भारतीय ड्रोन ने घुसपैठ करने का चीन के आरोप भारतीय लष्कर ने आरोप झुठलाए

नई दिल्ली: भारत ने ड्रोन द्वारा सीमा लांघकर अपनी सीमा में घुसपैठ करने का आरोप चीन के लष्कर ने किया है। यह घुसपैठ मतलब चीन के सार्वभौमत्व का उल्लंघन है, इन शब्दों में चीन ने भारत का निषेध किया है। पर भारतीय लष्कर ने यह ड्रोन तांत्रिक विफलता की वजह से बेहककर चीन की सीमा में जाने की बात स्पष्ट की है। तथा चीन को इसकी जानकारी दी गई थी, ऐसा कहकर भारत ने चीन के आरोपो का खंडन किया है। यह घटना सिक्किम में भारत चीन सीमा के पास हुई है।

भारतीय ड्रोन

२ महीने पहले इस क्षेत्र में डोकलाम को लेकर भारत और चीन में तनाव निर्माण हुआ था। पर भारत ने उस समय लिए ठोस भूमिका की वजह से चीन को वापसी करनी पड़ी थी। यह घटना चीन को तकलीफ दायक होकर ड्रोन के निमित्त से भारत पर घुसपैठ का आरोप करके, चीन द्वारा यह मुद्दा फिर से कुरेद ने की बात स्पष्ट हो रही है।

गुरुवार को चीनी लष्कर के पश्चिम कमांड के उप संचालक झैंग शुईली ने प्रसार माध्यमों को इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए, भारतीय ड्रोन ने घुसपैठ करने का आरोप किया था। भारतीय लष्कर के ड्रोन चीन की सीमा में दाखिल होने के बाद, कुछ ही समय में गिरने की जानकारी उन्होंने दी। भारत के ड्रोन द्वारा सीमा में घुसपैठ यह चीन के सार्वभौमत्व का उल्लंघन माना जाएगा। इस बारे में भारत को नाराजगी व्यक्त की गई है और कड़े शब्दों में निषेध जताया गया है, ऐसा शुईली ने कहा है।

चीनी लष्कर एक जिम्मेदार लष्कर होकर अपनी सीमा की रक्षा के लिए सक्षम होने का इशारा शुईली ने भारत को देने का प्रयत्न किया है।

भारतीय लष्कर ने चीन के यह आरोप झुठलाए हैं। एक ट्रेनी ड्रोन में तांत्रिक विफलता होने से इसका संपर्क टूटा है और यह ड्रोन चीन की सीमा में गया है। पर इस बारे में सूचना तत्काल चीन को दी गई थी ऐसा रक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने स्पष्ट किया है।

इस संदर्भ में भारतीय लष्कर ने सभी नियमों का पालन किया है और भारत ने चीन को इस बहके हुए ड्रोन के बारे में जानकारी देने के बाद, चीन के सैनिकों से उसपर प्रतिक्रिया भी मिला है। ड्रोन गिरने की जानकारी भारत को चीन से दी गई है।

उसके बाद कुछ ही समय में, चीन के लष्कर से भारत पर घुसपैठ का आरोप किया गया। इस स्थिति मे, यह आरोप लगाने के पीछे चीन के उद्देश्य पर प्रश्नचिन्ह उपस्थित किया जा रहा है।

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