अंतरिक्ष युद्ध की तैयारी के लिए भारत कर रहा है ‘इंडस्पेसएक्स’ युद्धाभ्यास

नई दिल्ली – ‘रशिया और चीन ने अंतरिक्ष युद्ध की तैयारी की है| इस मोर्चे पर अमरिका काफी पिछे छुटी है और यह कमी दूर करने के लिए अमरिका को तेजी से कदम उठाने होंगे’, यह कहकर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ‘स्पेस फोर्स’ का गठन करने का ऐलान किया था| इसके बाद रशिया और चीन ने भी अमरिका की तैयारी को प्रत्युत्तर देने की धमकी दी है| इन गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर अंतरिक्ष में अपने हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए कदम उठाना भारत के लिए भी जरूरी बना है| इसी बीच भारत ने भी अतंरिक्ष युद्ध की तैयारी शुरू की है और इसी उद्देश्य से भारत गुरूवार से ‘इंडस्पेसएक्स’ यह युद्धाभ्यास कर रहा है|

दो दिन के इस युद्धाभ्यास में भारत के तीनों रक्षादल शामिल हो रहे है| इस युद्धाभ्यास का पुरा ब्यौरा अभी स्पष्ट नही हुआ है| लेकिन, सैटलाइट तबाह करने की चीन जैसे पडोसी देश ने प्राप्त की हुई क्षमता ध्यान में रखकर भारत ने इस युद्धाभ्यास का आयोजन किया है, ऐसा कहा गया है| विशेष बात यह है की, अंतरिक्ष में मौजूद उपग्रह नष्ट करने की क्षमता प्राप्त करने का ऐलान करने के ४० दिन बाद भारत ‘इंडस्पेसएक्स’ युद्धाभ्यास का आयोजन करके अपने बढते सामर्थ्य का प्रदर्शन कर रहा है, यह दावे भी किए जा रहे है| पश्‍चिमी माध्यमों ने इस युद्धाभ्यास और इन दावों का संज्ञान लिया है|

उपग्रह नष्ट करने की क्षमता प्राप्त करने के लिए किए गए ‘मिशन शक्ति’ के बाद डीआरडीओ के प्रमुख डॉ.सतीश रेड्डी ने भारत की अगली योनजाओं की जानकारी दी थी| इनमें एनर्जी वेपन्स, लेजर्स, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्सेस और को-ऑर्बिटर वेपन्स यानी उपग्रह नष्ट करनेकी क्षमता रखनेवाले मिसाइल के निर्माण में भारत व्यस्त होने की जानकारी डॉ.रेड्डी ने दी थी, इस ओर पश्‍चिमी माध्यमों ने ध्यान आकर्षित किया है|

भारत सरकार ने इसके आगे अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल को अंतरिक्ष संबंधी निती तयर करने के आदेश दिए थे|

इस दौरान पश्‍चिमी देश और चीन ने अतंरिक्ष युद्ध की बडी तैयारी की है और इससे जुडी क्षमता में लगातार बढोतरी करने की कोशिश में भी यह देश होने की बात सामने आ रही है| अमरिका, रशिया, चीन के बाद फ्रान्स ने भी ‘स्पेस फोर्स’ के गठन का ऐलान किया था| फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मॅक्रॉन ने हाल ही में इससे जुडे प्रस्ताव को मंजुरी दी है| इस वजह से भारत ने अतंरिक्ष में अपने हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए आवश्यक तैयारी जुटाने की शुरूआत की हुई दिखाई दे रही है|

अगले समय में भारत भी अंतरिक्ष युद्ध के लिए जरूरी क्षमता में बढोतरी करेगा, यह बात स्पष्ट तौर पर दिख रही है| ऐसे में अमरिका और रशिया यह देश इस मोर्चे पर भारत के साथ सहयोग करने के लिए उत्सुक होने की बात पहले ही स्पष्ट हुई है|

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