‘डिफेन्स एक्स्पो’ के दौरान भारत ने किए २०० से भी अधिक समझौते

लखनौ: लखनौ के ‘डिफेन्स एक्स्पो’ के दौरान भारत ने अबतक दो सौ से भी अधिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए है| इसका दाखिला देकर अगले चार वर्षों में भारत पांच अरब डॉलर्स के रक्षा सामान की निर्यात करने का लक्ष्य प्राप्त करेगा, यह विश्‍वास रक्षामंत्री राजनाथ सिंग ने जताया है| इस डिफेन्स एक्स्पो के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार ने भी २३ समझौते किए है और इससे अपने राज्य में करीबन ५० हजार करोड रुपयों का निवेश होगा, यह जानकारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दी है|

भारत ने रक्षा क्षेत्र की ओर खास ध्यान देना शुरू किया है और इसका लाभ अब देश को होना शुरू हुआ है| वर्ष २०१८१९ में भारत के रक्षा सामान की नियात १०,७४५ करोड रुपयों तक जा चुकी है| वर्ष २०१६१७ की तुलना में इस निर्यात में सात गुना बढोतरी हुई है| यह कामयाबी ध्यान में रखें तो वर्ष २०२४ में भारत पांच अरब डॉलर्स का रक्षा सामान निर्यात करने का उद्देश्य प्राप्त कर सकेगा| इस डिफेन्स एक्स्पो में हुए २०० से भी अधिक समझौते भारतीय रक्षा क्षेत्र की क्षमता साबित कर रहे है’, यह बयान राजनाथ सिंग ने इस दौरान किया|

इस डिफेन्स एक्स्पो में हमें करीबन १०० समझौते होने की उम्मीद थी| पर, यहां पर २०० से भी अधिक समझौते हुए है| भारत के रक्षा क्षेत्र में नया पर्व शुरू हुआ है, यही संकेत इससे प्राप्त होने का दावा रक्षा सचिव अजय कुमान ने इस दौरान किया| भारत ने इस डिफेन्स एक्स्पो में तोंप, हेलिकाप्टर्स, टैंक विरोधी मिसाइल और बुलेट प्रूफ जैकेटस् का प्रदर्शन किया| इसमें अन्य देशों ने अच्छी रुचि दिखाई होने की बात कही जा रही है|

इस दौरान, अमरिका की लॉकहिड मार्टिन इस कंपनी ने भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड कंपनी के साथ सहयोग समझौता किया है| लॉकहिड मार्टिन ने भारत की जरूरतें ध्यान में रखकर ‘एफ२१’ लडाकू विमान तैयार किया है| यह विमान भारतीय वायुसेना के लिए काफी उपयोगी साबित होंगे, यह दावा यह कंपनी कर रही है| भारत जल्द ही ११४ लडाकू विमानों की खरीद करने की प्रक्रिया शुरू कर रहा है और इसके लिए लॉकहिड मार्टिन ने ‘एफ२१’ का विकल्प भारत के सामने रखा है|

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