ईंधन की बढ़ती कीमतों पर भारत के पेट्रोलियममंत्री ने की सौदी और यूएई के मंत्रियों से चर्चा

नई दिल्ली – ईंधन तेल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी की पृष्ठभूमि पर भारत के पेट्रोलियममंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ओपेक के प्रमुख देशों से बातचीत शुरू की है। दो दिन पहले ही उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के उद्योगमंत्री के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की थी। अब गुरूवार शाम के समय उन्होंने सौदी अरब के ऊर्जामंत्री के साथ फोन के माध्यम से बातचीत की। शनिवार के दिन कतार के ऊर्जामंत्री से केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने चर्चा की थी।

भारत के पेट्रोलियममंत्रीशुक्रवार के दिन अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमत बढ़कर प्रति बैरल ७३.६७ डॉलर्स हुई। अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में ईंधन की कीमत लगातार बढ़ने से भारतीय स्थानीय बाज़ार में भी ईंधन की कीमत लगातार बढ़ रही है। वर्ष २०२०-२१ में देश में पेट्रोल की कीमत २० रुपये और डिज़ल की कीमत १८.४ रुपये बढ़ी है। इस दौरान देश में पेट्रोल ३० प्रतिशत और डिज़ल २९ प्रतिशत महंगा हुआ है। मौजूदा आर्थिक वर्ष में भी ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी अभी रुकी नहीं है। पेट्रोल की कीमत १०० रुपये और डिज़ल की कीमत ९५ रुपये प्रति लीटर तक जा पहुँची है।

भारत विश्‍व में सबसे अधिक ईंधन का आयात करनेवाला तीसरा बड़ा देश है। भारत ने ओपेक देशों से ईंधन की कीमत कम करने की माँग लगातार की है। ग्राहक देशों का हित ध्यान में रखकर ईंधन उत्पादन में बढ़ोतरी करें और कीमतें कम करें, यह भारत की माँग है। ओपेक देशों ने ऐसा नहीं किया तो भारत को अन्य विकल्प तलाशने पड़ेंगे, ऐसा इशारा भी भारत ने कुछ महीने पहले दिया था।

ओपेक देशों ने कोरोना के दौरान ईंधन का उत्पादन कम किया था। लेकिन, इस महामारी की तीव्रता कम होने के बाद बढ़ी हुई माँग के अनुसार ईंधन की आपूर्ति बढ़ाने की बात मानने के बावजूद इन देशों ने ऐसा नहीं किया है। इस वजह से ईंधन की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। दिसंबर में ५० डॉलर प्रति बैरल रही र्इंधन की कीमत अब ७३ डॉलर्स से अधिक हुई है।

इस पृष्ठभूमि पर हाल ही में पेट्रोलियम मंत्रालय का ज़िम्मा संभालने के बाद केंद्रीयमंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ईंधन डिप्लोमसी शुरू की है, ऐसा कहा जा रहा है। सौदी अरब, यूएई के साथ की गई चर्चा इसी का हिस्सा होने के दावे विशेषज्ञ कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सौदी अरब के ऊर्जामंत्री प्रिन्स अब्दुल अज़ीज बिन सलमान अल सौद के साथ हुई चर्चा के दौरान ईंधन की कीमतों को लेकर भारत को महसूस हो रही चिंता जताई।

ऊर्जा क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग अधिक मज़बूत करने पर भी इस दौरान जोर दिया गया। भारत की ऊर्जा विशयक ज़रूरतें तेज़ी से बढ़ रही हैं। दोनों देशों में ग्राहक और बिक्रेता से भी आगे होनेवाली ऊर्जा क्षेत्र की रणनीतिक भागीदारी में अधिक विविधता लाने के लिए सौदी के ऊर्जामंत्री के साथ काम करने की इच्छा भी हरदीप सिंह पुरी ने इस दौरान जताई। इससे पहले हरदीप सिंह पुरी ने १४ जुलाई के दिन यूएई के उद्योगमंत्री सुलतान अहमद अल जाबेर से बातचीत की थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.