पाकिस्तान के निरर्थक आरोपों पर भारत का करारा जवाब

नई दिल्ली – पाकिस्तान के खैबर पख्तुनख्वा प्रांत में बीते महीने हुए बम विस्फोट में चीन के नौं इंजिनिअर्स मारे गए थे। यह विस्फोट भारत की गुप्तचर संस्था ‘रॉ’ और अफ़गानिस्तान की गुप्तचर संस्था ‘एनडीएस’ ने करवाया था, ऐसा आरोप पाकिस्तान के विदेशमंत्री ने लगाया। इस पर भारत ने प्रतिक्रिया दर्ज़ की है और भारत ने यह आरोप झूठे होने का बयान किया है। ‘क्षेत्रिय अस्थिरता का केंद्र और घोषित आतंकियों का आश्रयस्थान बने पाकिस्तान ने अपनी हरकतों से विश्‍व का ध्यान हटाने के लिए भारत को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है’, ऐसी फटकार भारत के विदेश मंत्रालय ने लगाई है।

निरर्थक आरोपपाकिस्तान के खैबर पख्तुनख्वा प्रांत में १४ जुलाई के दिन चीनी इंजिनिअर्स की यात्रा कर रही बस को आतंकियों ने बम विस्फोट से उड़ाया था। इस विस्फोट में चीन के ९ इंजिनिअर्स के साथ १२ लोग मारे गए थे। इस बस के एसी का विस्फोट होने से यह दूर्घटना हुई, यह दावा पाकिस्तान ने किया था। लेकिन, चीन ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दर्ज़ करने पर पकिस्तान ने इस बस को बम विस्फोट से उड़ाया गया था, यह ऐलान किया। इससे संबंधित जाँच पर प्रधानमंत्री इम्रान खान स्वयं नज़र बनाए रखे होने का बयान करके पाकिस्तान के विदेशमंत्री ने चीन को मनाने की कोशिश की थी। लेकिन, गुरूवार के दिन एक वार्तापरिषद के दौरान पाकिस्तान के विदेशमंत्री शाह महमूद कुरेशी ने इस हादसे के पीछे भारत और अफ़गानिस्तान के होने का आरोप लगाया।

भारत की गुप्तचर संस्था ‘रॉ’ और अफ़गानिस्तान की गुप्तचर संस्था ‘नैशनल डायरोक्टरेट ऑफ सिक्युरिटी’ (एनडीएस) ने मिलकर खैबर पख्तुनख्वा में यह हमला किया, यह आरोप कुरेशी ने लगाया। इससे पहले भी लाहौर में कुख्यात आतंकी हाफिज सईद के घर के करीब हुए बम विस्फोट के पीछे भी रॉ का हाथ होने का आरोप पाकिस्तान ने लगाया था। इसके सबूत हाथ में होने का ऐलान करके पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ ज़हर उगला था। लेकिन, पाकिस्तान के इन आरोपों को किसी ने गंभीरता से नहीं लिया था। इस वजह से पाकिस्तान अपने खिलाफ लगाए जा रहे आतंकवाद के आरोपों की तीव्रता कम करने के लिए भारत पर निरर्थक आरोप लगाने में जुटा होने की बात सामने आ रही है।

भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पाकिस्तान के इस दुष्प्रचार पर करारा जवाब दिया। ‘आतंकवाद के मोर्चे पर बनी पाकिस्तान की पहचान पूरे विश्‍व को ज्ञात है। इस वजह से पाकिस्तान का भारत विरोधी ज़हरिले प्रचार को कोई भी अहमियत नहीं देगा। भारत के खिलाफ ऐसा दुष्प्रचार करके क्षेत्रिय अस्थिरता का केंद्र और घोषित आतंकियों का सुरक्षित आश्रयस्थान बने पाकिस्तान को अपनी हरकतों से विश्‍व का ध्यान हटाने के लिए भारत को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है’, ऐसी फटकार बागची ने लगाई।

इसी बीच पाकिस्तान ने भारत पर यह आरोप लगाने के बाद इस पर चीन की प्रतिक्रिया ध्यान आकर्षित कर रही है। ‘किसी भी शक्ति ने अपने भू-राजनीतिक उद्देश्‍य प्राप्त करने के लिए आतंकवाद का इस्तेमाल करना गलत है और चीन इसका विरोध करेगा’, ऐसा बयान बड़ी सावधानी से चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चनयिंग ने किया। इस दौरान वह भारत का ज़िक्र करने से दूर रही। पाकिस्तान का करीबी मित्रदेश और इस हमले में अपने नौं इंजिनिअर्स खोनेवाला चीन भी पाकिस्तान के आरोपों का समर्थन करने के लिए तैयार नहीं है। इस हमले की जांच में चीन ने रवाना किया हुआ विशेष दल भी शामिल हुआ। फिर भी पाकिस्तान ने लगाए आरोपों का समर्थन करने से दूर रहकर चीन ने पाकिस्तान ने लगाए हुए आरोपों की पुष्टी भी नहीं की है। यह बात पाकिस्तान के आरोपों में थोड़ीसी भी सच्चाई ना होने का बयान करती है।

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