‘भारत और अमरीका के सहयोग से आतंकी हमलें हुए नाकाम’ : वरिष्ठ अमरिकी अधिकारी का दावा

वॉशिंग्टन, दि. ८ : राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा के आठ साल के कार्यकाल में, अमरीका का भारत के साथ रहनेवाला आतंकवादविरोधी सहयोग नई उँचाई पर पहुँच गया है| इसके ज़रिये दोनों देशों ने कई आतंकी हमलें नाकाम किये और इससे दोनो देशों के लोगों की जान बच गयी, ऐसा दावा अमरीका के रक्षाविभाग के दक्षिण एशियाई संबंधित वरिष्ठ संचालक ‘पीटर लेवॉय’ ने किया है| इस दौरान भारत की ‘एनएसजी’ सदस्यता के लिए ओबामा प्रशासन द्वारा की गयीं कोशिशों को जल्द ही फल मिलेगा और भारत ‘एनएसजी’ का सदस्य बनेगा, ऐसा भरोसा लेवॉय ने जताया है|

आतंकी हमलेंअमरीका में जल्द ही डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्राध्यक्षपद की कमान हाथ में लेनेवाले हैं| इस पृष्ठभूमि पर, राष्ट्राध्यक्ष ओबामा के प्रशासन का कार्यकाल खत्म होते समय, ओबामा प्रशासन द्वारा इस कार्यकाल में उन्होंने अपनायी नीति और किये हुए कामों की पुनरुक्ति शुरू की गयी है| उसीके तहत पीटर लेवॉय ने, भारत के साथ ओबामा प्रशासन ने विकसित किये आतंकवादविरोधी सहयोग को बडी सफलता मिली, ऐसा दावा किया है| ‘मुंबई पर हुए ‘२६/११’ आतंकी हमले के बाद कुछ महीनों में राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा ने अमरीका की कमान हाथ में ली थी| इसके बाद अमरीका और भारत के बीच आतंकवादविरोधी सहयोग नयी उँचाई पर पहुँच गया| इस सहयोग की वजह से कई आतंकी हमले नाकाम करना संभव हुआ और इससे दोनों देशों के लोगों की जानें बच गयीं’ ऐसा दावा लेवॉय ने किया|

भारत और अमरीका के सहयोग की सफलता सिर्फ़ दोनो देशों के बीच आतंकी हमलें नाकाम करने तक सीमित नहीं थी| इस क्षेत्र में आतंकवादी कार्रवाई रोकने के लिए यह सहयोग ज्यादातर महत्त्वपूर्ण साबित हुआ, ऐसे भी लेवॉय ने आगे कहा| मग़र यह दावें करते समय लेवॉय ने, नाक़ाम की हुईं आतंकी साज़िशों के बारे में जानकारी देने से इन्कार किया| साथ ही, ये साज़िशें कौनसे आतंकवादी संगठन द्वारा रची गयी थीं और उन्हें किनसे सहयोग मिला था, इस संदर्भ में लेवॉय ने जानकारी नहीं दी |

इस दौरान ओबामा प्रशासन ने, भारत को ‘एनएसजी’ में प्रवेश मिलें, इसके लिए विशेष तौर पर कोशिश की थी| लेकिन राष्ट्राध्यक्ष ओबामा के कार्यकाल में भारत को ‘एनएसजी’ का सदस्यत्व नहीं मिल सका| मग़र जल्द ही भारत को यह सदस्यत्व मिलेगा, ऐसा भरोसा जताते हुए, ‘यह सदस्यत्व ओबामा प्रशासन द्वारा की गयीं कोशिशों का फल होगा’ ऐसे संकेत पीटर लेवॉय ने दिये| उसी वक्त लेवॉय ने, पाकिस्तानस्थित आतंकवाद के संदर्भ में अपना तीव्र मत प्रदर्शित किया| पाकिस्तान की आतंकवाद के खिलाफ शुरू रहनेवाली कार्रवाई पर लेवॉय ने शक जताया|

पाकिस्तान अपने देश में हमलें करनेवाले आतंकवादियों पर कड़ी कार्रवाई कर रहा है| लेकिन पड़ोसी देश में हमलें करनेवाले आतंकी संगठनों को पाकिस्तान निशाना नहीं बनाता| ऐसे आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करने को पाकिस्तान ने प्राथमिकता देनी चाहिए| आतंकवादियों के बीच किसी भी प्रकार का भेद करके कार्रवाई नहीं कर सकते, ऐसी चेतावनी लेवॉय ने पाकिस्तान को दी है|

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