रशिया से भारत ‘आर-२७’ मिसाइल खरीदेगा

नई दिल्ली: भारत ने रशिया से हवा से हवा में हमला करनेवाले और ४० से १७० किलोमीटर दूरी तक लक्ष्य प्राप्त करनेवाले आर-२७ मिसाइल खरीदने के लिए करार किया है| १५०० करोड़ रुपयों के इस व्यवहार के अनुसार आर-२७ यह मिसाइल भारत के वायुसेना के सुखोई-३० एमकेआई इस सबसे प्रगत विमान पर तैनात किए जाएंगे| सुखोई-३० एमकेआई विमान ब्रह्मोस मिसाइलों से सज्ज करने की कोशिश भी जारी है|

भारत और रशिया में हालही में यह करार हुआ है और सरकारी सूत्रों ने इसकी जानकारी माध्यमों को दी है| मध्यम तथा दूर अंतर के ऐसे दोनों श्रेणी के यह मिसाइल भारतीय वायुसेना की क्षमता बढ़ाएंगे ऐसा विश्वास वायुसेना के अधिकारी ने व्यक्त किया है| भारत सरकार ने अपने तीनों दलों के आधुनिकीकरण के लिए गतिमान कदम उठाने शुरू किए हैं| इसके अंतर्गत सुखोई-३० एमकेआई इस वायुसेना के बेड़े में सबसे प्रगत और बहुउद्देशीय विमान सुसज्जित करने के लिए वायुसेना के प्रयत्न सुरू हैं और रशिया के आर-२७ मिसाइलों की खरीदारी इसके लिए होने की जानकारी सूत्रों ने दी है|

आर-२७ मिसाइल मिग और सुखोई लड़ाकू विमानों के लिए विकसित किए गए हैं| पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद केंद्र सरकार ने तीनों रक्षा दलों को आवश्यक साहित्य की खरीदारी करने के विशेष अधिकार दिए हैं| उसके अनुसार रक्षादल को तीन महीनों के अंदर ३०० करोड़ रुपयों के साहित्य की खरीदारी करने का अधिकार दिया गया था| इसका उपयोग करते हुए वायु सेना ने पिछले ६० दिनों में स्पाईस-२०००, टैंकर भेदी मिसाइल तथा बड़े तादाद में पुर्जो की खरीदारी की है|

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर महीने में रशिया में होनेवाली एक आर्थिक परिषद में उपस्थित होनेवाले हैं| उनके इस दौरे में भारत एवं रशिया में अत्यंत महत्वपूर्ण रक्षा विषयक करार संपन्न होगा, ऐसी जानकारी दी जा रही है| इसके लिए दोनों देशों में प्रयत्न सुरू हैं और इस संदर्भ में समझौते शुरू होने की जानकारी दी जा रही है| रशिया ने भारत को अति प्रगत श्रेणी के सुखोई-५७ विमान प्रदान करने की तैयारी दिखाई है| यह विमान दुनिया के सबसे प्रगत लड़ाकू विमानों में से एक माना जाता हैं| भारतीय वायु सेना इस विमानों की खरीदारी पर भी गंभीरता से विचार करने की खबरें प्रसिद्ध हो रही है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.