भारत चीन के साथ व्यापक संघर्ष के लिए तैयार रहे- चीन के सरकारी दैनिक की धमकी

बीजिंग, दि.१८: ‘भारत को दिखा रहे चीन के संयम को भी मर्यादा है,’ इन शब्दों में चीन ने भारत और चीन के बीच के सीमा विवाद की तीव्रता को दर्शाया|चीन की राजधानी बीजिंग में अन्य देशों के राजनितिक अधिकारीयों के सामने बातचीत करते हुए चीन ने यह धमकी दी है|लेकिन चीन के विदेश मंत्रालय ने अन्य देशों के राजनितिक अधिकारीयों के साथ हुई बैठक का अधिक ब्यौरा नहीं दिया|लेकिन चीन के सरकारी  दैनिक ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने फिर एक बार भारत को धमकाकर चीन के साथ व्यापक संघर्ष के लिए तैयार रहने का इशारा दिया है|

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लूकैंग ने अन्य देशों के राजनितिक अधिकारीयों को ‘डोकलाम’ की परिस्थिति की जानकारी दी|कैंग ने भारत से अपील की है कि, ‘अपने राजनितिक उद्देश्यों को पूरा करने के लिए सीमा विवाद का सहारा न लें|’ साथ ही डोकलाम में भारतीय सैनिकों ने की हुई घुसपैठ के बारे में कई देशों ने राजनितिक स्तर पर जानकारी मांगने का दावा भी कैंग ने किया है|चीन ने इस सन्दर्भ में पूरी जानकारी इन देशों के राजनितिक अधिकारीयों के सामने रखी|भारतीय सेना की घुसपैठ के बारे में जानने के बाद यह अधिकारी आश्चर्य चकित हुए थे, इस बात को को भी कैंग बताना नहीं भूले|

भारतीय सैनिकों ने चीन की सीमा में घुसपैठ करने का आरोप कायम रखते हुए कैंग ने इस विवाद के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया|कैंग की जानकारी से भी अलग जानकारी मीडिया में प्रसिद्ध हुई है|अन्य देशों के राजनितिक अधिकारीयों को डोकलाम की जानकारी देते हुए चीन ने, ‘भारत को दिखा रहे चीन के संयम को भी मर्यादा है,’ इस तरह का इशारा देकर यह सीमा विवाद और भी बिगड़ने के संकेत दी हैं|‘ग्लोबल टाइम्स’ ने इस संघर्ष में पीछ न हटने की भारत को धमकी दी है|

भारत चीन के पास सीमा में अपने स्त्रोत बढ़ा रहा है|चीन भी पीछे हटनेवाला नहीं है|चीन भी अपने भारत के पास की सीमा में सेना और लश्करी स्त्रोत तैनात कर सकता है| भारत के साथ लड़ने के लिए जरुरी आर्थिक क्षमता चीन के पास है, इस बात को ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने स्पष्ट किया है|दौरान, चीन दूसरे देशों को भारत के साथ चल रहे सीमा विवाद की जानकारी देकर भारत पर दबाव बढाने की कोशिश कर रहा है|लेकिन वर्तमान में कोई भी देश चीन का साथ देकर भारत के विरोध में खड़े रहने की सम्भावना नहीं है|

‘चीन अपने आपको एशिया-प्रशांत इलाके की महाशक्ति मानता है|लेकिन भारत भी इस इलाके का महत्वपूर्ण देश है|इस बात को चीन भूलना नहीं चाहिए’, ऐसा अमरिका के भूतपूर्व राजनितिक अधिकारी सीमा बिस्वाल ने कहा है|भारत जैसे देश के साथ संघर्ष की भूमिका अपना ने के बजाय सहायता का रवैया अपनाया तो वो चीन के लिए अच्छा होगा|ऐसी सलाह भी बिस्वाल ने चीन को दिया है| दौरान,डोकलाम में भारतीय सेना चीन की सेना के सामने डेरा डाल के बैठी है और चीन की कड़ी टीका को भारत ने संयम रखकर जवाब दिया है, जिसका फायदा भारत को हो रहा है| डोकलाम से भारतीय सेना पीछे हटे बगैर चीन भारत के साथ चर्चा नहीं करेगा, इस तरह का अड़ियल रवैया अपना ने वाला चीन अब खुद चलकर भारतीय दूतावास के अधिकारीयों से सीमा विवाद पर चर्चा के लिए संपर्क कर रहा है|आने वाले समय में भारत के साथ सीमा विवाद को छेड़ना चीन को मुश्किल में डाल सकता है, यह बात चीनी राजनयिकअपने सरकार को समझा रहे हैं|

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