नौदल के लिए हेलिकॉप्टर की खरीदारी का मार्ग खुला

नई दिल्ली: भारतीय नौदल को १११ हेलिकॉप्टर से सज्ज करने का निर्णय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारामन ने घोषित किया है। उसके लिए लगभग २२ हजार करोड़ रुपयों का प्रावधान करने की बात रक्षा मंत्रीने स्पष्ट की है। इन हेलिकॉप्टर की खरीदारी के लिए विदेशी कंपनियों में स्पर्धा हो रही है और इस स्पर्धा में भारतीय कंपनियों को भी अवसर मिलेगा, ऐसा रक्षा मंत्रालय के सूत्रोंने स्पष्ट किया है।

भारतीय नौदल के लिए हेलिकॉप्टर की खरीदारी की मांग पिछले कई वर्षों से प्रलंबित थी। रक्षा मंत्री सीतारामन इनके अध्यक्षता में संपन्न हुए ‘डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल’ की बैठक में हेलिकॉप्टर की खरीदारी मे होने वाली बाधाएं दूर किए गए हैं। हेलिकॉप्टर की खरीदारी की प्रक्रिया अब शीघ्र गति से पूर्ण हो, इसके लिए ‘स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप’ योजना के अंतर्गत आने वाली प्रक्रिया शुरु करने के निर्देश दिए गए हैं।

नौदल, खरीदारी, निर्मला, सीतारामन, हेलिकॉप्टर, भारत, रशियाइसकी वजह से यह १११ हेलिकॉप्टर में १६ हेलिकॉप्टर से संबंधित कंपनियों से सीधे खरीदारी की जाएगी तथा शेष ९५ हेलिकोप्टर का निर्माण मेक इन इंडिया के अंतर्गत किया जाएगा।

इन हेलीकॉप्टर्स के देश के अंतर्गत निर्माण की वजह से, देश को तंत्रज्ञान मिलेगा और देश में रोजगार निर्माण को चलना मिलेगी, ऐसा दावा किया जा रहा है। इन हेलिकॉप्टर की खरीदारी की प्रक्रिया २ वर्षों में पूर्ण होगी, ऐसा कहा गया है। इसके अतिरिक्त भारत और रशिया बहुउद्देश्य कैमोव्ह हेलिकॉप्टर की खरीदारी का समझौता जल्द ही करने की खबरें प्रसिद्ध हुई है। लगभग एक अब्ज डॉलर्स के इस समझौते के अनुसार रशिया कैमोव्ह-२२६-टी हेलिकॉप्टर में आवश्यक बदलाव किए जाएंगे। ऐसे २०० कैमोव्ह हेलिकॉप्टर भारतीय नौदल में शामिल किए जाने वाले हैं।

इस व्यवहार के संदर्भ में रक्षा मंत्री सीतारामन ने रशियन हेलिकॉप्टर कंपनी के सीईओ आंद्रे बोगिन्सकी से चर्चा की है। रशिया से प्रदान किए जाने वाले २०० कैमोव्ह हेलिकॉप्टर का निर्माण रशिया में किया जाएगा और शेष १४० हेलिकॉप्टर का निर्माण भारत में होने वाला है।

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