‘भारत अमरीका रक्षा सहयोग पर चीन ऐतराज़ जतायेगा’ : अमरिकी विश्‍लेषक का दावा

नयी दिल्ली, दि. ३० : अमरीका की ओर से भारत को हथियारों की सप्लाई की जा रही है, यह बात चीन की चिंता का कारण बनी है| चीन यह मुद्दा अमरीका के पास उ़ठाऐगी, ऐसा दावा अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के सलाहगार और चीनसंबंधी विशेषज्ञ ‘मायकेल पिल्सबरी’ ने किया है| इससे पहले चीन ने, भारत द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे अमरीकी हथियारों के सिलसिले में ऐतराज़ नहीं जताया था| लेकिन अब अमरीका के ट्रम्प प्रशासन के साथ चर्चा के समय चीन यह मुद्दा उ़ठाये बिना नहीं रहेगा, ऐसा पिल्सबरी ने कहा|

भारतअमरीका दक्षिण कोरिया में तैनात कर रहे ‘थाड’ इस प्रक्षेपास्त्रभेदक सिस्टम का मसला चीन द्वारा विशेष तौर पर उ़ठाया जायेगा| इसीके साथ चीन की ‘वन चायना’ नीति के अनुसार तैवान का सवाल, तिब्बत का मसला चीन के लिए काफी अहम साबित हो रहे हैं और अमरीका के नये राष्ट्राध्यक्ष, तिब्बती नेता और बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा से मुलाक़ात ना करें, ऐसी उम्मीद चीन ने जताई है| इस मसले के साथ ही, अमरीका द्वारा भारत को सप्लाई किए जा रहे हथियार और रक्षासामग्री के संदर्भ में भी चीन ऐतराज़ जता सकता है, ऐसा दावा पिल्सबरी ने किया है| ट्रम्प प्रशासन के साथ चर्चा करते समय ये मुद्दें ख़ास तौर पर शामिल किए जायेंगे, ऐसा निष्कर्ष पिल्सबरी ने दर्ज़ किया है|

चीन भी हथियारों का उत्पादक और विक्रेता देश है| इससे पहले चीन ने, अमरीका की ओर से भारत को की जा रही हथियारों की बिक्री पर ऐतराज़ नहीं जताया था| लेकिन राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के प्रशासन के सामने इस बात पर ऐतराज़ जताने के लिए चीन की कोई निश्चित योजना है ऐसा दिखाई दे रहा है, ऐसा पिल्सबरी ने नयी दिल्ली में आयोजित किए गए ‘रायसेना डायलॉग’ इस परिषद में स्पष्ट किया| राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अपनी प्रचारमुहीम के समय चीन के खिलाफ आक्रामक नीति अपनाई थी| इस वजह से ट्रम्प प्रशासन चीन के खिलाफ भारत को की जा रही हथियारों की सप्लाई को अधिक मात्रा में बढ़ाएगा और भारत को ऍड्वान्स्ड रक्षाविषयक तंत्रज्ञान की सप्लाई करेगा, ऐसी चिंता चीन को सता रही है| इस वजह से चीन इस संदर्भ में अधिक संवेदनशील भूमिका अपनाएगा, ऐसा पिल्सबरी ने दावा किया है|

इसी दौरान, जापान की ओर से भारत को समुद्री निगरानी के लिए सप्लाई किए जानेवाले ‘पी८-आय’ विमानों के व्यवहार की चीन ने अधिकृत स्तर पर आलोचना की थी| जापान भारत को यह विमान कम दाम में सप्लाई करनेवाला है, यह बात सामने आ जाने के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने, दोनों देशों के बीच हो रहा यह समझौता शर्मनाक़ है, ऐसा कहा था| भारत और जापान ने चीन की इस प्रतिक्रिया को नज़रअंदाज़ किया था| अब तक चीन ने भारत के ऐतराज को नज़रअंदाज़ करते हुए पाकिस्तान को आधुनिक हथियारों की सप्लाई करने का निर्णय लिया था| साथ ही, ‘इस संदर्भ में दोनों देशों का व्यवहार आंतर्राष्ट्रीय नियमों के अनुसार हो रहा है’ ऐसा कहते हुए, ‘भारत इसपर ऐतराज़ नहीं जता सकता’ ऐसा चीन ने भारत को सुनाया था| लेकिन अब यही चीन, अमरीका के साथ के भारत के रक्षाव्यवहार पर चिंता जताने की तैयारी में है| लेकिन इससे चीन की दोमुँही भूमिका और एक बार दुनिया के सामने आयेगी|

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