भारतीय सेना ने पाकिस्तानी चौक़ियों को किया नेस्तनाबूद

श्रीनगर, दि. ३० (पीटीआय) – शहीद मनदीप सिंग का सिर काटकर भारतीय सेना को उक़सानेवाले पाकिस्तान को, इस अमानवी हरकत के परिणामों को भुगतना पड़ा है| भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के साथ की नियंत्रणरेखा और आंतरराष्ट्रीय सीमा पर की गोलाबारी में पाकिस्तानी सेना को बडी मात्रा में जीवितहानी को सहना पड़ा है, ऐसा दिखाई दे रहा है| इसकी विस्तृत जानकारी अभी भी सामने नहीं आयी है, लेकिन नियंत्रणरेखा पर पाकिस्तान की चार चौकियाँ पूरी तरह से नेस्तनाबूद की गई हैं|

भारतीय सेनाशनिचर को रात से नियंत्रण रेखा पर कथुआ, सांबा और जम्मू में दोनों तरफ से बडी मात्रा में गोलबारी और मॉटर्स के हमलें जारी हैं| शुक्रवार रात के समय आतंकवादियों की घुसपैंठ रोकनेवाले भारतीय सेना के जवान मनदीप सिंग इस मुठभेड में शहीद हुए थे| आतंकवादियों ने उनका सिर काटा और उनका शव भी क्षत-विक्षत कर दिया था| इस समय, पाकिस्तानी सेना द्वारा आतंकवादियों की सहायता करने के लिए गोलाबारी की जा रही थी| यह जानकारी सामने आने के बाद पूरे देश में इस घटना के प्रति सख़्त नाराज़गी जतायी गई| शहीद मनदीप के परिवार के साथ पूरा देश ही पाकिस्तान को सबक सिखाने की माँग कर रहा था| इस पृष्ठभूमि पर, भारतीय लष्कर पाकिस्तान के कारनामों का मुँहतोड जवाब दे रहा है, ऐसा भरोसा केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंग ने दिलाया था|

भारतीय सेना के मुँहतोड़ जवाब की ख़बरें अब सामने आने लगी हैं| कुपवाडा ज़िले के क़रीब नियंत्रणरेखा पर पाकिस्तानी सेना की चार चौकियाँ पूरी तरह से नेस्तनाबूद करने में भारतीय सेना को क़ामयाबी मिली है| भारतीय सेना की तूफ़ानी गोलाबारी की वजह से पाकिस्तान का बड़ी मात्रा में नुकसान हुआ है| इस मुठभेड़ में पाकिस्तानी जवान बड़ी संख्या में मारे गए हैं, ऐसा कहा जा रहा है| उनकी तादाद का अब तक पता नहीं चला है| इस सिलसिले में पाकिस्तान की ओर से दी जानेवाली जानकारी सही नहीं है, यह इससे पहले भी स्पष्ट हुआ था| ‘बीएसएफ’ ने पाकिस्तान के लगभग १५ जवानों को मार गिराया है, ऐसी जानकारी कुछ दिन पहले सामने आई थी| लेकिन पाकिस्तान ने, ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, ऐसा कहते हुए अपनी इज़्ज़त बचाने की कोशिश की है|

भारतीय सेना ने किये ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ के बारे में भी पाकिस्तानी सेना ने ऐसी ही भूमिका अपनाई थी|

२९ सितंबर की रात को भारतीय लष्कर ने किए ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ के बाद अबतक पाकिस्तानी सेना ने ६० बार संघर्षबंदी का उल्लंघन करते हुए गोलाबारी की थी| यह बात, ‘सर्जिकल स्ट्राईक हुआ था’ इसको साबित करने के लिए काफ़ी है, ऐसा विश्‍लेषकों का कहना है| वहीं, संघर्षबंदी का उल्लंघन भारतीय लष्कर द्वारा ही किया जा रहा है, ऐसा इल्जाम पाकिस्तान लगा रहा है| साथ ही, इसके खिलाफ़ पाकिस्तान लगातार शिक़ायत कर रहा है| लेकिन नवम्बर और दिसम्बर महीने में होनेवाली बर्फ़बारी से पहले जम्मू-कश्मीर में ज़्यादा से ज़्यादा तादाद में आतंकवादियों की घुसपैंठ कराने के लिए पाकिस्तानी लष्कर गोलाबारी कर रही है| इस गोलाबारी की आड़ लेकर, आतंकवादियों की जम्मू-काश्मीर में घुसपैंठ कराने के लिए पाकिस्तानी सेना काम कर रही है| लेकिन पिछले दो सालों में, भारतीय सेना और ‘बीएसएफ’ ने आक्रामक रवैय्या अपनाते हुए इस साज़िश को नाक़ाम कर दिया है|

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