ब्रिटेन के वित्त मंत्री द्वारा डिजिटल करन्सी ‘ब्रिटकॉईन’ के संकेत

लंडन – ब्रिटेन के वित्त मंत्री ॠषि सुनक ने ‘ब्रिटकॉईन’ नाम से डिजिटल करन्सी शुरू करने के संकेत दिए। इस संदर्भ में ब्रिटेन का अर्थ विभाग और मध्यवर्ती बैंक ‘ बैंक ऑफ इंग्लैंड’ ने कुछ महीने पहले स्वतंत्र टास्क फोर्स का भी गठन किया है। कोरोना और ‘ब्रेक्झिट’ की पृष्ठभूमि पर ब्रिटिश अर्थव्यवस्था संकट में पड़ने की संभावना होकर, डिजिटल करन्सी अर्थव्यवस्था को गति प्रदान कर सकती है ऐसा दावा किया जाता है। चीन में फिलहाल प्रायोगिक स्तर पर ‘डिजिटल युआन’ पर अमल करना शुरू होकर, पिछले ही महीने में सिंगापुर ने भी ‘डिजिटल करन्सी’ विकसित करने के संकेत दिए थे।

britain-digital-currency-britcoin-1डिजिटल करन्सी ‘ब्रिटकॉईन’ यह ब्रिटिश मुद्रा ‘पाउंड’ का डिजिटल संस्करण होगा। ‘ब्रिटकॉईन’ का प्रवेश ब्रिटेन के अर्थ और वित्त क्षेत्र में बड़ा बदलाव साबित हो सकता है, ऐसा दावा अर्थ विभाग के अंदरूनी सूत्रों ने किया। ‘डिजिटल करन्सी’ पर ब्रिटेन का मध्यवर्ती बैंक होनेवाले ‘बैंक ऑफ इंग्लैंड’ का ही नियंत्रण होना यह महत्वपूर्ण बात साबित होती है, इस पर भी गौर फरमाया जा रहा है।

इस डिजिटल करन्सी के माध्यम से मध्यवर्ती बैंक ठेंठ नागरिकों के खाते में निधि जमा कर सकता है और अर्थव्यवस्था को इसका बहुत बड़ा फायदा होगा, ऐसा अनुमान जताया जा रहा है।

बैंकिंग क्षेत्र में ऑनलाइन व्यवहार तथा ट्रांसफर करने के लिए लगनेवाला समय और खर्चा इससे बचेगा। साक्षी छोटे उद्यमियों को ‘डिजिटल करन्सी’ का बड़ा फायदा होने की संभावना भी जताई जाती है।

‘बिटकॉईन’ जैसी क्रिप्टो करेंसी की ओर होनेवाला बढ़ता रुझान टालने के लिए ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था ने ‘डिजिटल करन्सी’ के लिए तेजी से कदम उठाना शुरू किया दिख रहा है। कुछ दिन पहले ब्रिटेन में हुई एक बड़ी कार्रवाई में, क्रिप्टो करेंसी के व्यवहार करने वाले ‘बायनान्स एक्सेंज’ पर पाबंदी लगाई गई थी।

अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर के व्यवहारों की मध्यवर्ती यंत्रणा के रूप में जाने जानेवाली ‘स्विफ्ट’ ने, पिछले महीने में डिजिटल करन्सी के संदर्भ में एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की थी। उसमें दुनिया भर के ५० प्रतिशत से अधिक मध्यवर्ती बैंक, ‘डिजिटल करन्सी’ शुरू करने के मामले में गतिविधियाँ कर रहे हैं, ऐसा कहा था।

दो साल पहले फेसबुक, ऍमेझॉन, जेपी मॉर्गन इन जैसी अग्रसर बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा ‘डिजिटल करन्सी’ के संदर्भ में ऐलान किए गए थे। उसी समय, दूसरी ओर चीन, जापान, ब्रिटेन और युरोपीय महासंघ समेत खाड़ी क्षेत्र के तथा एशियाई देश भी डिजिटल करन्सी के लिए गतिविधियाँ कर रहे हैं, यह बात सामने आई थी।

चीन ने सन २०१४ से ‘डिजिटल युआन’ का मुद्रा के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिशें शुरू की थी। पिछले साल भर में चीन ने प्रायोगिक स्तर पर विभिन्न शहरों में उसका इस्तेमाल करने की मुहिम चलाई थी। कुछ महीने पहले चीन ने ‘युएई’ और थायलंड इन जैसे देशों के साथ भी डिजिटल करन्सी की इस्तेमाल के बारे में चर्चा शुरू करने की बात सामने आई थी।

इस पृष्ठभूमि पर, ब्रिटेन जैसी शीर्ष अर्थव्यवस्था द्वारा डिजिटल करन्सी के मामले में दिए गए ठोस संकेत महत्वपूर्ण साबित होते हैं। 

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