सार्वभौमत्व को चुनौती देने का प्रयत्न होने पर – भारत दुगनी तीव्रता से प्रति उत्तर देगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली: भारत दूसरे देशों की भूमि की तरफ तिरछी नजर से नहीं देख रहा, पर अपने देश के सार्वभौमत्व को किसीने भी चुनौती देने का प्रयत्न किया तो भारत दुगनी शक्ति से उसे प्रति उत्तर देगा, ऐसी चेतावनी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने स्थापित किए आजाद हिंद सरकार के ७५ वर्ष के स्थापना दिन के औचित्य पर लाल किले पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। उसमें प्रधानमंत्री मोदी इनके हाथों ध्वजारोहण किया गया है। उसके बाद प्रधानमंत्री ने लाल किले से दिए भाषण में नेताजी सुभाषचंद्र बोस के स्मृति ताजा की गई।

ब्रिटिश समय से अपनी मातृभूमि को मुक्त करने के लिए नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने दिये लढत से प्रत्येक भारतीय को प्रेरणा लेना आवश्यक है। अपने देश के सामने अनेक चुनौतियां हैं। नेताजी सुभाषचंद्र बोस इनके समृद्ध भारत का ख्वाब अब तक पूर्ण नहीं हुआ है। भारत अनेक क्षेत्र में आगे गया है, पर भारत को आज भी बड़ा स्तर प्राप्त करना है। देश एवं देश के बाहरी विध्वंसक शक्ति देश के स्वतंत्रता और एकता पर हमला करने का प्रयत्न कर रहे हैं। ऐसे समय में नेताजी सुभाषचंद्र बोस इन के विचार से प्रेरणा लेना आवश्यक है। प्रत्येक भारतीय के मन में नेताजी के तरह प्रबल राष्ट्रीयता की भावना होनी चाहिए, ऐसा प्रधानमंत्री ने कहा है।

सार्वभौमत्व, चुनौती, प्रयत्न, भारत, दुगनी तीव्रता, प्रति उत्तर, देगा, प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदीभारत सरकार अपनी रक्षा दल को आधुनिक तंत्रज्ञान एवं शस्त्रास्त्र से तैयार करने की दृष्टि से काम कर रही है। देश के लिए बलिदान देने वाले सैनिकों के लिए अनेक योजना सरकार कार्यान्वित कर रहा है और पाकिस्तान व्याप्त कश्मीर में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक करने का निर्णय सरकार ने लिया है। दूसरे देश की भूमि की तरफ तिरछी नजर से नहीं देखना, यह भारत की संस्कृति है। पर भारत के सार्वभौमत्त्व को कोई चुनौती दे रहा है, तो उसे भारत दुगनी तीव्रता से प्रत्युत्तर देगा ऐसी चेतावनी भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी है।

नेताजी बोस ने ब्रिटिशों के विरोध में लड़ने के लिए रानी झांसी रेजिमेंट की स्थापना की थी। आज भारत सरकार ने महिलाओं को लष्कर में परमनेंट कमिशन पर दाखिल कराने का निर्णय लिया है। तथा वायुसेना में लड़ाकू विमान हथियाने वाली महिला अधिकारियों की पहली टुकड़ी दाखिल की गई है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस इनके रानी झांसी रेजिमेंट से मिली यह प्रेरणा होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कही है। पूर्व और ईशान्य भारत के पास नेताजी ने ध्यान दिया था। आज सरकार ईशान्य भारत देश के विकास का इंजिन होगा, इस दृष्टी से काम कर रहा है, इसपर प्रधानमंत्री मोदी ने ध्यान केंद्रित किया है।

उस समय प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय आपत्ती निवारण बल के जवान के लिए (एनडीआरएफ) नेताजी सुभाषचंद्र बोस इनके नाम राष्ट्रीय पुरस्कार शुरू करने की घोषणा प्रधानमंत्री मोदी ने की है। लाल किले पर हुए इस कार्यक्रम को अनेक मान्यवर तथा भूतपूर्व सैनिक एवं लष्करी अधिकारी उपस्थित थे। तथा नेताजी सुभाषचंद्र बोस के परिवार भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे।

दौरान इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक का लोकार्पण किया है। दिल्ली के चाणक्यपुरी में ३० फीट ऊंची और २३८ किलो वजन के स्मारक स्तंभ निर्माण किया गया है और यह देश में सभी राज्य के पुलिस दल एवं केंद्रीय पुलिस का प्रतिनिधित्व कर रहा है।

स्वतंत्रता के बाद अबतक पुलिस ने देश के अंतर्गत सुरक्षा के लिए दिए बलिदान की याद को प्रधानमंत्री ने दिलाई है। स्वतंत्रता से आज तक ३४८०० पुलिस शहीद हुए हैं और इस वर्ष में ४२४ पुलिसों ने अपने कर्तव्य निभाते हुए वीर मरण प्राप्त होने की बात प्रधानमंत्री मोदी ने कही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.