भारत-ब्रिटेन की हुई ‘एफटीए’ पर चर्चा

नई दिल्ली – भारत और ब्रिटेन ने सोमवार के दिन द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने के मुद्दे पर अहम चर्चा की। इस दौरान दोनों देशों में मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) की संभावना की भी जाँच हुई। साथ ही ‘एफटीए’ से पहले दोनों देशों में ‘प्रिफ्रेन्शिअल ट्रेड ऐग्रीमेंट’ (पीटीए) करने के विषय पर भी बातचीत हुई। ब्रिटेन की व्यापारमंत्री लिझ ट्रुस के नेतृत्व में ब्रिटेन का शिष्टमंडल चार दिनों की भारत यात्रा पर पहुँचा हैं। कोरोना वायरस और ब्रेक्ज़ीट की पृष्ठभूमि पर भारत और ब्रिटेन ने नए बाज़ारों की खोज़ की जा रही हैं और व्यापार बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा हैं। इस पृष्ठभूमि पर यह चर्चा अहम साबित होती हैं।

‘एफटीए’

कोरोना की वजह से बीते वर्ष भारतीय अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर हुआ था। आर्थिक कारोबार कम हुआ था। इस वजह से आर्थिक विकास के दर में भी गिरावट हुई थी। बीते डेढ़-दो वर्षों से भारतीय अर्थव्यवस्था में मंदी का माहौल दिखाई दे रहा था। इसी बीच कोरोना का संकट उभरा था। लेकिन, इसी संकट में भारत को बड़े अवसर भी उपलब्ध हुए हैं। चीन के खिलाफ विश्‍वभर में निर्माण हुए असंतोष की वजह से इस देश से कई कंपनियां बाहर निकली हैं। कई और कंपनियां चीन से बाहर निकलने की तैयारी में हैं। अर्थव्यवस्था पर बना चीन का प्रभाव कम करने की गतिविधियां भी कुछ देशों ने शुरू की हैं। इन में यूरोपिय देशों का भी समावेश था। इस पृष्ठभूमि पर भारत ने इन देशों को अपना बाज़ार उपलब्ध कराने के साथ ही देश के निर्यातकों को नए व्यापारी अवसर उपलब्ध कराने के लिए गतिविधियां शुरू की हैं। ब्रिटेन, अमरीका, यूरोपिय महासंघ, आग्नेय एशिया के कुछ देशों के साथ भारत का मुक्त व्यापर समझौते पर चर्चा करना भी इसी का हिस्सा साबित होता हैं।

इस पृष्ठभूमि पर ब्रिटेन की व्यापारमंत्री लिझ ट्रुस के नेतृत्व में ब्रिटेन का शिष्टमंडल भारत पहुँचा हैं। भारत और ब्रिटेन का व्यापार बीते वर्ष से अधिक मज़बूत करने के नज़रिये से दोनों देशों के बीच लगातार चर्चा हो रही हैं। शनिवार के दिन हुई चर्चा में भी दोनों देशों में व्यापारी सहयोग बढ़ाने पर सहमति हुई। ‘एनहान्स्ड ट्रेड पार्टनरशिप’ (ईटीपी) के तहत दोनों देशों का य व्यापारी सहयोग बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ाया जा रहा हैं। इसके लिए दोनों देशों के व्यापार में आनवाली रुकावटें दूर करने के बारे में और बाज़ार अधिक खुले करने के मुद्दे पर चर्चा हुई।

भारत के वाणिज्यमंत्री पियुष गोयल और ब्रिटेन की व्यापारमंत्री लिझ ट्रुस ने इस चर्चा के बाद जारी किए संयुक्त निवेदन में दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए प्लैन तैयार करने पर चर्चा होने की जानकारी साझा की। ब्रिटेन के साथ ‘एफटीए’ समझौते के मुद्दे पर बातचीत जारी हैं। लेकिन, उससे पहले ‘पीटीए’ समझौता करने का प्रस्ताव भारत ने बीते वर्ष रखा था। ‘पीटीए’ समझौता करके कुछ चुनिंदा क्षेत्रों में मुक्त व्यापार करने की दिशा में आगे बढ़ने की बात भारत ने अपने प्रस्ताव में रखी थी। इस मुद्दे पर भी वाणिज्यमंत्री गोयल और ब्रिटेन की व्यापारमंत्री लिझ ट्रुस के बीच चर्चा होने की जानकारी इस दौरान प्रदान की गई। इसके अलावा कोरोना के संकट से जारी लड़ाई में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। इसके बाद ब्रिटेन की व्यापारमंत्री लिझ ट्रुस ने पुणे में ‘कोवैक्सीन’ तैयार कर रहीं ‘सिरम इन्स्टिट्यूट’ के प्रकल्प को भेंट दी।

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