भारत म्यानमार को ‘आयएनएस सिन्धुवीर’ पनडुब्बी प्रदान करेगा

नई दिल्ली – भारत म्यानमार की नौसेना को किलो वर्ग की ‘आयएनएस सिन्धुवीर’ पनडुब्बी दे रहा है। भारत के विदेश मंत्रालयल के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने यह जानकारी प्रदान की। भारत के सेनाप्रमुख जनरल मनोज मुकूंद नरवणे और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने हाल ही में म्यानमार की यात्रा की थी। इसके बाद हुआ यह ऐलान ध्यान आकर्षित कर रहा है। चीन का इस क्षेत्र में बढ़ रहा प्रभाव देखकर म्यानमार की नौसेना के बेड़े में शामिल हो रही इस पहली पनडुब्बी की अहमियत है।

भारतीय नौसेना की किलो वर्ग की ‘आयएनएस सिन्धुवीर’ यह डीज़ल पर आधारित पनडुब्बी रशियन निर्माण का नमुना है। विशाखापट्टणम्‌ के हिंदु्स्तान शिपयार्ड लिमिटेड में निर्माण की गई इस पनडुब्बी में बदलाव किए गए हैं और अब इसे म्यानमार की नौसेना को दिया जा रहा है। इसके लिए भारत ने म्यानमार के नौसैनिकों को विशेष प्रशिक्षण दिया है। बीते वर्ष से भारत ‘आयएनएस सिन्धुवीर’ म्यानमार को प्रदान करेगा, यह चर्चा माध्यमों में हो रही थी।

म्यानमार की नौसेना में यह पहली पनडुब्बी होगी। भारत मिशन सागर के तहत पड़ोसी देशों को आत्मनिर्भर कर रहा है। इस वजह से भारत और म्यानमार के बीच समुद्री सहयोग बढ़ेगा। भारत की ’नेबरहुड फर्स्ट’ और ’ऐक्ट ईस्ट’ नीति के अनुसार यह सहयोग हो रहा है, यह बात विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने स्पष्ट की।

इसी बीच सेनाप्रमुख नरवणे की म्यानमार यात्रा के दौरान भारत ने म्यानमार को लष्करी सामान देने की तैयारी दिखाने का भी समाचार है। साथ ही म्यानमार की सेना के लिए तोप, टी-७२ टैंकों के लिए बारूद, राड़ार, सोनार यंत्रणा एवं ५०० बुलेट प्रूफ जैकेट्स भी भारत प्रदान कर रहा है। म्यानमार पर बना चीन का प्रभाव कम करना ही इसके पीछे उद्देश्‍य होने की बात कही जा रही है।

बीच के दौर में चीन अपनी पुरानी पनडुब्बीयां म्यानमार को देने की तैयारी में होने के समाचार प्राप्त हुए थे। लेकिन, बाद में म्यानमार के अराकन आतंकियों को चीन से हथियारों की आपूर्ति होने की बात स्पष्ट होते ही चीन और म्यानमार के संबंधों में कड़वाहट निर्माण हुई थी। साथ ही चीन के कर्ज के शिकंजे में फंसने से बचने के लिए म्यानमार ने चायना-म्यानमार इकॉनॉमिक कॉरिडोर प्रकल्प से पीछे हटने के संकेत दिए थे। इसके बाद चीन और म्यानमार के संबंध अधिक बिगड़े। इस पृष्ठभूमि पर चीन को रोकने के लिए भारत और म्यानमार का बढ़ता सहयोग बड़ी अहमियत रखता है।

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