भारत दक्षिण कोरिया से ५ लाख टेस्टिंग किट्स की ख़रीद करेगा

नई दिल्ली, (वृत्तसंस्था) –  देश में कोरोनावायरस के टेस्टिंग किट्स की कमी ना हों, इसलिए केंद्र सरकार दक्षिण कोरिया से ५ लाख टेस्टिंग किट्स की ख़रीद करनेवाली है। जल्द ही ये किट्स भारत को मिलेंगे, ऐसा संबंधित अधिकारी ने बताया।

दक्षिण कोरिया से टेस्टिंग किट्स की खरीद करने के लिए हुमसिस लिमिटेड इस कंपनी के साथ चर्चा की जा रही थी। सेऊलस्थित भारतीय दूतावास हाल ही में इस कंपनी के साथ करार किया है। वहीं, टेस्टिंग किट्स का उत्पादन करने के लिए यह कंपनी भारत से कच्चा माल ख़रीदनेवाली है। चार किश्तों में ये किट्स भेजे जानेवाले हैं। ३० अप्रैल से ये किट्स भेजने की शुरुआत होनेवाली है, ऐसी जानकारी भारतीय राजदूत श्रीप्रिया रंगनाथन ने दी। कोरियन कंपनी के किट्स अधिक प्रभावी साबित हो रहे होने के कारण, दुनिया के लगभग १२१ देशों ने कोरिया के पास किट्स की माँग की है।

पिछले हफ़्ते चीन से भारत को ६.५ लाख किट्स मिले हैं। लेकिन देश में कोरोनावायरस के मरीज़ों की संख्या में वृद्धि हो रही होने के कारण टेस्टिंग किट्स की बड़े पैमाने पर आवश्यकता है। इसी कारण दक्षिण कोरिया से टेस्टिंग किट्स की खरीद की जा रही है।

पिछले कुछ हफ़्तों में केंद्र तथा राज्य सरकारें और निजी कंपनियों ने दक्षिण कोरिया से ४.५ लाख किट्स (आरटी-पीसीआर ) की खरीद की है। वहीं, अब दक्षिण कोरिया के डायग्नोस्टिक किट्स का उत्पादन करनेवाली एस.डी. बायोसेन्सर कंपनी ने  हरियाना के मानसेर में ‘कोविद १९’ टेस्टिंग किट्स का उत्पादन करने की शुरुआत की है। कंपनी द्वारा हर हफ़्ते ५ लाख किट्स का उत्पादन इस स्थान पर किया जानेवाला है। इस किट के कारण, जाँच की जानेवाले व्यक्ति में ‘अँटीबॉडीज्’ तैयार हो रहे हैं क्या, इसकी जानकारी मिलती है। इन टेस्ट्स् का रिज़ल्ट लगभग आधे घंटे में उपलब्ध होता है। इस कारण, डॉक्टर और आरोग्यसेवा कर्मचारी संक्रमित हुए नागरिकों की संख्या निश्चित कर सकेंगे।

हाल ही में, अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने भी, भारत की तुलना में अमरीका में ज़्यादा टेस्टिंग हो रहे हैं, ऐसा कहा था। अमरीका में तक़रीबन ४१ लाख नागरिकों के टेस्टिंग्ज़् किये गए हैं; वहीं, भारत में अब तक लगभग चार लाख टेस्टिंग्ज़् किये गए हैं। अब कोरियन कंपनी से किट्स आयात किये जानेवाले हैं; इस कारण कोरोना के टेस्टिंग्ज़् करने की गति बढ़ेगी, ऐसा विश्वास व्यक्त किया जा रहा है।

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