जम्मू-कश्मीर में दशक का सबसे बड़ा कोंबिंग ऑपरेशन शुरू; चार हज़ार जवानोंसमेत ड्रोन और हेलिकॉर्प्टस भी शामिल

श्रीनगर, दि. ४ : जम्मू-कश्मीर के शोपियन जिले में पिछले दशकभर का सबसे बड़ा ‘कोंबिंग ऑपरेशन’ रक्षादलों ने हाथ में लिया| इस इलाके में छिपकर बैठे हुए आतंकवादियों को पकड़ने के लिए यह जाँचमुहिम हाथ में ली गयी होकर, इनमें हेलिकॉप्टर्स, मानवरहित गश्ती विमानों समेत चार हज़ार सैनिक शामिल होते हुए इधर के हर गाँव में और गाँवों के हर मकान में आतंकवादियों को ढूँढ़ा जा रहा है|

कोंबिंग ऑपरेशनपिछले कई दिनों से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की गतिविधियाँ बढ़ रही हैं| बैंको के कॅश लूटने से पुलिस जवानों की हत्या करने तक आतंकवादियों की मजाल गयी है| इतना ही नहीं, बल्कि कुछ आतंकवादी खुलेआम घुमते हुए दिखानेवाले कुछ वीडिओ भी जारी हो गए हैं| इस पृष्ठभूमि पर सेना, पुलिस और सीआरपीएफ ने संयुक्त जाँचमुहिम हाथ में ली है|

दक्षिण कश्मीर के शोपियन जिले में कुछ आतंकवादी छिपकर बैठे हुए हैं, ऐसा खुफिया एजन्सी का रिपोर्ट है| दक्षिण कश्मीर में पिछले कुछ दिनों में, बैंक डकैती के कई वाक़ये हुए थे| चार दिन पहले, आतंकवादियों ने बैंको का कैश ले जानेवाले मोटर पर हमला करते हुए पाँच पुलिसकर्मियों सहित दो गार्डों की हत्या की थी| साथ ही, उनकी रायफलें भी आतंकवादियों ने उड़ा लीं थीं| जम्मू-कश्मीर में बैंक लूटने के वाक़ये में चार गुनी बढ़ गये हैं, ऐसे सामने आया है| शोपियन जिले में सबसे बड़ा वाक़या घटित हुआ था|

इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर के गाँवों और जंगलों में आतंकवादी खुलेआम घुम रहे हैं और रायफलें चलाने का प्रशिक्षण ले रहे हैं, यह दिखानेवाले कुछ वीडिओ सोशल मीडिया में प्रकाशित हुए थे| एक वीडिओ में २० से ज्यादा आतंकवादी इक्कठे दिखाई दिए थे| यह वीडिओ दक्षिण कश्मीर के शोपियन जिले का था, ऐसा शक जताया जाता है| इस जिले में रक्षा दलों को मुठभेड़ के दौरान सबसे ज्यादा पथराव का सामना करना पड़ा है|

इसलिए उचित व्यूहरचना बनाकर, एक ही समय अनेक गाँवों में यह ‘कोंबिंग ऑपरेशन’ शुरू किया गया है| इस कारण, जाँचमुहिम के दौरान आसपास के गाँवों के अलगाववादियों को इकट्ठा होने का और पथराव करते हुए रक्षादल की कार्रवाई में रुक़ावटें लाने का अवसर ही नहीं मिला| तुर्कावांगन गाँव में हुए मामूली पथराव के अलावा इस मुहिम में रुक़ावटें पैदा करने का कोई भी वाक़या सामने नहीं आया, ऐसी जानकारी सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने दी|

इस मुहिम के दौरान, गाँव के लोगों को खुलीं जगहों में आने के लिए कहकर करीबन २० गाँव खाली कर दिए गये| इसके बाद हर एक मकान में जाकर जवानों ने जाँच की। मक़ान मक़ान जाकर तलाशी लेने की पद्धति जम्मू-कश्मीर में सन १९९० के आखिर में ही रक्षा दलों ने बन्द की थी| लेकिन गुरुवार के दिन रक्षा दलों ने पुनः इस पद्धति से जाँचमुहिम चलायी है| आगे चलकर रक्षा दल आतंकवादियों के खिलाफ ऐसी ही सख्त कार्रवाई करेगा, ऐसे स्पष्ट संकेत केंद्र सरकार द्वारा दिये जा रहे हैं| सेना ने भी, आतंकवादियों पर की कार्रवाई के दौरान पथराव करनेवालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी, ऐसे कहा था|

‘पाकिस्तान को भारतीय सेना का जबाब मिलेगा’ : सेनाप्रमुख का आश्‍वासन

नई दिल्ली, दि. ४ (पीटीआय)- ‘भारत के शहीद सैनिकों के शव के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार करनेवाले पाकिस्तान को भारतीय सैनिकों द्वारा मुँहतोड़ जवाब मिलेगा| लेकिन यह जवाब कैसा होगा, इस संदर्भ की जानकारी पहले खुली नहीं की जायेगी| जवाब का समय और जगह सेना चुनेगी| भारतीय सेना अपनी योजना पहले से ज़ाहिर नहीं करती’, इन बयानों में सेनाप्रमुख जनरल बिपिन रावत ने देश को भरोसा दिलाया|

कोंबिंग ऑपरेशनइससे पहले भी इस प्रकार के हमले हुए थे और उन्हें सही तरह से जवाब भी दिया गया था, इसका उदाहरण जनरल रावत ने दिया| पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर की नियंत्रणरेखा पार करते हुए दो भारतीय सैनिकों की हत्या की और उनके शव के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया था| इसके बाद, भारत में रोष की तीव्र लहर फ़ैल गयी है और पाकिस्तान को सबक सिखाने की माँग भी आम लोगों से की जा रही है|

रक्षामंत्री अरुण जेटली ने, शहीद सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नही जायेगा, ऐसा कहते हुए, पूरे देश के लोगों को सेना पर का भरोसा बरकरार रखने का आवाहन किया है| सेना ने भी एक निवेदन द्वारा, इस अमानवीय कार्रवाई को सही जवाब मिलेगा, ऐसे कहा था| इस मुद्दे पर पहली बार बात करते समय सेनाप्रमुख जनरल रावत ने सूचक शब्दों में, सही समय पर पाकिस्तान को सीधा जवाब दिया जायेगा, ऐसा संदेश देश के लोगों को दिया है|

इस दौरान, भारतीय सैनिकों के शवों के साथ पाकिस्तानी सैनिकों ने बर्बरतापूर्ण व्यवहार नहीं किया, ऐसा कहते हुए पाकिस्तानी विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने पुनः अपने पर लगाये गये इस इल्ज़ाम को अमान्य किया है| इतना ही नहीं, बल्कि भारत की आक्रामक भाषा इस क्षेत्र की शांति के लिए घातक साबित होगी, ऐसी चेतावनी भी पाकिस्तान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता नफीस झकारिया ने दी है|

भारत से मिल रही चेतावनी की पृष्ठभूमि पर पाकिस्तान के होश उड़ गये हैं, ऐसे संकेत मिल रहे होकर, पाकिस्तानी सेना के ‘डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिटरी ऑपरेशन्स’ ने भारतीय सेना के ‘डीजीएमओ’ के साथ संपर्क करते हुए अपने पर के इल्ज़ाम को नकारा था|

 

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