कोरोना का अन्त होने के बजाय विश्‍व इससे अधिकाधिक दूर हो रहा है – ‘डब्ल्यूएचओ’ के विशेषज्ञों का इशारा

WHO-Corona-epidemiologist-300x160जिनेवा/वॉशिंग्टन – ‘कोरोना की महामारी का अन्त होने के अवसर से विश्‍व अधिकाधिक दूर हो रहा हैं। फिलहाल हम काफी बुरी स्थिति में हैं और पूरे विश्‍व को इस सच्चाई का अहसास कराने की आवश्‍यकता है’, ऐसा इशारा ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन’ (डब्ल्यूएचओ) की महामारी की बिमारियों की विशेषज्ञा डॉ.मारिआ वैन केर्खोव ने दिया है। केर्खोव के इस इशारे का अन्य विशेषज्ञ भी समर्थन कर रहे हैं। अमरीका के वैद्यक विशेषज्ञ एवं ‘एफडीए’ के पूर्व प्रमुख डॉ.स्कॉट गॉटिलेब ने यह इशारा दिया था कि, देश ‘डेल्टा वेरियंट’ के बढ़ते संक्रमण को नजरअंदाज कर रहा है। ब्रिटीश सरकार के ‘अनलॉक’ के निर्णय पर भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों ने आपत्ति जताई है और प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन विश्‍व का स्वास्थ्य खतरे में धकेल रहे हैं, यह आरोप भी लगाया गया है।

WHO-Corona-epidemiologist-02वर्ष २०१९ के अन्त में चीन से फैली कोरोना की महामारी ने विश्‍वभर में हाहाकार मचाया है और अभी भी इसका फैलाव तेज़ी से हो रहा है। विश्‍वभर में कोरोना के करीबन १९ करोड़ मामले पाए गए हैं और मृतकों की संख्या ४० लाख तक जा पहुँची है। विश्‍व के कई प्रमुख देशों में इस महामारी की दूसरी और तीसरी लहर शुरू हुई है। कोरोना वायरस के नए-नए स्ट्रेन विकसित हो रहे हैं और इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता का माहौल निर्माण हुआ है।

विश्‍वभर में फिलहाल कोरोना की पांच से अधिक वैक्सीन्स उपलब्ध हैं और अभी भी नई-नई वैक्सीन्स के निर्माण का काम जारी है। कोरोना की महामारी के विरोध में टीकाकरण ही प्रभावी इलाज साबित होने की बात कुछ देशों की घटनाओं से सामने आयी है। विश्‍व के प्रमुख संगठन और कई देशों के विशेषज्ञ भी टीकाकरण की गति बढ़ाने की भूमिका बड़ी तीव्रता से अपना रहे हैं। टीकाकरण की गति बढ़ाए हुए देशों ने ‘अनलॉक’ की दिशा में कदम उठाना शुरू किया है। लेकिन, इसी के साथ कोरोना के नए घातक ‘वेरियंटस्‌’ सामने आ रहे हैं और इससे कोरोना संक्रमितों की संख्या में फिर से बढ़ोतरी होने लगी है।

WHO-Corona-epidemiologist-01-300x279इस पृष्ठभूमि पर, डॉ.मारिआ वैन केर्खोव ने दिया इशारा चिंता बढ़ानेवाला साबित हुआ हैं। उनके इशारे का अमरीका की ‘नैशनल इन्स्टिट्युट ऑफ हेल्थ’ के संचालक फ्रान्सिस कॉलिन्स ने भी समर्थन किया है। वर्तमान में कोरोना के बढ़ रहे मामले यानी बीते वर्ष देखा हुआ सिनेमा दोबारा देखने जैसा है और इसका अन्त भी अच्छा होने के आसार दिखाई नहीं दे रहे हैं, इन शब्दों में कॉलिन्स ने स्थिति काफी गंभीर होने का अहसास कराया।

अमरीका के ‘एफडीए’ के पूर्व प्रमुख डॉक्टर स्कॉट गॉटिलेब ने भी देश में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की ओर ध्यान आकर्षित किया है और इसके पीछे ‘डेल्टा वेरियंट’ के होने का बयान किया है। अमरीका की जनता ‘डेल्टा वेरियंट’ के बढ़ रहे संक्रमण को नजरअंदाज कर रही है, लेकिन, यह वेरियंट सबसे तेज़ फैलता है, इसका अहसास रखना होगा, ऐसा गॉटिलेब ने कहा। अमरीका में मात्र एक ही हफ्ते में कोरोना के नए मामलों की संख्या में ७० प्रतिशत बढ़ोतरी देखी गई है। इसके लिए ‘डेल्टा वेरियंट’ ही ज़िम्मेदार होने की बात भी सामने आयी है।

नए ‘डेल्टा वेरियंट’ की वजह से अमरीका के साथ ही ब्रिटेन, रशिया, इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे प्रमुख देशों के साथ अफ्रीकी महाद्विप में कोरोना के मामलों में फिर से बढ़ोतरी होने लगी है।

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