सरकार की सर्वपक्षीय बैठक में ‘डोकलाम’ की परिस्थिती की जानकारी

नई दिल्ली, दि. १४ : भारत-चीन सीमा विवाद और अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमलों के कारण चर्चा के लिये केंद्र सरकार ने सर्व पक्षीय बैठक बुलाई है| केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में विदेशमंत्री सुषमा स्वराज, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल और विदेश सचिव एस. जयशंकरने ‘डोकलाम’ का घटनाक्रम और वर्तमान परिस्थिती की जानकारी सर्व पक्षीय बैठक में देने की खबर है|

शुक्रवार शाम इस बैठक का आयोजन किया गया था|तत्पूर्व, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेशमंत्री सुषमा स्वराज और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल की विशेष बैठक हुई थी| सोमवार अमरनाथ यात्रियों की बस पर आतंकवादी हमला हुआ था और पिछले महीने से भारत और चीन का डोकलाम के सीमा विवाद को लेकर तनाव बना हुआ है| भारत-चीन सीमा विवाद और जम्मू-कश्मीर की गतिविधियों की जानकारी का सरकार खुलासा करें यह विविध पक्षोसे माँग की गयी थी| इसी कारणवश सरकार ने सर्व पक्षीय बैठक का आयोजन किया था|

राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर हम सरकार के साथ होने की बात बहुत से पक्षो नें की| इस बैठक को सभी पक्षों के प्रमुख नेता उपस्थित थे| डोकलाम में हुए तनाव की जानकारी विदेशमंत्री सुषमा स्वराजने बैठक में दी|

पिछले साल जम्मू-कश्मीर में हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकवादी बुऱ्हान वाणी सुरक्षा दलों की मुठ्भेड में मारा गया था| इस घटना के बाद कश्मीर में बडे पैमाने में हिंसक घटनाएँ हुई थी| हाल ही में अमरनाथ यात्रियों पर हमला हुआ| कश्मीर में होने वाली हिंसक घटनाएँ रोकने के लिये और आतंकवाद विरोधी कार्रवाई की जानकारी सर्व पक्षीय बैठक में दी गई| अमरनाथ यात्रियों पर हमला करनेवाले आतंकवादियों को पकडने के लिये जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ‘एसआईटी’ स्थापित किया है|

१७ जुलाई को संसद में मानसून अधिवेशन शुरू हो रहा है| इसके पूर्व ही भारत-चीन और जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को लेकर सर्व पक्षीय बैठक का आयोजन किया गया था|

‘एनएसए’ अजित डोवल चीन दौरे पर जाएंगे

नई दिल्ली, दि. १४ : ‘डोकलाम’ में भारत चीन सीमा विवाद की पृष्ठभूमी पर भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल चीन के दौरे पर जाएंगे| ‘ब्रिक्स’ देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक चीन में होनेवाली है| इस बहाने से अजित डोवल चीन में जाने वाले हैं और डोकलाम मुद्दे पर भी चर्चा होने की संभावना है| विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने राजनितिक स्तर पर दोनों देशों में चर्चा शुरू है, ऐसा कहते हुए स्पष्ट संकेत दिये हैं|

ब्राज़ील, रशिया, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रिका (ब्रिक्स) देशों के ‘एनएसए’ की बैठक बीजिंग में २७ जुलाई को होगी| इस बैठक में ‘एनएसए’ अजित डोवल भारत-चीन विवाद में चर्चा करने के लिये भारत के खास प्रतिनिधी हैं| इसी कारण इस दौरे को विशेष महत्व प्राप्त हुआ है| पिछले महीने से सिक्कीम के डोकलाम में भारत और चीन की सेना एक दुसरे के सामने आ खडी हुई है| दोनो देशों ने वहां अपने तंबू डाले है| इस लिये यह संघर्ष दीर्घकाल चलने के स्पष्ट संकेत हैं| भारत से डोकलाम मुद्दे हो लेकर बडी बयान बाजी नही हुई, पर चीन से लगातार चेतावनी और धमकियाँ शुरू थी| साथ ही १९६८ के युद्ध की याद दिलाई जा रही है|

भारत ने इस मुद्दे पर अपना ठोस कदम लिया है और वे पीछे न हटने पर कायम है|साथ ही यह मुद्दा राजनितिक रास्ते से सुलझाने का विश्वास व्यक्त किया जा रहा है|

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