भारतीय अर्थव्यवस्था दमदार प्रदर्शन करेगी – केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने जताया भरोसा

बोस्टन – इस वित्तीय वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था डबल डिजिट विकास दर के पास पहुँचेगी। वहीं, अगले वित्तीय वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था की विकासदर आठ प्रतिशत तक होगी, ऐसा भरोसा केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने ज़ाहिर किया। अगले दशक भर में भारत ७.५ से ८.५ प्रतिशत इतनी विकास दर से सातत्यपूर्ण प्रगति करेगा, ऐसा वित्त मंत्री सीतारामन ने कहा है। अमरीका के दौरे पर होनेवाली वित्त मंत्री सीतारामन ने, जागतिक अर्थव्यवस्था मंदी के साये में होते समय किये ये दावे दुनिया का गौर फरमानेवाले साबित होते हैं।

केंद्रीय वित्त मंत्रीअमरीका की एक युनिवर्सिटी ने आयोजित किए कार्यक्रम में बात करते समय केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारामन ने भारत की अर्थव्यवस्था पर विश्वास ज़ाहिर करके, आनेवाले समय में भारतीय अर्थव्यवस्था दमदार प्रदर्शन कर दिखाएगी, ऐसा दावा किया। जागतिक बैंक, अन्तर्राष्ट्रीय मुद्राकोष इन सबने मेरे इन दावों की पुष्टि करनेवाली रिपोर्ट जारी की है, इस पर सीतारामन ने गौर फरमाया। एक ही दिन पहले अन्तर्राष्ट्रीय मुद्राकोष की अर्थ विशेषज्ञ गीता गोपीनाथ ने यह अनुमान जताया था कि भारतीय अर्थव्यवस्था सर्वाधिक विकास दर से प्रगति करेगी।

इस समय वित्त मंत्री सीतारामन को जागतिक अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन के बारे में सवाल पूछा गया। लेकिन उसके बारे में निश्चित रूप से बताया नहीं जा सकता, यह स्पष्ट करके सीतारामन ने, दुनिया के आर्थिक विकास का इंजन माने जानेवाले विकासशील देशों की अर्थव्यवस्थाओं का प्रदर्शन अच्छा होगा, ऐसा स्पष्ट मत व्यक्त किया। कोरोना की महामारी के बाद, पहले के दौर में विकास के मार्ग पर चल रहे विकासशील देश अधिक अच्छा प्रदर्शन कर दिखायेंगे ऐसा मुझे लगता है, यह बात सीतारामन ने स्पष्ट किया। उनके इस प्रदर्शन का जागतिक अर्थव्यवस्था को भी लाभ मिलेगा, ऐसा सीतारामन ने आगे कहा।

इसी बीच, जागतिक अर्थव्यवस्था के सामने नया संकट खड़ा होने के दावे अर्थ विशेषज्ञ करने लगे हैं। दुनिया भर के शेयर बाजारों में हो रही गिरावट उनकी चिंता अधोरेखांकित करनेवाली बात साबित होती है। इंधन की किल्लत, चीन जैसी बड़ी अर्थव्यवस्था के सामने खड़ीं चुनौतियाँ इस कारण जागतिक अर्थव्यवस्था पर का यह संकट अधिक ही तीव्र बनता हुआ दिख रहा है। ऐसी परिस्थिति में भारत का आर्थिक प्रदर्शन स्पष्ट रूप से दुनिया के सामने आ रहा होकर, भारत की विकास दर के संदर्भ में व्यक्त किए जानेवाले अनुमान, अन्तर्राष्ट्रीय निवेशकों का भारत पर होनेवाला भरोसा अधिक ही बढ़ा रहे हैं। भारत के निर्यात में हुई वृद्धि और भारत में हो रहे निवेश में हुई गौरतलब वृद्धि यही दर्शा रही है।

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