भारत-अमरीका सामरिक सहकार्य ‘इंडो-पॅसिफिक’ के लिए सहाय्यक साबित होगा – अमरीका राष्ट्राध्यक्ष का भरोसा

वाशिंगटन: अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी को फोन करके भारत को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ दी हैं। साथ ही अमरीका और भारत के बीच नए सिरे से द्विपक्षीय बैठक का आयोजन करके सामरिक सहकार्य को नई ऊंचाई पर ले जाने के विषय में ट्रम्प और मोदीजी के बीच चर्चा हुई। भारत और अमरीका के बीच का यह सामरिक सहकार्य ‘इंडो-पॅसिफिक’ इलाके की शांति और स्थैर्य के लिए सहाय्यक साबित होगा, ऐसा भरोसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने जताया है।

सामरिक सहकार्यभारत के स्वतंत्रता दिवस की पृष्ठभूमि पर दुनियाभर के नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय जनता को शुभकामनाएँ दी हैं। इसमें अफगानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष ‘अश्रफ गनी’, श्रीलंका के प्रधानमंत्री ‘मैत्रीपाल सिरिसेना’ साथ ही भूतान के प्रधानमंत्री ‘शेरिंग तोगे’ का समावेश है। इसके पहले रविवार को मध्यरात्रि के बाद अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने भारतीय प्रधानमंत्री को शुभकामनाएँ दी।

व्हाईट हाऊस’ ने प्रकाशित की हुई जानकारी के अनुसार भारत और अमरीका के नेतृत्व में इस समय द्विपक्षीय सहकार्य पर चर्चा हुई। ‘इंडो-पॅसिफिक’ इलाके में शांति और स्थैर्य प्रस्थापित करने पर प्रधानमंत्री मोदी और ट्रम्प के बीच चर्चा हुई। इंडो-पॅसिफिक इलाके के इस सहकार्य के लिए दोनों देशों के मंत्रिमंडल की मुलाकातें बढाने की और नए सिरे से द्विपक्षीय सहकारी प्रस्थापित करने की बात दोनों नेताओं ने मान्य की है। इस द्विपक्षीय सहकार्य की वजह से भारत और अमरीका में सामरिक स्तरपर समन्वय नई ऊंचाई छुएगा, ऐसा दावा व्हाइट हाउस ने किया है।

इसके साथ ही भारत और अमरीका दुनिया की सबसे बड़ी और तेजी से बढ़ने वाली आर्थिक सत्ता होने का जिक्र ट्रम्प ने इस चर्चा में किया है। आने वाले नवम्बर माह में हैदराबाद में होने वाले ‘ग्लोबल इन्थ्राप्रेन्यूरशिप समित’ पर भी प्रधानमंत्री मोदी और ट्रम्प में चर्चा हुई।

इस बैठक के लिए जाने वाले अमरीका के एक शिष्टमंडल का नेतृत्व ट्रम्प की कन्या और वरिष्ठ सलाहकार इवांका ट्रम्प करने वाली है, यह घोषणा की गई है। हैदराबाद के इस अन्तर्राष्ट्रीय बैठक में इवांका ट्रम्प की उपस्थिति महत्वपूर्ण है, ऐसा विश्वास प्रधानमंत्री मोदीजी ने व्यक्त किया था।

इस महीने से भारत और अमरीका के बीच शुरू होने वाले इंधन सहाकार्य पर भी दोनों राष्ट्रप्रमुखों के बीच चर्चा हुई। भारत की इंधन की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, यह शुरुआत है, अमरीका भारत का भरोसेमंद और दीर्घकालीन इंधन की आपूर्ति करने वाला मित्र देश बनेगा, ऐसा आश्वासन राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने इस दौरान दिया। इसके व्यतिरिक्त उत्तर कोरिया के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदीजी ने ट्रम्प से चर्चा करने की बात को व्हाइट हाउस ने स्पष्ट किया है। ‘अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा को उत्तर कोरिया से खतरा बढ़ रहा है, ऐसे में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प जैसे मजबूत नेतृत्व ने अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय को उत्तर कोरिया के खिलाफ एकजुट किया है, इसके लिए प्रधानमंत्री मोदीजी ने अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष का आभार जताया, ऐसी जानकारी व्हाइट हाउस ने दी है।

दौरान, इंडो-पॅसिफिक इलाके के सामरिक सहकार्य पर भारत और अमरीका के नेतृत्व में में हुई यह चर्चा महत्वपूर्ण मानी जाती है। ‘’चीन की आक्रामक नीति से एशिया-प्रशांत इलाके को बहुत बड़ा खतरा है। ‘ईस्ट और साऊथ चायना सी’ में चीन की नीति की वजह से इस इलाके में कमाल का तनाव बना है और चीन अपने पडौसी देशों को अपनी दहशत के नीचे रखने का प्रयास कर रहा हा’, ऐसा इल्जाम कुछ ही घंटों पहले अमरीका के एशिया-प्रशांत इलाके के नौदल कमांड वरिष्ठ अधिकारी एडमिरल हैरी हैरिस ने दिया था। चीन का यह खतरा अधोरेखित करते हुए एडमिरल हैरिस ने भारतीय रक्षा दल के आधुनिकीकरण के लिए अमरीका पूरा सहयोग देने के लिए उत्सुक, ऐसा कहा था।

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