’ से भी अधिक भयंकर और झटके देनेवाला होगा| ऐसे में हॉंगकॉंग के आखिरी गव्हर्नर एवं भूतपूर्व ब्रिटीश अधिकारी क्रिस पैटन ने चीन का हस्तक्षेप बहुत बडा उथल पुथल करवाने होगा, यह चेतावनी दी|

हॉंगकॉंग में शुरू प्रदर्शनों पर शहर के चीन समर्थक प्रशासन ने की कार्रवाई पहले ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आलोचना का लक्ष्य साबित हुई है| इस कार्रवाई पर अमरिका और ब्रिटेन समेत यूरोपिय देशों ने भी चीन को फटकारा है और ब्रिटेन ने तो प्रतिबंध लगाने का इशारा भी दिया है| लेकिन, अब चीन से होनेवाले संभावित लष्करी हस्तेक्षेप नया चिंता का कारण बन रहा है और आर्थिक क्षेत्र से भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया उमडने लगी है|

चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत अब हॉंगकॉंग में कार्रवाई करने से अधिक समय तक दूर नही रह सकती| चीन की इस हुकूमत को व्यापार से भी अधिक हॉंगकॉंग की चिंता अधिक सता रही है| हॉंगकॉंग में शटडाऊन हुआ तो वह अंतरराष्ट्रीय मंदी की शुरूआत हो सकती है’, इन शब्दों में आर्थिक विश्‍लेषक जिम क्रेमर ने हॉंगकॉंग की गंभीर स्थिति का एहसास कराया| चीन अपनी सेना हॉंगकॉंग में उतार सकता है और इससे जागतिक स्तर पर काफी बडे झटके लगेंगे, यह इशारा भी क्रेमर ने दिया है|

हॉंगकॉंग का कब्जा चीन को देते समय इस शहर के गव्हर्नर रहे क्रिस पैटन इस भूतपूर्व ब्रिटीश अधिकारी ने चीन का हस्तक्षेप बडी उथल पुथल को आमंत्रित करनेवाला होगा, यह इशारा दिया है| चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने थोडी होशियारी दिखाकर स्थिति संभालनी होगी, यह भी पैटन ने कहा|

इस दौरान अमरिका और ब्रिटेन के साथ ही अब कनाडा ने भी हॉंगकॉंग के मुद्दे में कुदी लगाई है और प्रधानमंत्री जस्टिन ट्य्रूड्यू ने हॉंगकॉंग में शुरू पुलिसी कार्रवाई पर कडी चिंता व्यक्त की है|

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