भारत के विदेश मंत्री की इस्रायली राष्ट्राध्यक्ष और प्रधानमंत्री के साथ चर्चा

जेरूसलेम – भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट, राष्ट्राध्यक्ष इसाक हर्झोेग से मुलाकात की। दोनों देशों के सहयोग की पूरी क्षमता का इस्तेमाल करने पर और भू-राजनीतिक परिस्थिति और अन्तर्राष्ट्रीय गतिविधियों पर इस्रायली नेतृत्व के साथ चर्चा संपन्न होने की जानकारी जयशंकर ने दी। इस्रायली प्रधानमंत्री ने भारत के साथ सहयोग को लेकर दिखाई रणनीतिक दृष्टि अनमोल होने का दावा विदेश मंत्री जयशंकर ने किया।

इस्रायली राष्ट्राध्यक्षविदेश मंत्री जयशंकर पाँच दिन के इस्रायल के दौरे पर हैं। खाड़ी क्षेत्र में बहुत बड़ी उथल-पुथल हो रही है, ऐसे में भारत के विदेश मंत्री का यह इस्रायल दौरा उल्लेखनीय साबित होता है। हालाँकि इसका सारा विवरण अभी सार्वजनिक नहीं हुआ है, फिर भी जयशंकर के इस दौरे में दोनों देशों के बीच महत्त्वपूर्ण चर्चा और समझौते अपेक्षित होने का दावा किया जाता है। इस्रायल यह भारत को हथियार और रक्षा सामग्री की सप्लाई करनेवाला महत्वपूर्ण देश है। साथ ही, कट्टरवाद और आतंकवाद से भारत और इस्रायल को एकसमान ख़तरा संभव है, ऐसा भारत का कहना है और इसके विरोध में दोनों देश एक-दूसरे की सहायता कर रहे हैं यह बात भी सामने आई थी। विदेश मंत्री जयशंकर ने अपने इस दौरे में वैसी घोषणा भी की थी।

भारत और इस्रायल का द्विपक्षीय सहयोग अलग ही मोड़ पर आया होकर, अब तक दोनों देशों को इसका लाभ प्राप्त हुआ है, ऐसा विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा। इससे दोनों देशों के सामने नई संभावनाएँ आईं हैं। इन संभावनाओं को सच करने की चुनौती को स्वीकार करके, दोनों देशों को अपने द्विपक्षीय संबंध नयी उँचाई पर ले जाने के लिए प्रयास करने पड़ेंगे, ऐसा जयशंकर ने आगे कहा। इस्रायल के साथ उत्तम सहयोग स्थापित करने के लिए भारतीय जनमानस बहुत बड़ी उत्सुकता दर्शा रहा है, इस पर भी जयशंकर ने गौर फरमाया।

‘इस्रायली लोग भारत से बहुत ही प्यार करते हैं और हम भारत को विशाल मित्र देश के रूप में देखते हैं। भारत के साथ सभी क्षेत्रों और मोरचों पर सहयोग स्थापित करने के लिए इस्रायल उत्सुक है’, ऐसा प्रधानमंत्री बेनेट जयशंकर के साथ हुई चर्चा में कहा है। वहीं, इस्रायली राष्ट्राध्यक्ष हर्झोग ने भारतीय विदेश मंत्री के इस्रायल दौरे का स्वागत किया। प्राचीन धरोहर प्राप्त दो लोकतंत्रवादी देश, इन शब्दों में भारत और इस्रायल का उल्लेख करके राष्ट्राध्यक्ष हर्झोग ने व्यापार, तंत्रज्ञान और ऊर्जा इन क्षेत्रों में दोनों देश बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं, ऐसा भरोसा ज़ाहिर किया।

इसी बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने इस्रायली प्रधानमंत्री बैनेट को भारत दौरे का आमंत्रण दिया होने की जानकारी विदेश मंत्री जयशंकर ने दी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.