भारत का सबसे शक्तिशाली उपग्रह ‘इस्रो’ द्वारा प्रक्षेपित – ‘डिजिटल इंडिया’ के लिये अहम योगदान

बंगलुरु/फ्रेंच गयाना: भारत सरकार के महत्वाकांक्षी डिजिटल इंडिया योजना के लिए बहुमूल्य योगदान देने वाली जीसैट-११ यह देश का सबसे भारी उपग्रह, बुधवार की सुबह सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया| लैटिन अमरिका में फ्रेंच गयाना द्वीप से एरीयन अंतरिक्ष केंद्र से यह उपग्रह प्रक्षेपित किया गया| यह उपग्रह ५८५४ किलो भार का है, यह जानकारी भारतीय अंतरिक्ष संशोधन संस्था इस्रो के प्रमुख के सिवन ने दी है|

भारत, शक्तिशाली उपग्रह, इस्रो, प्रक्षेपित, डिजिटल इंडिया, अहम, योगदानभारत सरकार ने डिजिटल इंडिया योजना के अंतर्गत देश के कोने-कोने में प्रति सेकंड १०० जीबी क्षमता तक इंटरनेट उपलब्ध हो इसके लिए महत्वाकांक्षी प्रकल्प हाथ लिया है| इसके लिए चार उपग्रह अंतरिक्ष में छोड़े जाने वाले हैं और जीसैट-११ यह इस श्रृंखला का तीसरा उपग्रह है| जीसैट-११ यह भारत की अंतरिक्ष में सबसे बहुमूल्य मालमत्ता है, इन शब्दों में इस्रो के प्रमुख के सिवन ने इस उपग्रह का महत्व रेखांकित किया है|

जीसैट के सफल प्रक्षेपण की वजह से इस्रो की, भारी उपग्रह विकसित करने की क्षमता फिर एक बार सिद्ध हुई है| यह उपग्रह नेक्स्ट जनरेशन प्रकार का होकर लगभग १५ वर्ष के लिए अंतरिक्ष में कार्यरत रहेगा, ऐसी जानकारी इस्रो ने दी है| भारत में इंटरनेट क्षेत्र के लिए ब्रॉडबैंड सेवा प्रदान करने के लिए यह नया उपग्रह बहुमूल्य योगदान साबित होगा, ऐसा कहा जा रहा है|

पिछले हफ्ते में इस्रो ने ८ देशों के २९ उपग्रहों के साथ कुल ३१ उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण करके अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया रिकॉर्ड दर्ज किया था|

Leave a Reply

Your email address will not be published.