भारतीय अर्थव्यवस्था तेज़ी से विस्तार करने सिद्ध – अर्थ विशेषज्ञ आशिमा गोयल

नई दिल्ली – कोरोना की पहली और दूसरी लहर के प्रभाव में से बाहर निकलकर भारतीय अर्थव्यवस्था ने जिस तेज़ी से पूर्ववत होने की दिशा में उड़ान भरी, वह रफ्तार उम्मीद से बढ़कर थी। इससे यही स्पष्ट होता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की अंदरूनी नींव कितनी मजबूत है, ऐसा अर्थ विशेषज्ञ आशिमा गोयल ने कहा है। आनेवाले समय में भारतीय अर्थव्यवस्था तेज़ी से प्रगति करेगी और अर्थव्यवस्था की वृद्धि का यह ग्राफ दीर्घकाल तक जारी रहेगा , ऐसा विश्वास गोयल ने व्यक्त किया है।

indian-economy-indian-economistरिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की सदस्य होनेवालीं आशिमा गोयल ने एक इंटरव्यू में कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेज़ी से विस्तार करने के लिए सिद्ध है। भारतीय अर्थव्यवस्था व्यापक होकर, उसकी क्षमता प्रचंड है। उसकी नींव मजबूत होकर, देश में होनेवाली प्रचंड क्षमता के कारण ही निवेशक यहाँ आकर्षित हो रहे हैं। अन्य विकासशील देशों से तुलना की जाए, तो अन्य देशों को इतने बड़े पैमाने पर निवेशकों को आकर्षित करना संभव नहीं हुआ है यह ध्यान में आएगा, यह बात भी गोयल ने अधोरेखांकित की।

कोरोना की पहली और दूसरी लहर का बहुत बड़ा असर अर्थव्यवस्था पर हुआ। लेकिन इस संकट में से अर्थव्यवस्था बाहर निकली है और दीर्घकालीन वृद्धि के लिए सिद्ध हुई है, ऐसा अडिग विश्वास भी गोयल ने व्यक्त किया। सरकार बुनियादी सुविधाओं का विस्तार करने पर काम कर रही है। उसी समय ठेंठ विदेशी निवेश भी बड़े पैमाने पर आ रहा है। इसके साथ ही, किसी भी अस्थिर स्थिति से मुकाबला करने के लिए भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है, इस पर गोयल ने गौर फरमाया।

इस साल में भारतीय अर्थव्यवस्था ९.५ प्रतिशत इतनी तेज़ी से प्रगति करेगी, ऐसा अनुमान रिजर्व बैंक ने व्यक्त किया है। कोरोना की दूसरी लहर के बाद विकास दर का यह अनुमान १०.५ प्रतिशत से घटाकर ९.५ प्रतिशत इतना किया गया था। साथ ही, जागतिक बैंक ने भी ऐसा अनुमान व्यक्त किया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था ८.३ प्रतिशत इतनी विकास दर दर्ज करेगी। अर्थव्यवस्था की विकास दर के ये अनुमान दुनिया के किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक हैं, यह बात भी गोयल ने अधोरेखांकित की। साथ ही, डिजिटल करेंसी के बारे में बात करते समय, अगर सुव्यवस्थित नियोजन करके डिजिटल करेंसी लाई गई, तो उसके अनगिनत लाभ मिलेंगे, ऐसा गोयल ने स्पष्ट किया।

भारत में पेमेंट सिस्टिम, बैंकिंग व्यवस्था में सुधार, निवेशकों के लिए सुलभ होता चला वातावरण और नियम, आर्थिक समावेशन, पारदर्शिता ये बातें महत्वपूर्ण साबित होंगी। साथ ही, ऍसेट मोनेटायझेशन पाईपलाईन प्रोग्राम देश में बुनियादी सुविधाओं के मज़बूतीकरण का अहम साधन साबित होगा, ऐसा भी आशिमा गोयल ने कहा है।

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